निवेशक कम से कम राशि के साथ निवेश शुरू कर सकते हैं INR 1000 और के मामले मेंघूँट जितना कम INR 500 . कई म्यूचुअल फंड कैलकुलेटर उपलब्ध हैं, जो पहली बार निवेशकों को यह तय करने में मदद करते हैं कि किस राशि से शुरुआत करनी है। ये म्यूचुअल फंड कैलकुलेटर मदद करते हैंइन्वेस्टर किक-स्टार्ट निवेश।
पैसे निवेश करने के सर्वोत्तम तरीके
आजकल, बहुत से लोग पैसा निवेश करने के सर्वोत्तम तरीकों की तलाश करते हैं, लेकिन ज्यादातर लोग अपनी वित्तीय जरूरतों को पूरा करने वाले सही निवेश साधन को चुनने में भ्रमित होते हैं। हालाँकि,निवेश पैसा या निवेश का निर्णय लेना इतना आसान नहीं है, क्योंकि निवेशक सिर्फ एक साधन में कई उद्देश्यों की तलाश करते हैं। इसलिए एक सवाल उठता है-कहां निवेश करें? वैसे, पैसा निवेश करने के लिए विविध विकल्प हैं, लेकिन हमने कुछ को शॉर्टलिस्ट किया है जो विचार करने योग्य हैं!
सर्वोत्तम साधन में पैसा निवेश करें
1. म्युचुअल फंड
म्यूचुअल फंड्स पैसा निवेश करने के सर्वोत्तम तरीकों में से एक माना जाता है। शब्द के अनुसार, एक म्युचुअल फंड धन का एक सामूहिक पूल है जिसका उद्देश्य प्रतिभूतियों की खरीद (फंड के माध्यम से) करना है। यह निवेशकों को एक मार्ग प्रदान करता हैपैसे बचाएं और समय के साथ रिटर्न कमाते हैं। म्यूचुअल फंड विविध निवेश विकल्प प्रदान करते हैं जैसेबांड, कर्ज,इक्विटीज, आदि, निवेशकों को अलग खरीदारी और व्यापार करने की आवश्यकता के बिना। विभिन्न हैंम्यूचुअल फंड के प्रकार जिस पर आप पैसा निवेश करने की योजना बनाते समय विचार कर सकते हैं।
निवेशक कम से कम राशि के साथ निवेश शुरू कर सकते हैं INR 1000 और के मामले मेंघूँट जितना कम INR 500 . कई म्यूचुअल फंड कैलकुलेटर उपलब्ध हैं, जो पहली बार निवेशकों को यह तय करने में मदद करते हैं कि किस राशि से शुरुआत करनी है। ये म्यूचुअल फंड कैलकुलेटर मदद करते हैंइन्वेस्टर किक-स्टार्ट निवेश।
भारत में 44 म्यूचुअल फंड कंपनियां हैं (जिन्हें कहा जाता है)संपत्ति प्रबंधन कंपनियां "एएमसी") जो म्यूचुअल फंड योजनाएं प्रदान करते हैं। इन कंपनियों द्वारा नियंत्रित किया जाता हैसेबी.
