We are always available to address the needs of our users.
+91-9606800800

जानिए Rights Issue से जुटाए पैसों का क्या करेगी Suzlon Energy, कंपनी ने दी जानकारी

काम की खबरः कमाना चाहते हैं लाखों तो ये कंपनी दे रही है गारंटी के साथ कमाई का मौका, जानिए कैसे?

टाटा ग्रुप (Tata Group) की टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS), जो कि देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी है, के शेयर में करीब 1 फीसदी की मजबूती आई। शेयर बाजार में भारी गिरावट के बावजूद टीसीएस का शेयर ऊपर चढ़ा। टीसीएस के बायबैक ऑफर की रिकॉर्ड तारीख की घोषणा के बाद शेयर बाजार में तेजी जारी है। बता दें कि टीसीएस शेयरों की बायबैक करने जा रही है।

बायबैक (Buyback) यानी अपने ही शेयरों को शेयरहोल्डरों से वापस खरीदना। इसके लिए कंपनी अपने शेयरधारकों को मौजूदा भाव से मोटी रकम देती है। आगे जानिए टीसीएस के बायबैक से शेयरधारकों को कितना फायदा हो सकता है।

सोमवार को TCS का शेयर 0.93 फीसदी की मजबूती के साथ 3729.15 रु पर बंद हुआ है। टीसीएस ने बायबैक भाव रखा है 4500 रु। यानी ये बायबैक ऑफर के तहत शेयरधारकों से 4500 रु में एक शेयर खरीदेगी। इस तरह निवेशकों को मौजूदा भाव से हर शेयर पर करीब 771 रु या 20.6 फीसदी का फायदा होगा। बायबैक में हिस्सा लेने के लिए आपको 23 फरवरी तक टीसीएस के शेयर खरीदने का मौका है।

Stock Market Today: शेयर बाजार में शानदार तेजी, सेंसेक्स-निफ्टी बढ़त के साथ खुले

Stock Market Today: शेयर बाजार में शानदार तेजी, सेंसेक्स-निफ्टी बढ़त के साथ खुले

कल के सत्र में शेयर बाजार (Stock Market) बढ़त के साथ बंद हुआ था.

Sensex Opening Bell: भारतीय शेयर बाजार (Stock Market) ने आज यानी 14 दिसंबर को शानदार तेजी के साथ कारोबार की शुरुआत की. आज प्रमुख शेयरों के बायबैक के लिए आवेदन कैसे करें बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स (Sensex) और नेशनल स्टॉक एक्सटेंज का निफ्टी (Nifty) दोनों मजबूत होकर खुले. सुबह बीएसई सेंसेक्स (Sensex) 186 अंकों की तेजी के साथ 62,719 पर और एनएसई निफ्टी (Nifty) 51 अंकों की तेजी के साथ 18659 पर खुला. आज निफ्टी पर हिंडाल्को इंडस्ट्रीज, विप्रो, आयशर मोटर्स, टेक महिंद्रा और ग्रासिम इंडस्ट्रीज प्रमुख रुप से लाभ कमाने वाले शेयरों में शामिल थे, जबकि भारती एयरटेल, एचयूएल, नेस्ले इंडिया, आईसीआईसीआई बैंक और आईटीसी नुकसान में दिखे.

यह भी पढ़ें

आपको बता दें कि आज HDFC और HDFC Bank के शेयर फोकस में रहेंगे. क्योकि बीएसई (BSE) और एनएसई (NSE) ने एचडीएफसी इन्वेस्टमेंट्स (HDFC Investments) और एचडीएफसी की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनियों यानी एचडीएफसी होल्डिंग्स (HDFC Holdings) के एचडीएफसी ( HDFC) और एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) के साथ विलय के लिए प्रस्तावित योजना को मंजूरी दे दी है.

इसके अलावा पेटीएम (Paytm) के शेयरों में भी आज हलचल देखते को मिल सकती है. इसकी वजह ये है कि डिजिटल पेमेंट प्रोवाइडर पेटीएम (Paytm) की पैरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस (One97 Communications) के बोर्ड ने 850 करोड़ रुपये के शेयर बायबैक (Share Buyback) ऑफर के लिए मंजूरी दे दी है.

वहीं, बुधवार को शुरुआती शेयरों के बायबैक के लिए आवेदन कैसे करें कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 4 पैसे की गिरावट के साथ 82.64 पर पहुंच गया. इसको लेकर विदेशी मुद्रा कारोबारियों का कहना है कि घरेलू बाजार में मजबूती के रुख से रुपये की गिरावट थोड़ी सीमित हुई है.

