11. वोलाटिलिटी – इसका अर्थ है कि एक शेयर कितनी तेजी से उठता या गिरता है।
कोरोना से डरा शेयर बाजार, 635 अंक लुढ़का
मुंबई। दुनिया में एक बार फिर कोरोनो का साया मंडराने से बुधवार को भारतीय शेयर बाजार में भय का माहौल रहा। चीन में कोरोना संक्रमण बढ़ने और दुनिया पर मंदी के खतरे की आशंका से निवेशक हतोत्साहित हुए। स्थानीय स्तर पर हुई चौतरफा बिकवाली के दबाव में बुधवार को शेयर बाजार में एक प्रतिशत से अधिक की गिरावट रही। बीएसई का सेंसेक्स 635.05 अंक अर्थात 1.03 शेयर बाज़ार क्या है प्रतिशत का गोता लगाकर 61067.24 अंक और एनएसई का निफ्टी 186.20 अंक यानी 1.01 प्रतिशत की गिरावट लेकर 18199.10 अंक पर आ गया।
बीएसई की दिग्गज कंपनियों की तुलना में मझौली और छोटी कंपनियों शेयर बाज़ार क्या है शेयर बाज़ार क्या है में बिकवाली का दबाव अधिक रहा। इससे मिडकैप 1.40 प्रतिशत गिरकर 25,480.94 अंक और स्मॉलकैप 2.18 प्रतिशत लुढ़ककर 28,949.96 अंक पर रहा। इस दौरान बीएसई में कुल 3665 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ, जिनमें से 2765 में बिकवाली जबकि 786 में लिवाली हुई वहीं 114 में कोई बदलाव नहीं हुआ। इसी तरह एनएसई में 38 कंपनियां गिरावट पर जबकि 12 तेजी पर रही। विश्लेषकों के अनुसार, चीन में कोविड के एक बार फिर से पांव पसारने से दुनिया पर आर्थिक मंदी का खतरा मंडराने को लेकर निवेशक खासे हताश हैं, जिसका असर दुनिया के सभी बाजारों पर देखा जा रहा है।
Share Market (शेयर बाज़ार) क्या है?
सबसे पहले तो आपको बता दें की Stock Market, Equity Market या Share market – इन तीनों का एक ही मतलब होता है। यह वो मार्केट होता है जहां आप किसी भी company के share (शेयर) खरीद सकते हो। शेयर खरीदने के सीधा-सीधा मतलब यही है की आप उस कंपनी का कुछ percent हिस्सा खरीद रहे हो यानि की कुछ percent आप उस company के मालिक बन रहे हो।
आपने किसी कंपनी का शेयर खरीद लिया, अब मानो की उस कंपनी को Loss (घाटा ) हुआ तो कुछ Percent घाटा आपको भी होगा, और उस कंपनी को अगर फायदा (profit) हुआ तो आपको भी फायदा होगा।
” एक उदाहरण के तौर पर आपको समझना है तो मान लीजिये, आपको अपनी एक company खोलनी है और आपके पास सिर्फ 1 लाख रुपये हैं जो की काफी नहीं हैं। अब आप अपने किसी दोस्त के पास जाते हैं और उससे कहते हैं की तू भी 1 लाख रुपये लगा मेरी कंपनी में और उस कंपनी के हम दोनों 50-50 % मालिक होंगे। तो अब भविष्य में आपकी कंपनी को जो लाभ (Profit) होगा उसका 50% आपको मिलेगा और 50% आपके दोस्त को मिलेगा। तो इस तरह से 50% कंपनी के शेयर आपने अपने दोस्त को दे दिये हैं। ”
Stock Exchange क्या है?
