शेयर कितने प्रकार के होते हैं ?
इक्विटी शेयर को आम भाषा में केवल 'शेयर ' कहा जाता है। विभिन्न प्रकार के शेयरों की अलग-अलग विशेषताएँ होती हैं । अत: इनके प्रकार को समझना आवश्यक है, ताकि निवेशक अपनी जरूरत तथा विवेक के अनुसार उनका चयन कर सके।
भारत में निवेशकों को दो प्रकार के शेयर विकल्प उपलब्ध हैं-
- इक्विटी शेयर (Equity Shares)
- प्रीफरेंस शेयर (Preference Shares)
इक्विटी शेयर (Equity Shares)
प्राइमरी तथा सेकंडरी मार्केट से निवेशक जो शेयर हासिल करता है, वह ' साधारण शेयर ' कहलाता है। इस प्रकार का शेयरधारक कंपनी का आंशिक हिस्सेदार होता है तथा कंपनी के नफे-नुकसान से जुड़ा रहता है । साधारण शेयरधारक ही इक्विटी शेयर होल्डर होते हैं । शेयरों की संख्या के अनुपात में कंपनी पर इनका मालिकाना अधिकार होता है। कंपनी की नीति बनानेवाली जनरल मीटिंग में इन्हें वोट देने का अधिकार होता है। इसी प्रकार, ये कंपनी से जुड़े रिस्क तथा नफा-नुकसान के हिस्सेदार भी होते हैं। यदि कंपनी अपना व्यवसाय पूर्ण रूप से समाप्त करती है, तब कंपनी अपनी सारी देनदारी चुकता करने के बाद बची हुई पूँजी संपत्ति को इन साधारण शेयरधारकों को उनकी शेयर संख्या के अनुपात से वितरित करती है।
प्रीफरेंस शेयर (Preference Shares)
साधारण शेयर के विपरीत कंपनी चुनिंदा निवेशकों, प्रोमोटरों तथा दोस्ताना निवेशकों को नीतिगत रूप से प्रिफरेंस शेयर (तरजीह आधार पर) जारी करती है। इन प्रिफरेंस शेयरों की कीमत साधारण शेयर की मौजूदा कीमत से अलग भी हो सकती है। साधारण शेयर के विपरीत प्रिफरेंस शेयरधारकों को वोट देने का अधिकार नहीं होता। प्रिफरेंस शेयरधारकों को प्रतिवर्ष निश्चित मात्रा में लाभांश (डिविडेंड) मिलता है। प्रिफरेंस शेयरधारक साधारण शेयरधारक की अपेक्षा अधिक सुरक्षित होते हैं, क्योंकि जब कभी कंपनी बंद करने की स्थिति आती है तो पूँजी चुकाने के मामले में प्रिफरेंस
शेयरधारकों को साधारण शेयरधारकों से अधिक तरजीह दी जाती है। कंपनी अपनी नीति के अनुसार प्रिफरेंस शेयरों को आंशिक अथवा पूर्ण रूप से साधारण शेयर में परिवर्तित भी कर सकती है। जब कोई कंपनी बहुत अच्छा बिजनेस कर रही है तो उसके साधारण शेयरधारक को ज्यादा फायदा होता है।
प्रिफरेंस शेयरधारक को लाभ में से सबसे पहले हिस्सा मिलता है; लेकिन इन्हें कंपनी का हिस्सेदार नहीं माना जाता है। लाभ के आधार पर प्रिफरेंस शेयर चार तरह के होते हैं-
शेयर क्या होता है? – What is Share?