शेयरों के बायबैक के लिए आवेदन कैसे करें

अस्वीकरण :
इस वेबसाइट पर दी की गई जानकारी, प्रोडक्ट और सर्विसेज़ बिना किसी वारंटी या प्रतिनिधित्व, व्यक्त या निहित के "जैसा है" और "जैसा उपलब्ध है" के आधार पर दी जाती हैं। Khatabook ब्लॉग विशुद्ध रूप से वित्तीय प्रोडक्ट और सर्विसेज़ की शैक्षिक चर्चा के लिए हैं। Khatabook यह गारंटी नहीं देता है कि सर्विस आपकी आवश्यकताओं को पूरा करेगी, शेयरों के बायबैक के लिए आवेदन कैसे करें या यह निर्बाध, समय पर और सुरक्षित होगी, और यह कि त्रुटियां, यदि कोई हों, को ठीक किया जाएगा। यहां उपलब्ध सभी सामग्री और जानकारी केवल सामान्य सूचना उद्देश्यों के लिए है। कोई भी कानूनी, वित्तीय या व्यावसायिक निर्णय लेने के लिए जानकारी पर भरोसा करने से पहले किसी पेशेवर से सलाह लें। इस जानकारी का सख्ती से अपने जोखिम पर उपयोग करें। वेबसाइट पर मौजूद किसी भी गलत, गलत या अधूरी जानकारी के लिए Khatabook जिम्मेदार नहीं होगा। यह सुनिश्चित करने के हमारे शेयरों के बायबैक के लिए आवेदन कैसे करें प्रयासों के बावजूद कि इस वेबसाइट पर निहित जानकारी अद्यतन और मान्य है, Khatabook किसी भी उद्देश्य के लिए वेबसाइट की जानकारी, प्रोडक्ट, सर्विसेज़ या संबंधित ग्राफिक्स की पूर्णता, विश्वसनीयता, सटीकता, संगतता या उपलब्धता की गारंटी नहीं देता है।यदि वेबसाइट अस्थायी रूप से अनुपलब्ध है, तो Khatabook किसी भी तकनीकी समस्या या इसके नियंत्रण से परे क्षति और इस वेबसाइट तक आपके उपयोग या पहुंच के परिणामस्वरूप होने वाली किसी भी हानि या क्षति के लिए उत्तरदायी नहीं होगा।

क्या है रेकॉर्ड डेट?

इसकी रेकॉर्ड डेट कंपनी की तरफ से 4 अक्टूबर तय की गई है. बता दें रेकॉर्ड डेट वह तारीख होती है, जिस दिन आपके खाते में कंपनी का शेयर होना जरूरी है, तभी आपको फायदा होगा. यानी आप राइट्स इश्यू के लिए तभी योग्य माने जाएंगे, अगर आपके खाते में शेयरों के बायबैक के लिए आवेदन कैसे करें 4 अक्टूबर को सुजलॉन एनर्जी के शेयर होंगे.

अगर बात आईपीओ की करें तो उसमें ऐसी कोई सीमा नहीं होती है कि कौन उसे ले सकता है और कौन नहीं. जो चाहे आईपीओ के लिए सब्सक्राइब कर सकता है, अगर उसके बार डीमैट अकाउंट है तो. वहीं दूसरी ओर राइट्स इश्यू के मामले में हर कोई इसके लिए अप्लाई नहीं कर सकता है. जो पहले से ही कंपनी के शेयर धारक हैं, सिर्फ वही इसे ले सकते हैं. इतना ही नहीं, एक अनुपात शेयरों के बायबैक के लिए आवेदन कैसे करें में ही कंपनी के शेयर दिए जाते हैं, तो अगर आपके पास कंपनी के बहुत ही कम शेयर हुए तो भी आपको शेयर नहीं मिलेंगे.

बोनस शेयर से कैसे अलग है राइट्स इश्यू?

राइट्स इश्यू को आप आईपीओ जैसा ही समझ सकते हैं, लेकिन यह सिर्फ शेयर धारकों को ही दिया जाता है. आईपीओ की तरह ही इसमें शेयरों के लिए ग्राहकों को पैसे चकाने होते हैं. हालांकि, यह शेयर डिस्काउंट पर मिलते हैं. वहीं दूसरी ओर बोत अगर बोनस शेयर की करें तो वह ग्राहकों को मुफ्त में मुहैया कराया जाता है. बोनस शेयर के लिए ग्राहकों को कोई पैसा नहीं चुकाना होता है.

ये दो दिग्गज कंपनियां कर रहीं शेयर बायबैक, जानिए क्या है ये और इससे किसे होता है फायदा

दो तरह से हो सकते हैं बायबैक

बायबैक दो प्रकार के होते हैं. एक तो वर्तमान शेयरधारकों से ओपन टेंडर ऑफर और दूसरा स्टॉक एक्सचेंज के जरिए ओपन मार्केट. अधिकतर कंपनियां ओपन मार्कट ऑफर वाला रास्ता अपनाती हैं. टेंडर ऑफर रूट के जरिए किए जाने वाले बायबैक शेयरों के बायबैक के लिए आवेदन कैसे करें में 15 फीसदी शेयरों को छोटे शेयरधारकों से वापस खरीदने के लिए रिजर्व करना होता है. छोटे शेयरधारक का मतलब ऐसे निवेशकों से है जिनकी मार्केट वैल्यू रिकॉर्ड डेट को 2 लाख से अधिक न हो.

  • निवेशकों को बायबैक की घोषणा से ठीक पहले शेयर प्राइस की मूवमेंट को एनालाइज करना चाहिए. अगर शेयर भाव में तेज बढ़ोतरी दिख रही है तो निवेशकों को सावधान हो जाना चाहिए.
  • निवेशकों को बायबैक ऑफर के साइज, कीमत और ऑफर की अवधि पर भी ध्यान देना चाहिए. अगर कंपनी के कुल मार्केट कैप की तुलना में बायबैक साइज बहुत कम है, तो बायबैक के बाद शेयर भाव में खास बदलाव की उम्मीद नहीं करनी चाहिए.
  • निवेशकों को डेट-इक्विटी रेशियो पर ध्यान देना चाहिए. अगर कर्ज स्तर इंडस्ट्री के औसत से अधिक है तो इसका अर्थ यह हुआ कि निकट भविष्य में कंपनी का फ्री कैश फ्लो में बेहतर नहीं रहेगा.
  • कुछ निवेशक बायबैक की तुलना में डिविडेंड्स को अधिक पसंद करते हैं क्योंकि यह अधिक टैक्स-एफिशिएंट है.
रेटिंग: 4.76
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 104