Stock Exchange वो जगह है जहां लोग किसी भी कंपनी के शेयर खरीदते या बेचते हैं। भारत में सबसे Popular Stock exchange Mumbai में है जिसे BSE यानि की (Bombay Stock Exchange) कहा जाता है। Stock Exchange में दो तरह के market होते हैं जिन्हें हा, Primary Market और Secondary market कह सकते हैं।
Primary Market वो होता है जहां एक कंपनी अपने शेयर को बेचती है। यहाँ कंपनी तय करती है की शेयर की Price क्या रखनी है, हालाकि वह कंपनी भी Demand पर तय करती है की शेयर की Price क्या रखना है, क्यूंकी वो भी ख़रीदारों पर निर्भर करतीं है की कितना पैसा लोग उनके शेयर को खरीदने में दे सकते हैं।
मान लीजिये किसी कंपनी की वैल्यू 1 लाख है और वो लोगों को 1 रुपये प्रति शेयर में अपने शेयर लोगों को बेचती है और अगर उसकी डिमांड ज्यादा हुई तो वहाँ कंपनी अपने share की कीमत को बढ़ा सकती है, क्यूंकी वहाँ डिमांड बढ़ गयी है उनके शेयर की।
कंपनी के शेयर
हर कंपनी के शेयर की कीमत एक समान होती है, ऐसा नहीं शेयर बाज़ार क्या है की वो हर share की कीमत अलग-अलग रख सकतीं हैं। अगर किसी कंपनी का मूल्य 1 लाख है तो शेयर बाज़ार क्या है वो अपने प्रति share की कीमत 1 रुपया प्रति शेयर रख सकती है या फिर 50 पैसे प्रति शेयर बाज़ार क्या है share के 2 लाख शेयर भी बना सकती है। मतलब की 1 लाख कंपनी के मूल्य के अंदर ही वो कंपनी अपने शेयर की price तय करती है।
यहाँ सबसे बड़ी मज़ेदार बात यह है की कोई भी कंपनी का मालिक अपने पूरे शेयर बेचने के लिए नहीं रखता, वो 50 प्रतिशत या उस से ज्यादा शेयर का हिस्सा अपने पास ही रखता है और बाकी के शेयर बेचने के लिए stock exchange में रखता है। ऐसा वो इसलिए करता है ताकि वो उस कंपनी का मालिक बना रहे, अगर वो पूरे 100% शेयर बेच देगा तो उसके जितने भी खरीदार है वो उस कंपनी के मालिक बन जाएंगे।
जैसे की, 1 लाख की आपकी कंपनी है और आपने उसके सारे शेयर बेच दिया और लोगों ने उन सभी Shares को खरीद लिया तो आप उस कंपनी के मालिक अब नहीं रहे, अप वो Share खरीदने वाले उस कंपनी के मालिक बन जाएंगे। इसलिए हर कंपनी का मालिक 50% या उस से ज्यादा Shares अपने पास रखता है, ताकि वो कंपनी का मालिक बना रहे और सारे निर्णय वो ले सके।
सेंसक्स और NIFTY क्या है?
इन BSE और NSE में सभी कंपनी के शेयर का भाव ऊपर जा रहा है या नीचे जा रहा है इस चढ़ाव-उतार को देखने के लिए हमारे यहाँ सेंसक्स और NIFTY बनाई गयी है। सेंसेक्स या नीफ़्टी एक सूचकांक / बेंचमार्क है जिसका उपयोग BSE और NSE में सूचीबद्ध कंपनियों के प्रदर्शन को मापने के लिए किया शेयर बाज़ार क्या है जाता है।
सेंसक्स यह BSE की top 30 कंपनी के share के प्रदर्शन को दिखाता है की किस कंपनी के शेयर ऊपर-नीचे जा रहे हैं। सेंसक्स का फुल फॉर्म होता है Sensitivity Index
Nifty (निफ्टी) का full form है National Fifty यह भी NSE की Top 50 कंपनी के share में हुये चढ़ाव-उतार के Index को दिखाता है।
25 महत्वपूर्ण स्टॉक मार्किट टर्म्स
इस ब्लॉग में, हम नए निवेशकों के लिए एक प्रारंभिक मार्गदर्शिका (Elementary guide) प्रस्तुत करने जा रहे हैं, जिससे उन्हें शेयर बाजार में उपयोग किए जाने वाले आधारभूत महत्वपूर्ण शब्दों को समझने में सहायता मिल सकेगी।
तो, आइए, प्रारंभ करते हैं:
शेयर बाज़ार क्या है?
शेयर बाजार एक प्रकार का एक्सचेंज है जो व्यापारियों को शेयरों को खरीदने और बेचने के साथ-साथ कंपनियों को नये शेयर जारी करने की अनुमति देता है
एक शेयर कंपनी की इक्विटी का प्रतिनिधित्व करता है| शेयर बाजार मुख्य रूप से दो उद्देश्यों को पूरा करता है।
सबसे पहले कंपनियों को पूंजी प्रदान करना ताकि वे अपने व्यापार के विस्तार के लिए इस फंड का उपयोग कर सकें।
इसका दूसरा उद्देश्य निवेशकों को शेयर बाजार में सूचीबद्ध कंपनियों के लाभ में हिस्सेदारी का अवसर प्रदान करना है।
अपनी आवश्यकता और पसंद के अनुसार विभिन्न ऑनलाइन वित्त पाठ्यक्रमों की एक झलक प्राप्त करें।
शेयर व्यापार की पारिभाषिक शब्दावली का क्या अर्थ है?
शेयर बाजार की पारिभाषिक शब्दावली में उद्योग-विशिष्ट शब्द शामिल होते हैं जो शेयर बाज़ार क्या है अक्सर उपयोग किए जाते हैं जब हम शेयर बाजार के बारे में पढ़ते हैं या बात करते हैं।
विशेषज्ञ और नए निवेशक अक्सर इन शब्दों का उपयोग रणनीतियों, चार्ट, सूचकांक और शेयर बाजार के अन्य तत्वों के बारे में बात करने के लिए करते हैं।
नीचे शेयर बाजार में अक्सर उपयोग किए जाने वाले आधारभूत शब्दों की एक प्रारंभिक मार्गदर्शिका दी गई है:
1. खरीदना – इसका अर्थ है कि शेयरों को खरीदना या किसी कंपनी में स्थान प्राप्त करना।
2. बेचना – शेयरों से छुटकारा पाना क्योंकि आपने अपना लक्ष्य प्राप्त कर लिया है या आप हानि को कम करना चाहते हैं।(घाटे में कटौती करना चाहते हैं।)
महज 21 दिन में पैसा ट्रिपल, 1 लाख बन गए 3 लाख, लेकिन कोई नहीं जानता क्यों भागे जा रहा है शेयर
एसबीईसी शुगर (Sbec Sugar) कंपनी का शेयर तेजी से बढ़ता जा रहा है. पिछले 21 दिनों में कंपनी के शेयर तीन गुना से भी अधिक चढ़ चुके हैं. हालांकि, कंपनी भी नहीं जानती कि क्यों उसके शेयर बढ़ते जा रहे हैं.
