1. अपने इन्वेस्टमेंट पर खूब मुनाफा कमाना

निवेश प्लान

एकमुश्त इन्वेस्टमेंट के बारे में वे सारी बातें जो आप सबको पता होनी चाहिए

एकमुश्त इन्वेस्टमेंट के बारे में वे सारी बातें जो आप सबको पता होनी चाहिए - स्मार्ट मनी

आप इसकी तुलना इस बात से कर सकते हैं कि जैसे आज लोग कहें "अरे, मैंने अब तक वैक्सीन नहीं लिया।" आज के दौर में यह कहने का मतलब है - 2019 में इसका शायद ही जानिए पैसा इन्वेस्ट करने का सही तरीके कोई मतलब होता। उस वक़्त किसी को भी वैक्सीन नहीं लगा था। लेकिन अब क्योंकि लोग वैक्सीन लगवा रहे जानिए पैसा इन्वेस्ट करने का सही तरीके हैं इसलिए कोई यह कह सकता है कि उसे वैक्सीन नहीं लगा है।

आपको एकमुश्त कब इन्वेस्ट करना चाहिए?

  1. जब आपके हाथ में बड़ी पूंजी हो।
    जैसे बस अभी-अभी आपको सालाना बोनस मिला हो या विरासत में कुछ मिला हो? या हो सकता है आपका कोई दूसरा इन्वेस्टमेंट मैच्योर हो गया हो? इस पैसे को तुरंत म्यूचुअल फंड लगाना जायज़ है। लेकिन जब आपकी पूंजी बचत खाते से जुड़ी हो तो संभावित कमाई गंवाने का कोई कोई जानिए पैसा इन्वेस्ट करने का सही तरीके मतलब नहीं है। एसआईपी का ज़रिया अपनाने का मतलब है जानिए पैसा इन्वेस्ट करने का सही तरीके म्यूचुअल फंड की यूनिट की लगत को एवरेज आउट करना जिनमें रोज़ाना उतार-चढ़ाव होता है। भले ही आप अपनी यूनिट के लिए शायद अधिक कीमत का भुगतान करते हैं जानिए पैसा इन्वेस्ट करने का सही तरीके लेकिन बहुत गुंजाइश होती है कि इससे आपको बचत खाते से मिलने वाले कम ब्याज के मुकाबले बेहतर आमदनी हो।
  2. यदि आप एसआईपी के लिए मासिक बचत अलग नहीं जानिए पैसा इन्वेस्ट करने का सही तरीके रख सकते
    तो आप शायद वैसे व्यक्ति हैं जो हर महीने बचत के लिए प्रतिबद्ध नहीं हो सकते। आपने कुछ महीने तो कुछ पूंजी अलग रख ली लेकिन प्रतिबद्ध नहीं हो सके। या फिर शायद आपकी कमाई अनिश्चित है। ऐसे मामले में, एकमुश्त इन्वेस्टमेंट का विकल्प चुनना समझदारी हो सकती है।
  3. यदि आपको टैक्स-सेविंग इन्वेस्टमेंट करने में देर हो जाती है,
    यदि फरवरी आ गई है और आपने अब तक 31 मार्च को समाप्त होने वाले वित्त वर्ष के लिए 80सी के तहत इन्वेस्टमेंट नहीं किया हो तो आपके पास एसआईपी के लिए समय नहीं होता है (हालाँकि कुछ म्यूचुअल फंड साप्ताहिक एसआईपी की सुविधा देते हैं)। ऐसे में आप एकमुश्त इन्वेस्टमेंट के जरिए अपने टैक्स-सेविंग म्यूचुअल फंड का विकल्प चुन सकते हैं। इन टैक्स सेविंग म्यूचुअल फंड को इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम के रूप में जाना जाता है - ये आपकी पूंजी को तीन साल के लिए लॉक-इन करते हैं और आपको आयकर अधिनियम की धारा 80सी के तहत 1,50,000 रुपये तक का टैक्स बेनिफिट देते हैं। आप आमतौर पर एसआईपी या एकमुश्त तरीके से इन्वेस्ट कर सकते हैं लेकिन यदि आपको इन्वेस्टमेंट में देर हो रही है तो आपको टैक्स भरने की समय सीमा तक एकमुश्त इन्वेस्टमेंट करना चाहिए।

क्या कहते हैं विशेषज्ञ

विशेषज्ञों की राय में निवेश करना एक अच्छी आदत है, लेकिन इसकी शर्त यह है कि सही वक्त पर सही जगह पर पैसा लगाया जाए. वे कहते हैं कि पैसा वहां लगाना चाहिए, जहां से दोहरा फायदा मिलने के आसार अधिक हों. इसका मतलब यह कि जहां ज्यादा मुनाफा के साथ टैक्स सेविंग्स भी हो जाए, वहीं निवेश करना ज्यादा बेहतर होगा.