भारत में निवेश करने के लिए सर्वश्रेष्ठ म्युचुअल फंड
Fund | NAV | Net Assets (Cr) | 3 MO (%) | 6 MO (%) | 1 YR (%) | 3 YR (%) | 5 YR (%) | 2021 (%) | Sub Cat. |
---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|
Principal Emerging Bluechip Fund Growth | ₹183.316 ↑ 2.03 | ₹3,124 | 2.9 | 13.6 | 38.9 | 21.9 | 19.2 | Large & Mid Cap | add_shopping_cart |
2. सावधि जमा (एफडी)
सावधि जमा पैसा निवेश करने के सबसे आम तरीकों में से एक है। हर एकबैंक में विभिन्न प्रकार की सेवाएं प्रदान करता हैएफडीजो आकर्षक रिटर्न की ओर ले जाएगा। FD एक निश्चित परिपक्वता अवधि के साथ आती है। साथ ही, चूंकि इसकी परिपक्वता अवधि 15 दिनों से लेकर पांच वर्ष तक होती है, इसलिए इसे अल्पकालिक और दीर्घकालिक निवेश दोनों के लिए माना जा सकता है। निवेशक औसतन 9.5% प्रति वर्ष की ब्याज दर से कमा सकते हैं। इसलिए, यदि आप एक सुरक्षित निवेश चाहते हैं तो निवेश के लिए क्या करें FD पैसे निवेश करने के सर्वोत्तम तरीकों में से एक है।
3. रियल एस्टेट
रियल एस्टेट सबसे पसंदीदा निवेश विकल्प है। मूल रूप से, अचल संपत्ति निवेश करती है और स्वामित्व, भूमि या संपत्ति (संपत्ति) की खरीद से संबंधित है। किसी भी प्रकार की संपत्ति में निवेश करने से पहले, पहले गहराई से विवरण प्राप्त करना बहुत महत्वपूर्ण है। उदाहरण के लिए, आपको संपत्ति/भूमि के स्थान पर विचार करना चाहिए, थोक संपत्तियों की तलाश करनी चाहिए, आदि। इसमें निवेश करने के लिए एक बड़ी राशि लग सकती है, लेकिन यह उच्च रिटर्न निवेश के साथ कम जोखिम वाला है। हालांकि, अगर आप पैसे निवेश करने के सर्वोत्तम तरीकों में से एक की तलाश कर रहे हैं तो रियल एस्टेट सोचने लायक है!
पैसा निवेश करने के लिए सोना हमेशा सबसे अच्छे तरीकों में से एक रहा है। इसके अलावा, भारतीयों निवेश के लिए क्या करें निवेश के लिए क्या करें का पारंपरिक रूप से के प्रति लगाव रहा हैसोने में निवेश. उन्होंने हमेशा सोने को एक संपत्ति के रूप में देखा है, जो समय के साथ धन जमा करता है। सोने ने हमेशा वर्षों तक अपना मूल्य बनाए रखा है। इसके अलावा, यह के खिलाफ एक उत्कृष्ट बचाव रहा हैमुद्रास्फीति, यानी, इसे मुद्रा के घटे हुए मूल्य से सुरक्षा प्रदान करने वाला माना जाता है।
हालांकि, सोने में पैसा लगाने के इच्छुक निवेशक ईटीएफ या अधिक विशेष रूप से गोल्ड ईटीएफ के माध्यम से ऐसा कर सकते हैं। वहां कई हैंनिवेश के लाभ सोने के माध्यम से सोने मेंईटीएफ. यदि आप निवेश करने की योजना बना रहे हैं, तो आपको सबसे अच्छा चुनना चाहिएगोल्ड ईटीएफ सभी गोल्ड ईटीएफ के प्रदर्शन को ध्यान से देखकर निवेश करें और फिर एक सोच-समझकर निर्णय लें।
Top 10 Investment Tips: अपने निवेश को सुरक्षित बनाने के लिए अपनाएं जरुरी टिप्स, जल्द बन जाएंगे अमीर
निवेश का मकसद ही यह होता है कि निर्धारति समय के बाद हमें आर्थिक लक्ष्य प्राप्त हो जाए, ताकि भविष्य की जरूरतों को पूरा किया जा सके.
नई दिल्ली: अपनी मेहनत की कमाई को जब हम निवेश करते हैं तब मन में एक सवाल आता है कि कहीं कोई गड़बड़ न हो जाए. अनुमान के अनुसार मुनाफ़ा मिलता रहे. निवेश का मकसद ही यह होता है कि निर्धारति समय के बाद हमें आर्थिक लक्ष्य प्राप्त हो जाए, ताकि भविष्य की जरूरतों को पूरा किया जा सके. आज हम आपके लिए निवेश की 10 ऐसी टिप्स लेकर आये हैं, जो हर किसी को पता होनी चाहिए. खासकर पहली बार निवेश करने वाले लोगों को.