अक्सर अखबारों या न्यूज़पेपर में आपने शेयर के बारे में तो जरूर पढ़ा सुना होगा? जब यह न्यूज़ पेपर अखबार में शेयर लिखा हुआ देखते हैं शेयर क्या होते हैं तो हमारे जेहन में एक बात तो जरूर आती है कि यह शेयर मार्केट से संबंधित है. लेकिन क्या आपने कभी यह सोचा है कि शेयर क्या होता है? What is Share in Hindi शेयर क्या होते हैं कोई भी कंपनी शेयर कब जारी करती है? किसी भी कंपनी को शेयर जारी करके क्या लाभ मिलता है? ऐसे ही कुछ सवाल है, जो शायद आपके जहन में भी आया होगा. आज के हमारे इस लेख में हम आप लोगों को इस बारे में जानकारी देने वाले हैं कि शेयर क्या होता है? What is Share in Hindi
शेयर क्या होता है? – What is Share in Hindi
शेयर (Share) का अर्थ बांटना या हिस्सेदारी होती है. जब भी आप शेयर बाजार से किसी कंपनी के शेयर खरीदे हैं, तो इसका अर्थ यह होता है कि आप उस कंपनी में आंशिक रूप से अपनी हिस्सेदारी खरीदते हैं. यानी कि आप उस कंपनी के हिस्सेदारी में हिस्सा खरीदते हैं. जब आप उस कंपनी का शेयर खरीदते हैं तो आप उस कंपनी के हिस्सेदार (Share Holder) या इक्विटी होल्डर (Equity Holder) बन जाते हैं. स्टॉक एक्सचेंज में आपके द्वारा खरीदी गई शेयर या हिस्सेदारी को इक्विटी या स्क्रिप्ट भी कहा जाता है.
किसी भी कंपनी के द्वारा जारी किए गए शेयर, 2 तारीख को से खरीद-फरोख्त की जाती है:-
- पहला कंपनी इसके लिए आईपीओ (Initial Public Offering) जारी करती है. आईपीओ के जरिए ही कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर को शेयर बाजार शेयर क्या होते हैं में उतारती है. जिससे कि पब्लिक इन शेयरों को खरीद सके.
- दूसरा तरीका यह है कि जो कंपनी स्टॉक एक्सचेंज (Stock Exchange) पर लिस्टेड है उनके शेयर की खरीद बिक्री की जा सके. यहां दो तरीके हैं जिसकी सहायता से कोई भी शेयर होल्डर अपने द्वारा खरीदे गए शेयर की खरीदारी एवं बिक्री करता है.
निवेशक आईपीओ या फिर सीधे स्टॉक एक्सचेंज से शेयर की खरीद फरोख्त करता है. कोई भी निवेशक ब्रोकर के माध्यम से स्टॉक एक्सचेंज से अपने लिए शेयर खरीदता है. What is Share in Hindi
कोई भी कंपनी शेयर क्यों जारी करती है? – Why Companies शेयर क्या होते हैं issue Share?
हर कंपनी यह चाहती है कि, आप अपने बिजनेस को आगे बढ़ा है. कंपनी को अपने बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए काफी पैसों की आवश्यकता होती है. बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए काफी ज्यादा पूंजी की जरूरत होती है. ऐसे में कंपनियां आम जनता से पैसे उठाने के लिए शेयर (Share) जारी करती है. कंपनी अपना बिजनेस का विस्तार करने के लिए कॉर्पोरेट ढांचा तैयार करती है. इसके लिए स्टॉक एक्सचेंज में आईपीओ के जरिए अपने शेयर पब्लिक के लिए लाती है. जिससे कि निवेशक बड़ी तादाद में उन शेयरों पर अपनी हिस्सेदारी खरीदते हैं. कोई भी कंपनी IPO के जरिए अपने शेयर को स्टॉक मार्केट में सूचीबद्ध करवाती है. निवेशक के लिए किसी भी सूचीबद्ध कंपनी के शेयर को खरीदने में आसानी होती है. कंपनी द्वारा घोषित किए गए डिविडेंड, बोनस शेयर और राइट शेयर पर निवेशकों का भी अधिकार होता है.
