अनुसंधानकर्ताओं ने 15 साल के आंकड़ों में प्रत्येक वर्ष घुसपैठ की औसतन 7.8 घटनाएं देखीं। हालांकि भारत सरकार का आकलन इससे बहुत अधिक है।

1. १७ दिसम्बर को जापान सरकार द्वारा घोषित राष्ट्रिय सुरक्षा रणनीति में कोरिया के अभिन्न अंग दोक्दो के वर्णन के समावेश का कोरिया गणराज्य की सरकार सख्त विरोध करती है और यह मांग करती है कि दोक्दो से सम्बंधित सामग्री को जल्द हटाया जाय l

2. राष्ट्रिय सुरक्षा रणनीति में जापान सरकार द्वारा दोक्दो पर दुहराए गए दावे को कोरिया गणराज्य की सरकार यह समझती है यह एक ऐसा कदम है जो कोरिया मौलिक रणनीति गणराज्य और जापान के बढ़ते संबंधों के प्रति जापान की निष्ठा के ऊपर कोरिया गणराज्य की सरकार को प्रश्न खड़ा करने पर वाध्य करती है l कोरिया गणराज्य की सरकार एक बार फिर यह साफ कर देना चाहती है कि कोरिया के अभिन्न भूभाग दोक्दो के ऊपर कोरिया की संप्रभुता मौलिक रणनीति को जापान सरकार द्वारा नकारने और कमतर आंकने के किसी भी कदम का कड़ा जबाब देगी l

  • पता- : (03172) सीओल जोंगनोगु सजिकरो 8 गिल 60 l फोन : 02-2100-2114 l फैक्स : 02-2100-7999
  • विदेश मंत्रालय कोरिया गणराज्य सरकार द्वारा स्वामित्व सामग्री
  • इस का सभी अधिकार कोरिया गणराज्य के विदेश मामलों के मंत्रालय के पास है

चीन की नीयत ठीक नहीं! भारत में घुसपैठ सोची-समझी प्‍लानिंग का हिस्‍सा. अध्‍ययन में दावा

indo-china tension

अध्ययनकर्ताओं ने कहा, ‘हमारा निष्कर्ष है कि पश्चिम में चीनी अतिक्रमण रणनीतिक रूप से नियोजित हैं जिनका उद्देश्य स्थायी नियंत्रण पाना है, या कम से कम विवादित क्षेत्रों की स्पष्ट यथास्थिति बनाकर रखना है।’

अध्ययन करने वाले दल ने ‘घुसपैठ’ (इन्कर्जन) को भारत के क्षेत्र के रूप में अंतरराष्ट्रीय स्वीकार्य इलाकों में सीमा के आसपास चीनी सैनिकों की पैदल या वाहनों से किसी तरह की गतिविधि के रूप में परिभाषित किया है। उन्होंने एक मानचित्र मौलिक रणनीति पर 13 ऐसे स्थान चिह्नित किये हैं जहां बार-बार घुसपैठ मौलिक रणनीति होती है।

​UPSC Preparation Tips: आईएएस अधिकारी बनने के लिए इन तीन चरणों को करें पास, सही रणनीति जरूरी

By: ABP Live | Updated at : 29 Jul 2022 06:06 PM (IST)मौलिक रणनीति

​यूपीएससी परीक्षा तैयारी

​ UPSC Exam Preparation Tips: यूपीएससी की परीक्षा (UPSC Exam) कुल मिला कर तीन चरणों में पूरी होती है. सबसे पहले प्रीलिम्स परीक्षा फिर मुख्य परीक्षा (Prelims & Main Exam) आयोजित होती है. इन दोनों परीक्षाओं में सफलता हासिल करने वाले उम्मीदवार को इंटरव्यू राउंड के लिए बुलाया जाता है. हर चरण का अपना एक महत्व होता है, जिसके चलते छात्र के बौद्धिक स्तर को परखा जाता है. शुरुआती चरण की परीक्षा में इतिहास, भूगोल, राजनीति, अर्थव्यवस्था के वर्तमान मुद्दों से जुड़े सवाल आते है. जिसके साथ ही इन सवालों से उम्मीदवार के मौलिक ज्ञान को जांचा जाता है.

यूपीएससी की परीक्षा (UPSC Exam) के प्रथम चरण को पास करने के बाद अभ्यर्थी मेंस की मौलिक रणनीति और प्रस्थान करते हैं. जहां प्रथम चरण में छात्र से मौलिक सवाल पूछे जाते है तो वहीं इस चरण में अध्ययन से जुड़े सवाल आते हैं. जिसमे उम्मीदवारों को निबंध एवं एमसीक्यू सवालों का सामना करना पड़ता है. इन्हें GS पेपर्स, यानी GS-I, GS-II, GS-3 और GS-IV के नाम से जाना जाता है. उम्मीदवारों के लिए इस चरण की परीक्षा में अंक सीमा 1250 रखी जाती है.