Suzlon, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, आईटीसी, एनबीसीसी और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के शेयरों में आज आ सकती है अच्छी तेजी
1. सबसे पहले बनाएं योजना
कभी भी निवेश करने से पहले ही आपको योजना बना लेनी चाहिए. इसके लिए स्वयं से सवाल पूछे कि आप कितना निवेश कर सकते हैं? कितना जोखिम उठाने के लिए हर परिस्थिति में तैयार रहेंगे? निवेश का समय कितना होना चाहिए ? आप अपने आर्थिक लक्ष्य तक पहुँचने के लिए योजना का निर्माण करें.
2. मार्केट रिसर्च है जरुरी
कभी भी निवेश किसी की देखा-देखी में न करें. जिसके बारे में आपके पास ज्ञान नहीं है उसके बारे में पहले सारी जानकारी जुटाए. यानी निवेश के पहले भी आपको सारी जानकारी होनी चाहिए. आप कहां निवेश करेंगे और कितना मुनाफ़ा होगा, कितने समय में होगा. इनके बारे में भी आपको जानकारी होनी चाहिए.
3. जोखिम को निर्धारित करें
कुछ योजनाओं के अलावा अन्य निवेश में जोखिम छिपा होता है. इसीलिए शुरुआत में ही अपने जोखिम का निर्धारण करना होगा. आपको नुकसान उठाने के लिए भी तैयार रहना चाहिए.
4. हर किसी की बातों में न आए
सोशल मीडिया पर ऐसे कई लोग हैं जो निवेश के बारे में तरह-तरह की सलाह देते हैं, लेकिन ये जरुरी नहीं है कि आपके लिए भी वे सभी सलाह सही साबित हो. हर किसी का पोर्टफोलियो अलग होता है, निवेश और जोखिम अलग होता है. यदि आप सलाह लेना चाहते हैं तो किसी एक्सपर्ट से लें.
5. कई निवेश के लिए क्या करें सेगमेंट में करें निवेश
आपके पोर्टफोलियो को संतुलित करने के लिए जरुरी है कि आपका निवेश कई सेगमेंट में हो. क्योंकि कभी एक सेगमेंट में नुकसान भी हो जाए तो दुसरे से उसकी पूर्ती की जा सके.
6. लगातार करें निवेश
एक बार निवेश शुरू करने के बाद इस बात का ध्यान रखा जाए कि आपको लगातार निवेश करना है. कई बार लोग कुछ महीने निवेश करते हैं फिर रोक देते हैं. ऐसा न करें. आपको निवेश लगातार करते रहना चाहिए.
7. बार-बार करते रहें आंकलन
अपने निवेश और उससे प्राप्त होने वाले रिटर्न का समय-समय पर आंकलन करते रहना जरुरी है. व्यक्तिगत परिस्थितियां, जोखिम, समय सीमा, समय के साथ बदलते रहती है. इसीलिए अपनी जरूरतों के अनुसार अपने निवेश का आंकलन जरुरी है.
8. लक्ष्य पर टिके रहें
एक बार लक्ष्य बना लिया तो उस पर हमेशा टिके रहना चाहिए. लोगों की सलाह, बाजार के व्यवहार के कारण आपको कई बार लक्ष्य हासिल करना मुश्किल लग सकता है, लेकिन सही प्रकार से बनाए गए लक्ष्य पर पर टिके रहने से आपको उसे हासिल करना भी आसान हो जाएगा.
9. लंबे समय तक करें निवेश
निवेश कम समय में ज्यादा रिटर्न नहीं देते. अच्छा रिटर्न हासिल करने के लिए आपको ज्यादा समय देने की जरूरत है.
10. लाभ का फिर करें निवेश
अच्छा रिटर्न प्राप्त करने के लिए आपको निवेश पर मिलने वाले लाभ को फिर से निवेश कर देना चाहिए. कई रिसर्च में ये साबित हो चुका है कि एक्सपर्ट भी लगातार निवेश करते हैं. वे कंपाउंडिंग का लाभ लेने के लिए निवेश से प्राप्त रिटर्न को फिर से निवेश करते हैं.