शेयर बाजार की विभिन्न कंपनियों के शेयरों में हर महीने 1000 रुपये निवेश करके अपने पोर्टफोलियो को बेहतर बनाया जा सकता है. हालांकि, इतनी कम राशि में आप बड़ी कंपनियों के महंगे स्टॉक्स में निवेश नहीं कर पाएंगे, लेकिन कई ऐसी कंपनियां हैं जो अच्छा ग्रोथ कर रही हैं और उनके शेयर की कीमत 1000 रुपये से कम है. ऐसी कंपनियों का शेयर खरीदकर आप अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं, लेकिन किसी भी कंपनी का शेयर खरीदने से पहले अच्छी तरह रिसर्च जरूर कर लें.

म्यूचुअल फंड

कंपनियों के शेयरों के अलावा म्यूचुअल फंडों में हर महीने कम से कम 500 रुपये का निवेश भी कर सकते हैं. निवेशक अपने वित्तीय लक्ष्य के हिसाब से म्यूचुअल फंड स्कीम चुन सकते हैं. म्यूचुअल फंड के किसी डायरेक्ट प्लान में निवेश करने का फायदा यह है कि आपको कमीशन नहीं देना पड़ता है. इसलिए लंबी अवधि के निवेश में आपका रिटर्न बहुत बढ़ जाता है. SIP के जरिये या इक्विटी म्यूचुअल फंड, डेट म्यूचुअल फंड या हाइब्रिड म्यूचुअल फंड स्कीम में निवेश कर सकते हैं.

पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ) में निवेश करने में सबसे कम जोखिम है. इसमें पैसा डूबने का कोई खतरा नहीं रहता है. अभी पीपीएफ पर सालाना 7.1 फीसदी की दर से ब्याज मिलता है और सरकार आयकर की धारा 80सी के तहत पीपीएफ में निवेश करने पर 1.5 लाख तक का टैक्स लाभ भी देती है. इसका लॉक पीरियड 15 साल है. 15 साल तक अगर आप पीपीएफ में हर महीने 1000 रुपये जमा करते हैं, तो कुल जमा राशि 1,80,000 हो जाती है, लेकिन बदले में आपको 3,25,457 रुपये मिलेंगे.

रेकरिंग टर्म डिपॉजिट

रेकरिंग डिपॉजिट (आरडी) एक तरह का टर्म डिपॉजिट है, जो निवेशकों की नियमित बचत की आदत को बढ़ावा देता है. आरडी खाते में हर महीने कम से कम 100 रुपये निवेश किया जा सकता है. इसकी अधिकतम मेच्योरिटी 10 साल की है. इसमें ग्राहकों को 3 फीसदी से लेकर 9 फीसदी तक ब्याज मिलता है.

जानें किन शेयरों पर निवेश से होगा फायदा, किनका कारोबार हुआ धड़ाम

जानें किन शेयरों पर निवेश से होगा फायदा, किनका कारोबार हुआ धड़ाम

आप नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (एनएससी) एक छोटी बचत योजना है, जिसमें आप 100 रुपये से लेकर कितनी भी राशि निवेश कर सकते हैं. इस समय इस पर 6.8 फीसदी सालाना ब्याज मिल रहा है. आप इसे पोस्ट ऑफिस या किसी बैंक से खरीद सकते हैं. इसमें निवश करने पर आयकर की धारा 80सी के तहत सालाना 1.5 लाख रुपये का टैक्स से लाभ मिलता है. अगर आप पांच साल के लिए एनएससी में हर महीने 1000 रुपये निवेश करते हैं, तो एक साल में इसमें 12,000 रुपये जमा होते हैं, लेकिन पांच साल के बाद यह रकम 16,674 रुपये हो जाती है.

Prabhat Khabar App :

देश, दुनिया, बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस अपडेट, टेक & ऑटो, क्रिकेट और राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

रेटिंग: 4.73
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 690