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NSE INDIA : BSE INDIA : WHAT IS NSE AND BSE

नमस्कार दोस्तों आज के इस लेख में हम National Stock Exchange और Bombay Stock Exchange के बारे में जानकारी देने जा रहे है. इस लेख में हम NSE और BSE क्या है? NSE India? BSE India? National Stock Exchange क्या है? Bombay Stock Exchange क्या है? difference between NSE and BSE? आदि के बारे में जानकारी देने जा रहे है.

अगर आप भी National Stock Exchange और Bombay Stock Exchange के बारे में जानना चाहते है या फिर NSE India, BSE India के बारे में जानकारी हाशिल करना चाहते है. तो इस लेख को अंत तक जरुर पढ़े. यक़ीनन यह लेख आपके लिए उपयोगी साबित होगा.

NATIONAL STOCK EXCHANGE – NSE INDIA

NSE FULL FORM –

NSE – NATIONAL STOCK EXCHANGE

यदि आप शेयर मार्केट में interested हैं, और शेयर मार्केट के बारे में जानकारी रखते हैं, तो आपने जरूर सुना होगा NSE और BSE के बारे में, लेकिन क्या आपको इन दोनों में अंतर पता है, कि यह दोनों क्या है, तथा इन दोनों में क्या-क्या अंतर है, यदि नहीं पता तो आप इस ब्लॉग को अंत तक पढ़ें, ताकि आपको इसके बारे में एक अच्छी जानकारी हो सकें.

देखा जाए तो इंटरनेट पर बहुत सारे सर्च किए जाते हैं, NSE और BSE के बारे में, इसी को देखते हुए हमने भी सोचा क्यों ना हम भी इस पर एक आर्टिकल लिखें, ताकि लोगों को इससे मदद हो सके.

दोस्तों मैं आपको बताना चाहूंगा यदि आप शेयर मार्केट में interested हैं, और आप शेयर मार्केट के बारे में बहुत सारी जानकारी जानना चाहते हैं, तो हमारे इस ब्लॉग में शेयर मार्केट के बारे में बहुत सारी जानकारी दी गई है जिसे आप सर्च करके पढ़ सकते हैं.

What is NSE?

NSE जो भारत का सबसे पहला वर्ल्ड कैश मार्केट है, और दूसरा सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज भी है, जिसे भारत सरकार और सेबी के सहयोग के द्वारा सन 1992 मुंबई में स्थापित किया गया था.

स्टॉक मार्केट में एक भरोसेमंद एक्सचेंज होने के कारण आज के डेट में, NSE पर 1900+ कंपनियां लिस्टेड हैं, और इस पर सबसे ज्यादा ट्रेड भी होता रहता है.

National Stock Exchange भारत में लाने का सबसे बड़ा कारण यह था कि, स्टॉक मार्केट को हर एक आदमी के लिए सुरक्षित बनाना जिससे हर कोई आदमी जो इसमें निवेश करना चाहता है, वह आसानी से इस बाजार से जुड़कर इसमें निवेश कर सकें.

देखा बीएसई और एनएसई क्या हैं जाये तो, NSE के आने के बाद जो लोगों का उद्देश्य था वह पूरा हो गया और लोग सिक्योरिटी से शेयर को खरीदना , बेचना और होल्ड करना ऑनलाइन चालू कर दिया आज की डेट में यदि आप भी इसमें इन्वेस्ट करना चाहते हैं, तो आप अपना एक डीमैट अकाउंट खोल कर आज से ही इसमें इन्वेस्टमेंट शुरू कर सकते हैं.

Chairman Girish Chandra Chaturvedi
CEO Chitra Ramkrishna
Market Capitalization $2.1+ Trillion
Index Nifty 50

BOMBAY STOCK EXCHANGE – BSE INDIA

BSE FULL FORM –

BSE – BOMBAY STOCK EXCHANGE

यह भारत का सबसे पहला स्टॉक एक्सचेंज है, जिसे 1875 में स्थापित किया गया था.

BSE की बात करें तो, यह बहुत पुराना स्टॉक बीएसई और एनएसई क्या हैं एक्सचेंज है, लेकिन इस स्टॉक एक्सचेंज को ऑनलाइन ट्रेडिंग की जल्द व्यवस्था ना करने के कारण इसका वॉल्यूम गिरता चला गया और आज के समय में देखा जाए तो BSE का वॉल्यूम NSE जी मुकाबले बहुत कम होता है.