स्टॉक मार्केट में शेयर कितने प्रकार के होते हैं? – Type of Share in Stock Market
स्टॉक मार्केट में दो प्रकार के शेयर होते हैं:-
- इक्विटी शेयर (Equity Share)
- प्रेफरेंस शेयर (Preference Share)
हम नीचे इस बारे में जानेंगे कि इक्विटी शेयर और प्रेफरेंस शेयर क्या होते हैं?
Equity Share ( इक्विटी शेयर) क्या होता है?
इक्विटी शेयर किसी भी शेयर होल्डर वा निवेशक होता है, जो प्राइमरी मार्केट (Primary Market) और सेकेंडरी मार्केट (Secondary Market) से शेयर खरीद और बेच सकते हैं. What is Share in Hindi
आइए तब निकल लाभ और नुकसान से जुड़े रहते हैं. इक्विटी शेयर धारक की इक्विटी शेयर होल्डर होता है जो किसी भी कंपनी का इक्विटी शेयर होल्डर शेयर की संख्या के अनुपात में कंपनी पर शेयर क्या होते हैं मालिकाना अधिकार रखता है. उसको कंपनी के मामलों में वोटिंग का अधिकार भी होता है. जब हम शेयरों की बात करते हैं तो हमारे दिमाग में इक्विटी शेयर भी आते हैं. इन शेयरों पर लाभांश की कोई गारंटी नहीं होती है.
कंपनी सभी लेनदार ओ और प्रेफरेंस शेयर होल्डर का बकाया चुकाने के बाद ही इक्विटी शेयर पर लाभांश देती है. कंपनी का नुकसान होने पर शेयर होल्डर को कम कीमत या कुछ भी लाभांश नहीं मिलता है, और इसके विपरीत कंपनी को लाभ होने की स्थिति में सबसे अधिक लाभ इन्हीं शेयरधारकों को मिलता है.
Preference Share ( प्रेफरेंस शेयर) क्या होता है?
यह दूसरी तरह की शेयर होती है, इसमें धारकों को इक्विटी शेयर होल्डर की तरह वोटिंग करने का अधिकार नहीं होता है. इन शेयरों की कीमत इक्विटी शेयर की मौजूदा कीमत से कम होती है. इन शेयरों पर लाभांश की दर तय होती है. किसी भी कारणवश अगर कंपनी बंद हो जाती है तो पहला अधिकार प्रेफरेंस शेयर धारकों को दिया जाता है, और इन्हें इक्विटी शेयर धारकों से पहले लाभांश और मूलधन का भुगतान किया जाता है. शेयर होल्डर को अपना पहला लाभांश लाभांश के दर से मिलता है. इसमें चाहे कंपनी लाभ में हो या नुकसान.
शेयर मार्केट में निवेश करने से होने वाले लाभ
शेयर में निवेश करने से कई तरह से लाभ हो सकता है जिसे हमने सूचीबद्ध कर के नीचे बताया है
- डिविडेंड का लाभ :- यदि कंपनी भविष्य में लाभ कम आती है तो वह अपने शेयरधारकों को लाभ का कुछ हिस्सा लाभांश के तौर पर अदा करती है. जिसका लाभ प्रत्येक निवेशक को उसके द्वारा निवेश की गई धनराशि पर दिया जाता है.
- बोनस का लाभ प्राप्त होता है :- कंपनी समय-समय पर अपने निवेशकों को बोनस के रूप में अतिरिक्त शेयर देती है. जिसका लाभ सभी शेयर होल्डर को मिलता है.
- राइट ईशु का लाभ :- कंपनी अपने शेयरधारकों के लिए राइट इश्यू जारी करती है. जिसका लाभ उन के शेयर के अनुपात में हर शेयर होल्डर को दिया जाता है.
- शेयर के मूल्य बढ़ने से होने वाला लाभ :- अगर कोई कंपनी अच्छा परफॉर्मेंस करती है तो उसकी शेयर की कीमतों में भी बढ़ोतरी होती है. जिसके चलते निवेशकों द्वारा निवेश किया गया पैसा भी बढ़ता है. जिससे निवेशक को का मूलधन भी बढ़ जाता है. अच्छी कीमत बढ़ने पर शेयर धारक अपने शेयर अच्छी कीमत पर शेयर बाजार में भी बेच सकते हैं.