मैं म्यूचुअल फंड्स में सीधे निवेश कैसे कर सकता हूँ?
अगर आपका KYC पूरा हो चुका है तो आप म्यूचुअल फंड में सीधे ऑफलाइन या ऑनलाइन निवेश कर सकते हैं। अगर आप ऑनलाइन ट्रांज़ैक्शन करने में असहज महसूस करते हैं, तो आप नज़दीकी शाखा में जाकर फंड में निवेश कर सकते हैं।
ऑनलाइन म्यूचुअल फंड की स्कीमों में सीधे निवेश करने का सबसे आसान तरीका है और आपको कमीशन भी नहीं देना पड़ता। आप फंड की वेबसाइट या उसके RTA की साइट या फिर फिनटेक प्लेटफॉर्म से ऑनलाइन निवेश कर सकते हैं। फंड की वेबसाइट पर सीधे निवेश करने पर आपको कई लॉगिन मैनेज करने पड़ते हैं।
डायरेक्ट प्लान में निवेश करने का मतलब है कि आप फिनांशियल प्लान बनाने, अपने गोल के लिए सबसे सही फंड्स को चुनने, अपने पोर्टफोलियो को नियमित तौर पर मैनेज करने और ज़रूरत पड़ने पर उसमें फेरबदल करने की ज़िम्मेदारी लेते हैं। हर किसी को म्यूचुअल फंड में सही फंड चुनना और पोर्टफोलियो को मैनेज करना नहीं आता है। इसलिए डायरेक्ट प्लान उन निवेशकों के लिए है जो इसे आसानी से कर सकते हैं। अन्यथा, म्युचुअल फंड के बारे में कम जानकार लोगों को डिस्ट्रीब्यूटर द्वारा निवेश करने की सलाह दी जाती है।
Investment Tips: अमीर बनना है तो जल्द शुरू करें निवेश, केवल 5 साल पहले निवेश स्टार्ट करने पर डबल होगा रिटर्न
Investment Tips: फाइनेंशियल एक्सपर्ट का कहना है कि निवेश के लिए टाइमिंग बहुत जरूरी है. अगर 5 साल पहले SIP की शुरुआत करते हैं तो आपका रिटर्न डबल हो जाता है. वेल्थ क्रिएट करना है तो पावर ऑफ कम्पाउंडिंग को समझना जरूरी है.
Investment Tips: इन्वेस्टमेंट को लेकर कहा जाता है कि जिंदगी में इस काम को जल्द से जल्द शुरू कर देना चाहिए. निवेश की शुरुआत जितनी जल्दी करेंगे, रिटर्न उतना ज्यादा मिलेगा. जी बिजनेस के कार्यक्रम मनी गुरु में वाइजइन्वेस्ट प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ हेमंत रुस्तगी ने कहा कि कम्पाउंडिंग की महिमा अपरंपार होती है. कम्पाउंडिंग का पावर इतना ज्यादा है कि निवेश के लिए क्या करें केवल 5 साल पहले निवेश शुरू करने पर आपका रिटर्न दो गुना हो जाता है. अगर आपको वेल्थ क्रिएट करना है तो यह इसका एकमात्र फॉर्मूला है. जितनी जल्द निवेश की शुरुआत करेंगे, मुनाफे की बरसात उतनी ज्यादा होगी. आइए पहले इसे उदाहरण से समझते हैं फिर निवेश और वेल्थ क्रिएशन के अन्य पहलुओं को समझते हैं.