Chairman T.C Suseel Kumar
CEO Shri Ashishkumar Chauhan
Market Capitalization $2.19 Trillion+
Index Sensex

DIFFERENCE BETWEEN NSE AND BSE

आइए हम एक चार्ट द्वारा NSE और BSE में अंतर के बारे में आपको बताते हैं.

BSE Stock Exchange NSE Stock Exchange
BSE की स्थापना 1875 में हुई थी. NSE की स्थापना 1992 में हुई थी.
BSE को 1957 में स्टॉक एक्सचेंज बीएसई और एनएसई क्या हैं की मान्यता प्राप्त हुई. NSE को 1993 में स्टॉक एक्सचेंज की मान्यता प्राप्त हुई.
BSE दुनिया का 10वां सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है. NSE दुनिया का 11वां सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है.
BSE का कुल मार्केट कैप $2.19+ ट्रिलियन डॉलर है. NSE का कुल मार्केट कैप $2.1+ ट्रिलियन डॉलर है.

अंतिम शब्द- last words

आशा करते हैं कि “NSE और BSE क्या है और इन दोनों में अंतर क्या है” इसके बारे में आप एक अच्छी जानकारी पाए होंगे, तथा यह जानकारी आपके लिए लाभप्रद सिद्ध हुई होगी, यदि आप और भी शेयर मार्केट और स्टॉक मार्केट के बारे में जानकारी जानना चाहते हैं, तो हमारे इस ब्लॉग पर जाकर इसके बारे में और भी जानकारी पढ़ सकते हैं, यदि आपको यह पोस्ट पसंद आया तो, आप अपने दोस्तों में शेयर करें, तथा इस पोस्ट के संबंधित कोई भी सुझाव आपके मन में हो तो हमें कमेंट बॉक्स में दे सकते हैं.

Stock Market Holidays: क्या दिवाली 2022 पर एनएसई, बीएसई में बंद है कारोबार?

Stock Market Holidays: क्या दिवाली 2022 पर एनएसई, बीएसई में बंद है कारोबार?

डीएनए हिंदी: देश भर में दिवाली के त्योहार के कारण, आज शेयर बाजार (Share Market) में निर्धारित समय 9:15 बजे से दोपहर 3:30 बजे तक कारोबार नहीं होगा. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में ट्रेडिंग अपने नियमित समय के दौरान निलंबित रहेगी. हालांकि मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन (Diwali Muhurta Trading 2022) के लिए बाजार शाम 6:15 बजे से शाम 7:15 बजे तक एक घंटे के लिए खुलेगा.

क्या ​है मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन की टाइमिंग
बीएसई की वेबसाइट www.bseindia.com पर उपलब्ध स्टॉक मार्केट हॉलिडे 2022 की लिस्ट के अनुसार आज सुबह से शाम के समय के दौरान इक्विटी सेगमेंट, इक्विटी डेरिवेटिव सेगमेंट और एसएलबी सेगमेंट में कोई कार्रवाई नहीं होगी. हालांकि, 24 अक्टूबर 2022 को मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन के लिए इक्विटी और कमोडिटी बाजार दोनों खुले रहेंगे. मुहूर्त ट्रेडिंग 2022 का समय शाम 6:15 बजे से शाम 7:15 बजे तक घोषित किया गया है.

कमोडिटी मार्केट भी एक घंटे लिए
अक्टूबर 2022 में शेयर बाजार की छुट्टियों की सूची के अनुसार, करेंसी डेरिवेटिव्स सेगमेंट और इंटरेस्ट रेट डेरिवेटिव्स सेगमेंट में ट्रेडिंग भी अपने निर्धारित समय के दौरान निलंबित रहेगी. कमोडिटी डेरिवेटिव्स सेगमेंट में ट्रेडिंग भी अपने निर्धारित सुबह और शाम के सेशन के दौरान बंद रहेगी. हालांकि मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन के लिए भी यह शाम 6:15 बजे से शाम 7:15 बजे तक एक घंटे के लिए खुलेगा.