मैं इस ब्लॉग का शेयर क्या होते हैं संस्थापक हूं. यहां पर मैं विभिन्न विषयों पर आधारित लेख लिखता हूं. हम यहां सरल शब्दों में आप सभी को जानकारी उपलब्ध कराने की कोशिश करते हैं.
What is Share and Share Market: शेयर क्या होता है? क्यों खरीदते हैं लोग शेयर?
What is Share and Share Market: शेयर क्या होता है? क्यों खरीदते हैं लोग शेयर?
aajtak.in
- नई दिल्ली ,
- 13 नवंबर 2021,
- अपडेटेड 1:37 PM IST
Basics of Stock Market and Shares: व्यापार में और निवेश जगत में शेयर का नाम सबसे ज्यादा लिया जाता है , शेयर के बारे में लोग बाते करते है और बताते है. लेकिन अगर आप नहीं जानते शेयर क्या है, तो कोई बात नहीं. आज इस वीडियो से जानें कि आखिर क्या होता है शेयर और क्यों लोग शेयर खरीदते हैं.
Share Meaning in Hindi शेयर क्या होते हैं
Share meaning in Hindi शेयर क्या होते हैं और इनका अर्थ। Share की जानकारी विस्तार से समझते हैं, IPO के बारे में, शेयर की फेस वैल्यू और मार्केट वैल्यू, प्रोमोटर ओर इनवेस्टर में अंतर आसान हिंदी में। शेयर बाजार के बारे में अधिक जानकारी और अन्य पहलुओं को जानने के लिये शेयर मार्केट हिंदी में विस्तार से पढ़ें।
Share Meaning in Hindi
Share Meaning in Hindi शेयर क्या होते हैं
अंश यानी हिस्सा यदि आपके पास किसी कंपनी के Share है तो आप उस कंपनी के उतने हिस्से के मालिक बन जाते हैं जितने शेयर आपके पास हैं. इसे हिंदी में अंश कहते हैं और शेयरहोल्डर को अंशधारक. स्टॉक एक्सचेंज से शेयर खरीद कर आप भी वहां लिस्टेड किसी भी कंपनी के मालिक बन सकते हैं. आप जितना शेयर खरीदेंगे उस कंपनी में आप शेयर क्या होते हैं उतने ही हिस्से के मालिक बन जाएंगे. सभी शेयर कंपनी द्वारा घोषित किये गए सभी डिविडेंड अथवा बोनस के अधिकारी होते हैं. किसी कंपनी के Share खरीद लेने से आपको वो सब अधिकार मिल जाते हैं जो शेयरहोल्डर के आधिकार होते हैं।
Share Meaning in Hindi कंपनी को शुरू करने के लिए शेयर
किसी भी कंपनी को शुरू करने के लिए बहुत बड़ी पूंजी की आवश्यकता होती है यह बहुत कठिन है कि इतनी बड़ी पूंजी कोई एक व्यक्ति अपने पास से उस कंपनी में लगा सके यदि उस बड़ी पूंजी को छोटे-छोटे अंशों अथवा Shares में बांट दिया जाए तो बहुत से व्यक्ति उस कंपनी में हिस्सेदारी खरीदकर उस कंपनी के मालिक बन सकते हैं कोई भी व्यक्ति अपनी क्षमता के अनुसार Share खरीद कर कंपनी के उतने ही हिस्से का मालिक बन सकता है जितनी उसकी क्षमता है.