शेयर बाजार (Share Market) वैसे तो जोखिम से भरा होता है, लेकिन इसमें पैसे लगाकर बहुत सारे लोगों कि किस्मत चमक चुकी है. हालांकि, इसके लिए जरूरी है कि आपने उस स्टॉक में पैसे लगाए हों, जो मल्टीबैगर रिटर्न दे रहा हो. इन दिनों ऐसा ही एक स्टॉक है एसबीईसी शुगर (Sbec Sugar) का, जिसने सिर्फ 21 दिन में लोगों का पैसा तीन गुना से ज्यादा कर दिया है. यहां तक कि इस तेजी की वजह के बारे में कंपनी भी नहीं जानती है.
लगातार लग रहा अपर सर्किट
पिछले कुछ दिनों से कंपनी के शेयरों में लगातार अपर सर्किट लग रहा है. आज यानी बुधवार 21 दिसंबर को भी कंपनी के शेयरों में अपर सर्किट लगा है. अभी कंपनी का शेयर 77.90 रुपये के स्तर पर पहुंच चुका है. यह कंपनी का 52 हफ्तों का उच्चतम स्तर भी है. वहीं कंपनी का 52 हफ्तों का न्यूनतम स्तर 21.05 रुपये रहा है.
अगर इस महीने की पहली तारीख यानी 1 दिसंबर की बात करें तो इस शेयर का भाव 24.15 रुपये था. वहीं आज 21 दिसंबर को कंपनी का शेयर 77.90 रुपये के स्तर पर पहुंच चुका है. यानी जिसने भी इस शेयर में 1 दिसंबर को 1 लाख रुपये लगाए होंगे, आज उसके पैसे 3 लाख रुपये से अधिक हो गए हैं. अभी भी इस शेयर में तेजी का सिलसिला जारी है.
किसी को नहीं पता क्यों चढ़ रहे दाम
अगर पिछले 21 दिनों की बात करें तो कंपनी के शेयरों में करीब 200 फीसदी की तेजी देखने को मिली है. सवाल ये है कि आखिर ये तेजी आ क्यों रही है. यहां तक कि कंपनी भी इस बात से अनजान है कि क्यों शेयरों ने रफ्तार पकड़ी है. स्टॉक एक्सचेंज को दी गई जानकारी में कंपनी ने कहा है कि शेयरों में तेजी की वजह को लेकर उनके पास कोई जानकारी नहीं है. खैर, इस तेजी की वजह से इस शेयर में पैसे लगाने वालों को खूब फायदा हो रहा है.
शेयर बाजार में निवेश करने शेयर बाज़ार क्या है में सबसे अहम होता है शेयरों का चुनाव. आपको जिस भी कंपनी का शेयर खरीदना है सबसे पहले उसके बारे में पूरी एनालिसिस करें. देखें कि कंपनी का बिजनस क्या है और कैसा चल रहा है. चेक करें कि कंपनी को फायदा हो रहा है या नुकसान. ये भी देखें कि कंपनी भविष्य को लेकर क्या प्लान बना रही है. इतना ही नहीं, कंपनी के मैनेजमेंट के बारे में भी जरूर स्टडी करें, क्योंकि अगर मैनेजमेंट में ही गड़बड़ होगी तो तगड़ा मुनाफा देने वाली कंपनी भी भारी नुकसान का सबब बन सकती है.
हर सेक्टर में अफरा तफरी
गिरावट के असर से करीब करीब सभी सेक्टर प्रभावित हुये. निफ्टी पर मेटल इंडेक्स 4 फीसदी टूट गया तो पीएसयू बैंक इंडेक्स में करीब 6 फीसदी की गिरावट आई है. निफ्टी बैंक 1.5 फीसदी, ऑटो इंडेक्स करीब 2.5 फीसदी और फाइनेंशियल इंडेक्स 1.3 फीसदी कमजोर हुआ है. एफएमसीजी इंडेक्स में 1.5 फीसदी और आईटी इंडेक्स में भी 1.5 फीसदी गिरावट रही. रियल्टी इंडेक्स 3 फीसदी और फामाज़् इंडेक्स 0.6 फीसदी कमजोर हुआ.
आज हैवीवेट शेयरों में बिकवाली देखने को मिली है. सेंसेक्स 30 के 29 शेयर लाल निशान में बंद हुए हैं. आज के टॉप लूजर्स में Tata Steel, Tata Motors, SBI, RIL, Wipro, LT, Maruti, Bajaj Finance, Indusind Bank शामिल हैं. जबकि टॉप गेनर्स में Titan है.
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 358