पावर ऑफ कम्पाउंडिंग
मान लीजिए कि 'A' की उम्र 30 साल है और वह 10 हजार रुपए की SIP शुरू करता है. औसत रिटर्न 12 फीसदी है. ऐसे में जब वह 50 साल का होगा तो उसे कुल 1 करोड़ की राशि मिलेगी. इस दौरान निवेश की कुल राशि 24 लाख होगी और रिटर्न 76 लाख के करीब मिलेगा. वहीं, 'A' अगर 35 साल की उम्र में निवेश की शुरुआत करता है तो 50 साल की उम्र में उसे कुल 50 लाख रुपए मिलेंगे. निवेश की कुल राशि 18 लाख रुपए होगी और रिटर्न 32 लाख रुपए होगी. अगर 30 की जगह 'A' ने 25 साल की उम्र में निवेश की शुरुआत की होती तो 50 साल के उम्र में उसे कुल 1.9 करोड़ रुपए मिलेंगे. उसके निवेश की कुल राशि 30 लाख रुपए होती और रिटर्न 1.6 करोड़ होता. इस उदाहरण से साफ पता चलता है कि निवेश के लिए टाइमिंग कितना जरूरी होता है.
असेट एलोकेशन का संतुलन जरूरी
एक्सपर्ट ने कहा कि निवेश की तैयारी कर रहे हैं तो टैक्स सेविंग को ध्यान में रखना जरूरी होता है. इसके अलावा असेट एलोकेशन भी अहम है. अगर आपके पोर्टफोलियो में असेट क्लास का संतुलन बना है तो रिस्क रिवॉर्ड घट जाता है. ऐसे में अलग-अलग असेट क्लास में संतुलन बनाने का तरीका ये है कि निवेशकों को इक्विटी, डेट, रियल एस्टेट, कमोडिटी में संतुलित निवेश करना चाहिए.
सही असेट का सलेक्शन और एलोकेशन जरूरी
अगर एक असेट क्लास कमजोर होगा तो उसे दूसरा संभाल लेगा. इस तरह नेट रिटर्न पॉजिटिव बना रहेगा. सिर्फ एक असेट क्लास में निवेश से जोखिम ज्यादा हो जाता है. असेट क्लास का सलेक्शन और एलोकेशन निवेश अवधि और जोखिम क्षमता के अनुसार करना जरूरी है. भारतीय बाजार के अलावा इंटरनेशनल निवेश भी करें.
500 रुपये से करें निवेश की शुरुआत, देखते ही देखते बन जाएंगे करोड़पति!
निवेश की शुरुआत करने के लिए कोई मोटी रकम की जरूरत नहीं होती है. आप हर महीने नियमित तौर पर एक छोटी राशि निवेश कर बड़ा फंड बना सकते हैं. अगर आप घर, गाड़ी, बच्चों की पढ़ाई, बच्चों की शादी या फिर अपने रिटायरमेंट के लिए प्लान कर रहे हैं, तो इस प्लान को अंजाम तक पहुंचाने के लिए निवेश के रास्ते पर चलना होगा. (Photo: Aajtak)
निवेश को लेकर अक्सर लोग कहते हैं कि कुछ समय बाद शुरू करेंगे. लेकिन उनके लिए वो वक्त कभी नहीं आता. क्योंकि वो निवेश को गंभीरता से नहीं लेते. आज की तारीख में जितना जरूरी बचत पर फोकस करना है, उतना ही निवेश को लेकर भी गंभीर होने की जरूरत है. लेकिन इन सबके बीच बड़ा सवाल ये होता है कि निवेश कहां करें.?
दरअलस, बेहतर रिटर्न को देखते हुए आज के दौर में वित्तीय सलाहकार निवेशकों को म्यूचुअल फंड में निवेश की सलाह देते हैं. म्यूचुअल फंड में निवेश करना बेहद आसान है. किसी भी उम्र के लोग म्यूचुअल फंड में SIP कर सकते हैं. लेकिन कम उम्र में निवेश की शुरुआत करने पर लक्ष्य को आसानी से हासिल किया जा सकता है. (Photo: Getty)
बैंक खातों पर लगातार घट रहे ब्याज से म्यूचुअल फंड निवेश का एक बेहतर माध्यम बनकर उभरा है. म्यूचुअल फंड में SIP तीन निवेश के लिए क्या करें तरीके से शुरू किया जा सकता है. पहला- म्यूचुअल फंड एजेंट के जरिये. दूसरा- ब्रोकर से ऑनलाइन ट्रेडिंग अकाउंट खोलकर SIP करें. इसके अलावा तीसरा तरीका है कि म्यूचुअल फंड के डायरेक्ट प्लान में निवेश करें. इसके लिए म्यूचुअल फंड की कंपनियों की वेबसाइट पर जाकर निवेश करना पड़ता है.
सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) म्यूचुअल फंड में निवेश का एक तरीका है. इसके जरिये निवेश करने पर अच्छा रिटर्न पाना आसान हो जाता है. SIP के जरिए किसी भी डायवर्सिफाइड म्यूचुअल फंड में निवेश किया जा सकता है. म्यूचुअल फंड में 500 रुपये महीने से निवेश की शुरुआत की जा सकती है. यानी म्यूचुअल फंड में निवेश के कोई बड़ी रकम की जरूरत नहीं होती है.
अगर आपको बड़ा फंड चाहिए तो निवेश को हर महीने जारी रखना पड़ेगा. इसके अलावा आमदनी बढ़ने के साथ निवेश की राशि को भी बढ़ाने की जरूरत होगी. उदाहरण के तौर के अगर कोई 25 साल का युवा 500 रुपये से म्यूचुअल फंड में निवेश की शुरुआत करता है, तो उसे हर 6 महीने में कम से कम 500 रुपये का निवेश बढ़ाना चाहिए. इस तरह से 5 साल के बाद यानी 30 की उम्र में निवेश की राशि बढ़कर 5000 रुपये महीने हो जाएगी. यह बिल्कुल संभव है, क्योंकि लगभग हर साल नौकरी-पेशा लोगों की सैलरी बढ़ती है. यही नहीं, जब आप शुरुआती निवेश के लिए क्या करें दो साल में अपने निवेश से रिटर्न को देखेंगे तो उससे आपका निवेश के प्रति उत्साह बढ़ेगा.
उदाहरण के लिए अगर कोई 30 की उम्र से म्यूचुअल फंड में अगले 30 साल तक हर महीने 5000 रुपये का निवेश करता है, तो उसे 60 साल की उम्र में 1,76,49,569 रुपये मिलेगा. यह आंकलन 5 हजार रुपये महीने के निवेश पर 12% ब्याज हिसाब से लगाया गया है. अगर उसपर 15 फीसदी का ब्याज मिलता है तो फिर कुल रिटर्न 3,50,49,103 रुपये मिलेगा. वहीं अगर ब्याज 10 फीसदी भी मिलता है तो 5 हजार रुपये महीने के निवेश पर 30 साल के बाद कुल 1,13,96,627 रुपये रिटर्न मिलेगा.
हालांकि कुछ म्यूचुअल फंड ने उम्मीद के मुताबिक परिणाम नहीं दिए हैं. छोटे निवेशकों के लिए फंड का चुनाव करना सबसे मुश्किल काम होता है, क्योंकि सही फंड का चयन करने के लिए काफी शोध की जरूरत होती है. इसलिए म्यूचुअल फंड में निवेश से पहले सभी पहलुओं पर विचार कर लें, किसी वित्तीय जानकार से सलाह जरूर लें. क्योंकि म्यूचुअल फंड में निवेश बाजार निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन होता है.
म्यूचुअल फंड कंपनियां निवेशकों से पैसे जुटाती हैं और उसका एक बड़ा हिस्सा शेयर बाजारों में निवेश करती हैं. इसके बदले म्यूचुअल फंड निवेशकों से चार्ज लेती हैं. खासकर जो लोग शेयर बाजार में निवेश के बारे में बहुत नहीं जानते, उनके लिए म्यूचुअल फंड निवेश का अच्छा विकल्प है. म्यूचुअल फंड में आपको चुनने की आजादी होती है.
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 123