भारत में कम आय वाले राज्यों की सहायता बढ़ाने के लिए विश्व बैंक की रणनीति

वाशिंगटन, 11 अप्रैल 2013 - भारत के लिए विश्व बैंक की नई रणनीति में सहायता का रुख कम आय वाले ऐसे राज्यों की तरफ करने पर महत्वपूर्ण बल दिया गया है जहां ज्यादातर गरीब रहते हैं। यह देश के लिए इस संस्थान की पहली रणनीति है जिसमें आबादी के 40 प्रतिशत बेहद गरीब हिस्से की गरीबी घटाने और समृद्धि में हिस्सेदारी बढ़ाने के बारे में विशेष लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं।

आज बैंक के कार्यकारी निदेशक मंडल के विचार विमर्श के दौरान भारत के लिए (2013-17) विश्व बैंक की नई कंट्री पार्टनरशिप स्ट्राटैजी (सीपीएस) में अगले चार वर्ष के दौरान हर साल 3 - 5 अरब अमरीकी डॉलर का ऋण देने का प्रस्ताव किया गया है। इसकी 60 प्रतिशत राशि मौलिक रणनीति राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही परियोजनाओं और उसकी आधी यानी कुल ऋण की 30 प्रतिशत राशि कम आय वाले या विशेष श्रेणी वाले राज्यों (जहां सरकारी सेवाएं उपलब्ध कराने में अधिक लागत आती है ) को दी जाएगी। इससे पहले की रणनीति के तहत इन राज्यों को ऋण की 18 प्रतिशत राशि दी जाती थी।

Customer Review

विद्वान साथियों ,वैसे तो पुस्तक के शीर्षक से ही इस पुस्तक का उद्देश्य और हेतु स्पष्ट तौर से परिलक्षित हो रहा है । फिर भी चूँकि मुझे भी इस अमूल्य निधि के अध्ययन का सौभाग्य प्राप्त हुआ। अतएव मैं सोचता हूँ बधाल सर से इतर मैं भी इस पुस्तक का संक्षिप्त परिचयात्मक प्रसंग आपके समक्ष रखने की कोशिश करता हूँ । हम में से अक्सर अपनी पूरी ऊर्जा के साथ कड़ी से कड़ी मेहनत करते हैं बहुतायत में बुक्स और नोट्स का भी अध्ययन मौलिक रणनीति करते हैं परंतु कभी कभी हमारा परिणाम आशानुकूल और सकारात्मक नहीं मिल पाता । उसका एक प्रमुख कारण मुझे जो महसूस हुआ वह यह कि हम उचित रणनीति के अभाव और परीक्षा की डिमांड जाने बिना ही बस पढ़ते ही मौलिक रणनीति जाते हैं फलस्वरूप अंतिम रूप से चयन में संशय बना रहता है। या मैं यूँ कहूँ की अब जबकि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में परीक्षा के नवीन ट्रेंड एनालिसिस से परिचित होना और उसके अनुरूप ही विश्लेषणात्मक अध्ययन करना बेहद समीचीन हो जाता है। देट्स व्हाय . व्हाट टू रीड &व्हाट टू स्किप मौलिक रणनीति ।. एंड हाऊ टू रीड हाऊ मच रीड इस कॉन्सेप्ट को जानना बेहद जरूरी है । इस पुस्तक में आदरणीय बधाल सर ने आर एस परीक्षा के प्री, मैन्स और साक्षात्कार का संपूर्ण क्रमबद्ध और व्यवस्थित रोड मैप बेहतरीन तरीके से प्रस्तुतीकरण के साथ-साथ जीवन से जुड़ी नवीनतम , मौलिक और मौलिक रणनीति सारगर्भित विधाओं से रूबरू कराया है साथ ही बधाल सर मौलिक रणनीति ने अपने दीर्घकालिक प्रशासनिक एवं आनुभाविक मार्गदर्शन को इस पुस्तक के माध्यम से हमें लाभान्वित करने का प्रयास किया है ताकि हमारे ज्ञान में परिष्करण ,परिवर्धन और परिमार्जन हो सके ।फलस्वरूप हम अनावश्यक भटकाव के बिल्कुल एग्जाम ओरिएंटेड तैयारी कर सके । जिससे निश्चित रूप से प्रथम प्रयास में ही परिणाम भी आशानुकूल और सकारात्मक मिल सके। आभार बधाल सर 🧎‍♂️🧎‍♂️🙏🙏💐💐

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