IPO of Shares in Hindi
कोई भी व्यक्ति आसानी से किसी कंपनी के Share खरीद सके इसके लिए आवश्यक है कि वह कंपनी किसी ना किसी स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड हो. एक बार यदि कोई कंपनी किसी स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड हो जाती है तो उस कंपनी के शेयरों की ट्रेडिंग स्टॉक एक्सचेंज में शुरू हो जाती जिससे कि कोई भी निवेशक उन्हें खरीद सकता है। इसके लिए कम्पनियां आईपीओ ले कर आतीं हैं. यहाँ आप दुनिया के बड़े स्टॉक एक्सचेंज और उनके बारे में पूरी जानकारी पढ़ सकते हैं.
Liquidity in Share Market
Share in Hindi शेयर क्या होते हैं
लिस्टिंग के बाद उस कंपनी के शेयरधारक अपने Share उस स्टॉक एक्सचेंज पर बेच सकते है तथा उसे खरीदने के इच्छुक व्यक्ति उसी स्टॉक एक्सचेंज से उसे खरीद सकते हैं. जब किसी कंपनी का शेयर आसानी से बिकने या खरीदने के लिए उपलब्ध रहता है तो उसे कंपनी की शेयरों की लिक्विडिटी अथवा तरलता कहा जाता है।
फेस वैल्यू और मार्केट वैल्यू में अंतर Face Value and Market Value of Shares
किसी भी Share की वास्तविक बाजार कीमत उसके फेस वैल्यू से अधिक अथवा कम हो सकती है और यह कीमत उसकी की मांग और पूर्ति पर निर्भर करती है. यह इस बाजार का साधारणता नियम है कि जिस शेयर की मांग अधिक होती है उसकी कीमत बढ़ती है और जिस शेयर की मांग नहीं होती है उसे शेयरहोल्डर बेचना चाहते है तो उसकी कीमत घट जाती है.
प्रमोटर कौन होता है Promoters
Share in Hindi में अब अपको बताते हैं कि प्रमोटर कौन होता है। जो व्यक्ति अथवा व्यत्क्तियों का समूह किसी कंपनी को शुरू करने की योजना बनाते है उन्हें प्रमोटर कहा जाता है. प्रमोटर एक हिस्सा उन शेयरों में अपने पास रखते है और बाकी हिस्सा पब्लिक को पेश किया जाता है. जो हिस्सा प्रमोटरों के पास रहता है आमतौर पर वह हिस्सा मार्केट में ट्रेड होने के लिए नहीं आता. स्टॉक एक्सचेंज में वही हिस्सा ट्रेड होता है जो पब्लिक के पास होता है.
Investors in Share Market in Hindi
आमतौर पर Share शेयर क्या होते हैं में निवेश करने वाले को निवेशक कहा जाता है मगर बहुत से लोग डे ट्रेडिंग में काम करते है. मेरे हिसाब से वास्तविक निवेशक वही है जो शेयर खरीदने के बाद उसे कम से कम तीन वर्ष के लिए अपने पास रखें.
डे ट्रेडिंग क्या है Day Trading of Shares
डे ट्रेडिंग में शेयर को खरीदने अथवा बेचने के बाद उसी दिन सौदे को वापस कर दिया जाता शेयर क्या होते हैं है. यानी कि यदि कोई डे ट्रेडर यह सोच कर की आज Reliance इंडस्ट्रीज का शेयर बढ़ने वाला है मार्केट में ट्रेडिंग के शुरुआत में उसे खरीद लेता है और मार्केट बंद होने से पहले ही वापस बेच देता है तो उसे डे ट्रेडिंग कहेंगे.
मेरे हिसाब से डे ट्रेडिंग बहुत ही खतरनाक खेल है और एक तरह से जुआ ही है इसलिए इससे अधिकतर निवेशकों को दूर ही रहना चाहिए. हो सकता है कि जब आप किसी ब्रोकर अथवा बैंक के पास अपना ट्रेडिंग अकाउंट खोलें तो वहां का स्टाफ आपको डे ट्रेडिंग के लिए निमन्त्रित करें. आप इस बात को समझ लीजिए कि आप जितनी बार भी ट्रेडिंग करेंगे तो ब्रोकर को अपनी ब्रोकरेज मिलेगी.