26 अक्टूबर और 8 अक्टूबर को भी बंद रहेगा बाजार
स्टॉक मार्केट हॉलिडे 2022 की लिस्ट के मुताबिक अक्टूबर में स्टॉक मार्केट में यह दूसरा दूसरा हॉलिडे है. 5 अक्टूबर 2022 को दशहरा उत्सव के लिए बीएसई और एनएसई में कारोबार बंद था. अगली शेयर बाजार की छुट्टी 26 अक्टूबर 2022 को दिवाली बालीप्रतिपदा पर होगी. साल 2022 में, 16 शेयर बाजार की छुट्टियां हैं और दिवाली 2022 के बाद, 26 अक्टूबर 2022 और 8 नवंबर 2022 को दो और शेयर बाजार की छुट्टियां होंगी. 26 अक्टूबर को, दिवाली बलिप्रतिपदा के लिए शेयर बाजार बंद है जबकि 8 नवंबर 2022 को, वहाँ गुरुनानक जयंती समारोह के मौके पर एनएसई और बीएसई पर कारोबार नहीं होगा.

शुक्रवार को हरे निशान के साथ बंद हुआ था बाजार
पिछले हफ्ते शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार लगातार छठे सत्र में बढ़त के साथ बंद हुआ. निफ्टी 50 इंडेक्स 12 अंक बढ़कर बीएसई और एनएसई क्या हैं 17,576 के स्तर पर बंद हुआ जबकि बीएसई सेंसेक्स 104 अंक ऊपर चढ़कर 59,307 अंक पर बंद हुआ. हालांकि, निफ्टी बैंक इंडेक्स ने निफ्टी और सेंसेक्स को पछाड़ दिया क्योंकि यह 1.71 फीसदी की तेजी के साथ 40,784 के स्तर पर बंद हुआ.

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नेशनल स्टॉक एक्सचेंज क्या है? इतिहास, उद्देश्य और कार्य

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज क्या है? इतिहास, उद्देश्य और कार्य

दोस्तों, क्या आप जानते है शेयर मार्किट में एनएसई (NSE) क्या है? इसकी आवश्यकता क्यों पड़ा? इसके क्या फायदे है? यह कैसे काम करता है? आईये आज हम इसके विस्तार से जानते है। एनएसई (NSE) भारत का सबसे बड़ा वित्तीय बाजार है और दुनिया के टॉप 10 शेयर बाजार में से एक है। इसकी स्थापना 1992 में हुआ था और इसका मुख्य उद्देश्य भारतीय शेयर बाजार में पारदर्शिता लाना है।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई)

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) क्या है ?

एनएसई (NSE) का पूरा नाम नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड है यह भारत का सबसे बड़ा वित्तीय बाजार है और दुनिया के टॉप 10 शेयर बाजार में से एक है। इसकी स्थापना 1992 में हुआ था और इसका मुख्य उद्देश्य भारतीय शेयर बाजार में सरल और पारदर्शी बनाना है, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग शेयर बाजार में निवेश कर सके। सन 1994 में एनएसई (NSE) ने पहली बार भारतीय शेयर बाजार में इलेट्रॉनिक ट्रेडिंग की शुरुवात किया।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का इतिहास

1992 के प्रसिद्ध घोटाले के बाद, जिसमें एक प्रसिद्ध निवेशक ने भारतीय शेयर बाजार में हेरफेर किया गया था। तब वित्त मंत्रालय ने भारत सरकार तहत, निवेशकों तक शेयर बाजार को आसानी से पहुंचने के बीएसई और एनएसई क्या हैं उद्देश्य से एनएसई की स्थापना का निर्णय लिया गया था। इसकी संस्था की स्थापना की सिफारिस M.J. शेरवानी समिति ने भी किया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज भारत का सबसे बड़ा और तकनीकी रूप से एक विकसित स्टॉक एक्सचेंज है। इसकी स्थापना सन 1992 में 25 करोड़ पूँजी के साथ मुंबई में किया गया। एनएसई का प्रमुख सूचकांक, निफ्टी 50 है, इसके अंतर्गत 50 कम्पनियाँ रजिस्टर्ड है। सूचकांक में सम्मिलित कंपनियों का समय-समय का आकलन किया जाता है और पुरानी कंपनियों के स्थान पर वे नयी सर्वोत्तम कम्पनीयों को शामिल किया जाता है | इसका उपयोग निवेशकों द्वारा बड़े पैमाने पर भारत और दुनिया भर में भारतीय पूंजी बाजार के बैरोमीटर के रूप में किया जाता है। एनएसई (NSE) द्वारा 1996 में NIFTY 50 इंडेक्स आरम्भ किया गया था।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का उद्देश्य