Review your Portfolio of Shares
जरूरी नहीं है की हर सौदे में आपको प्रॉफिट ही हो इसलिए जब भी निवेश करें लंबी अवधि के बारे में सोच कर ही निवेश करें और अपने फैसले पर विश्वास रखें. बार बार शेयरों को स्विच करना फायदेमंद नहीं होता. हर तीन से छः महीने में अपने पोर्टफोलियो का आकलन जरूर कर लें.
यह पाठ उनके लिए है जिनके लिए यह मार्केट एक दम अबूझ है और नहीं जानते कि Share क्या होते हैं ऐसे हो लोगों को यहाँ Share meaning in Hindi समझाने की कोशिश की गयी है.
शेयर क्या है | शेयर कितने प्रकार के होते है | शेयर कि सम्पूर्ण जानकारी हिंदी में (What Is Share In Hindi) 2022
बिज़नेस क्षेत्र में और निवेश के क्षेत्र में शेयर का नाम सबसे ज्यादा लिया जाता है, शेयर के बारे में आप सुनते हैं, लेकिन अगर आप नहीं जानते शेयर क्या है ( Share Kya Hai ) तो कोई बात नहीं। आज हम इस पोस्ट में जानेगें कि What is Share in Hindi और शेयर कितने प्रकार के होते है ( share kitne prakar ke hote hain ) , यह कैसे काम करते है, शेयर कैसे बनते है आदि .
Share meaning in Hindi – शेयर क्या होता है
Share Kya Hota Hai :- शेयर का अर्थ होता है “हिस्सा” Share meaning in Hindi “कंपनी का मालिकाना हक” जिसे हम हिंदी में शेयर कहते है अगर आसान भाषा में समझे तो किसी कंपनी के स्वामित्व का एक हिस्सा जो की एक शेयर (one share) होता हैं। यह बिलकुल इस चीज पर निर्भर करता है की कंपनी के स्वमित्व को कितने भागों यानि शेयर में बांटा गया है। एक शेयर कंपनी की पूंजी का सबसे छोटा भाग होता हैं।
What is share in Hindi – शेयर क्या है
“ जब किसी कंपनी की कुल पूंजी को एक सामान कई हिस्सों में बांट दिया जाये तब जो पूंजी का एक सबसे छोटा हिस्सा बनता है उस हिस्से को शेयर कहा जाता है।”
जब किसी कंपनी को पूंजी की आवश्यकता होती है, तो पूंजी के लिए पब्लिक को ऑफर करती है। यानि कंपनी के मालिक अपनी कंपनी में निवेश बढ़ने के लिए अपनी कंपनी को public कर देता है और खुद को NSE या BSE में register करके shares issue कर देते है जिसके बाद आम लोग उन shares को खरीद लेते है और बाद में वही investor शेयर क्या होते हैं उन शेयर्स को मूल्य बढ़ने और घटने के आधार पर exchange में बेच देते है, फिर उसके बाद लोग exchange में shares पर trading करके मुनाफा कमाते है। इन्ही शेयर्स को कंपनी के शेयर्स कहा जाता है।
जब किसी कंपनी के shares को पहली बार मार्किट में निकाला जाता है तब वो IPO (initial public Offer) आईपीओ के लिए जाते है और फिर shares Investors अपने सूझ-बुझ से उसको खरीदते है।
कंपनी के एक शेयर के कुछ मूल्य निर्धारित होता है, उस शेयर के आधार पर पब्लिक कंपनी में अपनी हिस्सेदारी खरीदते हैं। जब कंपनी ग्रोथ करती है तो शेयर का दाम भी बढ़ता है और जब कंपनी घाटे में जाती है तो शेयर का मूल्य गिरता है।
Share Kise Kahate Hain
शेयर एक कंपनी में आपके हिस्सेदारी का एक सबूत होता है यानि आपने जिस कंपनी के शेयर को खरीदा है और आप उस शेयर के कारण उस कंपनी में मालिकाना हक रखते हैं। कंपनी जब ग्रोथ करेगी तो आपको भी मुनाफ़ा होगा यानि आपके खरीदे गए शेयर का मूल्य बढ़ेगा, नुकसान में आपके शेयर का मूल्य घटेगा।