एनएसई (NSE) के प्रमुख उद्देश्य निम्नलिखित है।

  1. सभी निवेशकों को शेयर बाजार में निवेश करने तथा शेयर खरीदने और बेचने की सुविधा प्रदान करना |
  2. सभी निवेशक सामान रूप से प्रतिभूति को खरीद और बेच सके।
  3. शेयर बाजार को निष्पक्ष, पारदर्शी और दक्ष बनाना।
  4. ख़रीदे और बेचे गए शेयर को अल्प समय बीएसई और एनएसई क्या हैं में हस्तानांतरित करना।
  5. प्रतिभूति बाजार को अंतरास्ट्रीय मानदंडों के अनुरूप स्थापित करना।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के कार्य

दोस्तों ,अब हम नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड के कार्य प्रणाली के बारें में विस्तार से जानेंगे।

अगर कोई निवेशक नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के माध्यम से शेयर बाज़ार में निवेश करना चाहता है तो सबसे पहले उसको मार्किट आर्डर के द्वारा आर्डर देना होता है , और कंप्यूटर ट्रेडिंग जो एक स्वचालित प्रक्रिया है के माध्यम से आपके आर्डर का मिलान किया जाता है। जब कोई निवेशक मार्किट आर्डर देता है तो उसे एक नंबर दिया जाता है जिसको यूनिट नंबर कहा है। कंप्यूटर ट्रेडिंग में खरीदने और बेचने व्यक्ति का नाम गुप्त रखा जाता है। खरीदने वाले व्यक्ति को बेचने वाले व्यक्ति को कोई जानकारी नहीं रहता है और बेचने वाले व्यक्ति को खरीदने वाले व्यक्ति की कोई जानकारी नहीं रहता है।

जब आपका आर्डर को कोई मिलान नहीं मिलता है तो आर्डर के क्रम को मिलाने के लिए आर्डर सूची से जोड़ा जाता है, और यह प्राइस टाइम (Price time) के प्राथमिकता के आधार पर निर्धारित किया जाता है। सर्वोत्तम मूल्य के आर्डर को पहले प्राथमिकता दिया जाता है और एकसमान मूल्य वाले आर्डर को पहले आर्डर के आधार पर प्राथमिकता दिया जाता है।

जब निवेशक का आर्डर एक्सचेंज मार्किट में पूरा हो जाता है तो निवेशक के डीमैट अकाउंट में खरीद आर्डर बीएसई और एनएसई क्या हैं या बेच आर्डर में स्वतः ही देखने लगता है। इस तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज निवेशकों के शेयर के लेन देन को पारदर्शी बनता है। डीमैट अकाउंट किसी भी स्टॉक ब्रोकर के द्वारा ओपन किया जा सकता है जो ट्रेडिंग की सुविधा प्रदान करता है। जो ट्रेडिंग सिस्टम में ऑर्डर देते हैं। एनएसई द्वारा घोषित छुट्टियों को छोड़कर, एक्सचेंज मार्केट सप्ताह में पांच दिन सोमवार से शुक्रवार तक उपलब्ध रहता है।

दोस्तों, हमने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड के बारें में विस्तार से समझा। अब आप समझ गए है कि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज स्थापना प्रतिभूति बाज़ार को निष्पक्ष, पारदर्शी और दक्ष बनाने के लिए किया गया, जिससे सभी निवेशक विश्वास के साथ प्रतिभूति बाज़ार में निवेश कर सके। अगर आप भी शेयर मार्किट में निवेश करने के लिए सोच रहे है और आपको शेयर बाज़ार के बारें में ज्यादा जानकारी नहीं है तो आप सेबी से पंजीकृत निवेश सलाहकार की सहायता ले सकते है यह आपको सही शेयर खरीदने में सहायता करेगा।

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NSE F&O Ban List : सिर्फ इस शेयर में आज नहीं होगी डेरिवेटिव ट्रेडिंग, एनएसई ने बताई यह वजह