Shareholder Kise Kehte Hain – शेयर होल्डर किसे कहते है
Share holder का मतलब होता है (हिस्सेदार) आसान भाषा में – जब कोई कंपनी का शेयर किसी व्यक्ति शेयर क्या होते हैं शेयर क्या होते हैं द्वारा खरीदा जाता है तो उस शेयर के मालिक यानि शेयर खरीदने वाला व्यक्ति Share holder कहलाता है।
Company Share Kyu Bechti Hai – कंपनी शेयर क्यों बेचती है
किसी भी संस्था या कंपनी को बड़ा करने के लिए सबसे पहली चीज पूंजी की आवश्यकता होती है। तब पूंजी में निवेश के लिए कम्पनियाँ shares बेचती है क्योकि बड़ी-बड़ी कंपनी को चलाना या छोटी कंपनी को बड़ा बनाना आसान नहीं है, इसके लिए बहुत पैसे की जरूरत तो होगी ही और इतनी बड़ी रकम हर किसी के पास नहीं होती, बैंक के नियम भी अलग अलग होते हैं। कंपनी के नुकसान के बाद भी लोन का पैसा चुकाना होता है, लेकिन यहाँ वो बात नहीं है, इसलिए कंपनी शेयर बेचती है।
शेयर कितने प्रकार के होते है – Types Of Shares in Hindi
शेयर मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते है जिनमे Equity शेयर भी शामिल है :
- Equity Share (इक्विटी शेयर)
- Preference Share (परेफरेंस शेयर )
- DVR Share (डी वी आर शेयर )
शेयर कैसे ख़रीदे – Share Me Investment Kaise Kare
बिना जानकारी के शेयर खरीदना आपके बहुत ही नुकसानदायक हो सकता है, किसी भी कंपनी का शेयर खरीदने से पहले आपको शेयर बाज़ार के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए। तो चलिए अब जानते है कि शेयर कैसे ख़रीदे जाते है और शेयर खरीदने के लिए क्या करना पड़ता है।
शेयर खरीदने के लिए आपके पास एक demat account होना चाहिए। उसके बाद आपको बस अपने demat account में जाकर share पर bid लगा कर share को buy करना पड़ता है और sell करना पड़ता है। और आप बड़ी ही आसानी से शेयर को खरीद व बेच सकते है और अच्छा खासा मुनाफा कामा सकते है।
अगर आप जानना चाहते हैं कि शेयर मार्किट से पैसा कैसे कमाया जाता है, यहाँ मैंने नए लोग शेयर बाजार से पैसा कैसे कमाए इसके बारे में बताया है। इसे जरूर पढ़े।
शेयर खरीदने के नियम
शेयर मार्किट में शेयर खरीदने के कुछ नियम है जिनका पालन किये बिना आप शेयर नहीं खरीद सकते अगर आप शेयर मार्किट के नियम के बारे में जानना चाहते है तो आप हमारी नीचे दी गई पोस्ट पढ़े.
उम्मीद करता हूँ, इस पोस्ट को पूरा पढ़ने के बाद शेयर क्या है ( What is share in Hindi / share kya hai ), शेयर कितने प्रकार के होते है (Types Of Shares in Hindi ) इसके बारे में विस्तार से जानकारी मिली होगी। इस सम्बन्ध में आपका कोई सवाल हो जिसको इस पोस्ट में मैंने कवर नहीं किया हो, तो आप कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं। इसके साथ ही मुझे सपोर्ट करने के लिए उन जरुरत मंद लोगों तक इस पोस्ट को शेयर करें, जिन्हे शेयर मार्किट के बारे में नहीं पता हो।
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