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© Moneycontrol द्वारा प्रदत्त NSE F&O Ban List : सिर्फ इस शेयर में आज नहीं होगी डेरिवेटिव ट्रेडिंग, एनएसई ने बताई यह वजह NSE F&O Ban List : नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (National Stock Exchange) यानी NSE ने सोमवार, 26 दिसंबर के लिए फ्यूचर एंड ऑप्शंस (F&O) सेगमेंट के लिए सिर्फ एक स्टॉक पर बैन लगाया है। एनएसई के मुताबिक, इस शेयर की मार्केट वाइड पोजिशन लिमिट (market wide position limit) 95 फीसदी को पार कर गई है। यह शेयर इंडिया बुल्स हाउसिंग फाइनेंस (Indiabulls Housing Finance) है जो एफएंडओ बैन लिस्ट (F&O ban list) का हिस्सा बन गया बीएसई और एनएसई क्या हैं है। इंडियाबुल्स ग्रुप का हिस्सा इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस भारत की प्रमुख होम फाइनेंस कंपनियों में से एक है। कंपनी हाउसिंग फाइनेंस, कंज्यूमर फाइनेंस और रियल एस्टेट से जुड़ी हुई है। 5 दिन में 11 फीसदी टूटा शेयर Indiabulls Housing Finance का शेयर शुक्रवार, 23 दिसंबर को बीएसई पर 9 फीसदी की भारी गिरावट के साथ 130.65 रुपये पर बंद हुआ। पिछले 5 दिन में शेयर 11 फीसदी टूट चुका है। हालांकि, छह महीने में शेयर ने छह फीसदी का रिटर्न दिया है। हालांकि बीते एक साल में शेयर लगभग 40 फीसदी टूट चुका है। Shriram Finance ने 150% अंतरिम डिविडेंड का किया ऐलान, जानिए क्या है रिकॉर्ड डेट एनएसई रोजाना ट्रेड के लिए एफएंडओ बैन में सिक्योरिटीज की लिस्ट को अपडेट करता है। NSE ने कहा, यदि सिक्योरिटीज में डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट्स की मार्केट वाइड पोजिशन लिमिट 95 फीसदी से ज्यादा हो जाती है तो वे बैन लिस्ट में शामिल हो जाते हैं। सिर्फ घटाई जा सकेगी पोजिशन NSE ने कहा, सभी क्लाइंट्स या मेंबर्स इन शेयरों में डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट्स तभी ले पाएंगे जब वे ऑफसेटिंग पोजिशंस के जरिए अपनी पोजिशन घटाएंगे। ओपन पोजिशन में अगर इजाफा होता है तो उनके खिलाफ जरूरी कार्रवाई की जाएगी और जुर्माना लगाया जाएगा। Multibagger Stock: गिरते बाजार में भी ऊपर चढ़ा यह स्टॉक, ढाई साल में 10 गुना बढ़ा पैसा, बीएसई और एनएसई क्या हैं क्या आपने किया है निवेश? बैन के दौरान ट्रेडर्स को इन शेयरों में नई पोजिशन लेने की इजाजत नहीं रहेगी। लेकिन वह अपनी पोजिशन घटा सकते हैं। F&O Ban से किसी शेयर में बहुत ज्यादा स्पेकुलेशन को रोका जा सकता है।

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Daily Voice : 2023 की दूसरी छमाही में ब्याज दरों में कटौती की कम है संभावना, इस फंड मैनेजर ने कही यह बात

NSE में गड़बड़ी पर सेबी ने मांगी रिपोर्ट: तकनीकी खराबी के बाद 3.45 बजे शुरू हुआ NSE, बीएसई भी 5 बजे तक खुला रहा

शेयर बाजार रेगुलेटर ने NSE से रिपोर्ट मांगी है। यह रिपोर्ट NSE में तकनीकी गड़बड़ी पर मांगी गई है। आज एनएसई सुबह से लाइव अपडेट नहीं कर पाया। सेबी ने एक रिलीज जारी कर कहा है कि एनएसई को यह सलाह दी जाती है कि वह इस मामले में पूरी जानकारी मुहैया कराए।

सेबी ने पूछा, क्यों नहीं डिजास्टर रिकवरी साइट पर कारोबार शिफ्ट किया गया

सेबी ने कहा कि NSE ने डिजास्टर रिकवरी साइट पर कारोबार को क्यों नहीं शिफ्ट किया, इसका भी जवाब दे। यह जवाब एनएसई को जल्दी से जल्दी देने को कहा गया है। सेबी ने कहा कि वह लगातार NSE के साथ संपर्क में इस दौरान था। साथ ही उसे कारोबारी समय बढ़ाने को कहा गया। शेयर बाजार में बुधवार को शाम 5 बजे तक कारोबार हुआ। 3.45 बजे एनएसई में कारोबार शुरू हुआ था। इससे पहले 3.30 बजे प्री ओपन मार्केट कारोबार शुरु हुआ। इसी के साथ बीएसई पर भी 5 बजे तक कारोबार हुआ। इसका कट ऑफ टाइम 5.30 बजे रहा।

सुबह 11.40 को आई थी खराबी

इससे पहले नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के सिस्टम में सुबह 11:40 बजे खराबी आ गई थी। लोग जिस कीमत पर शेयर खरीदते हैं, वह कीमत एक्सचेंज पर दिखना बंद हो गई थी। इस वजह से ट्रेडिंग रोक दी गई। तकनीकी दिक्कत 3.45 को सही हुई। इसके बाद कारोबार का समय बढ़ाने का फैसला हुआ। साथ ही जो भी ऑर्डर आज पेंडिंग थे, उन्हें कैंसल कर दिया गया है।

1 बजे भी नहीं शुरू हो पाया NSE

इस बीच, खबर बीएसई और एनएसई क्या हैं आई कि 1 बजे NSE में प्री मार्केट शुरू होगा और 1.15 बजे सामान्य कारोबार शुरू होगा। दरअसल प्री मार्केट कारोबार हर दिन सुबह 9 बजे होता है और 9.15 बजे मार्केट चालू हो जाता है। जब इसकी खबर फैली तो NSE ने यह कह दिया कि ऐसा कुछ नहीं है। एक ब्रोकरेज हाउस ने बताया कि आज कारोबार होना मुश्किल है। हालांकि, BSE में कैश सेगमेंट चालू है, इसलिए ट्रेडर या निवेशक वहां पर कारोबार करते रहे।

NSE के लाइव डेटा के अपडेट में आज सुबह से ही दिक्कत आ रही थी। सोशल मीडिया पर रिटेल ट्रेडर और ब्रोकरेज हाउस लगातार इसकी शिकायत कर रहे थे। एक्सचेंज पर इस तरह की समस्या जुलाई 2017 में भी देखने को मिली थी, जब कैश और वायदा सेगमेंट को तकनीकी दिक्कतों के चलते बंद करना पड़ा था।

NSE ने कैश और वायदा सेगमेंट बंद किया

NSE ने इस मामले में कहा कि टेलीकॉम सेवा देने वाली दो कंपनियों के साथ NSE के ढेर सारे लिंक हैं। हमने दोनों कंपनियों से बात की है। हम जल्द ही सिस्टम को फिर से चालू करने की कोशिश कर रहे हैं। इस वजह से 11.40 बजे से हमारे सभी सेगमेंट बंद हैं।

माक ट्रेडिंग सेशन भी होता है

एक यूजर्स ने लिखा है कि NSE इस तरह की गड़बड़ियों से निपटने और अपने सिस्टम को जांचने के लिए माक ट्रेडिंग सेशन करता रहता है, लेकिन फिर भी ऐसी गड़बड़ियां सामने आती रहती हैं। माक ट्रेडिंग सेशन मतलब अचानक आई गड़बड़ी का पता लगाना और उसे सुलझाना।

सोशल मीडिया पर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) ने कहा कि यहां सभी सेगमेंट में नॉर्मल ट्रेडिंग हो रही।

रिटेल ट्रेडर की नजर लगातार प्राइस फीड पर

रिटेल ट्रेडर लगातार अपडेट हो रहे प्राइस फीड पर नजर गड़ाए रहते हैं। ये ट्रेडर्स सोशल मीडिया पर लगातार इसकी शिकायत करते रहे। सोशल मीडिया पर शिकायतों में कहा गया है कि NSE इंडेक्स का लाइव डेटा अपडेट नहीं हो रहा है। निफ्टी 50, निफ्टी बैंक से जुड़े लाइव अपडेट हासिल करने में परेशानी हो रही है। शिकायत करने वालों ने कहा है कि वे लगातार NSE से संपर्क में हैं।

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