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आपके डेटा की सुरक्षा, इस बात पर निर्भर करती है कि डेवलपर, डेटा को कैसे इकट्ठा और शेयर करते हैं. डेटा को निजी और सुरक्षित रखने के तरीके अलग-अलग हो सकते हैं. ये आपकी जगह, उम्र, और ऐप्लिकेशन के इस्तेमाल के हिसाब से तय किए जाते हैं. यह जानकारी डेवलपर उपलब्ध कराता है और समय-समय पर इस जानकारी को अपडेट भी किया जा सकता है.
सेबी की नजरों में चढ़ी हाई फ्रीक्वेंसी ट्रेडिंग
जाने-माने लेखक माइकल लुइस की हालिया किताब 'फ्लैश बॉयज: अ वॉल स्ट्रीट रिवोल्ट' पब्लिश होने के बाद हाई फ्रीक्वेंसी ट्रेडिंग की.
एल्गो ट्रेडिंग फ़्रीक्वेंसी ट्रेडिंग में ट्रेड के ऑर्डर प्री प्रोग्राम्ड सिस्टम के जरिए एग्जिक्यूट किए जाते हैं। ऑर्डर एग्जिक्यूशन का काम टाइमिंग, प्राइस या ऑर्डर की क्वॉन्टिटी के हिसाब से होता है। ज्यादातर मामलों में ऑर्डर्स कंप्यूटर एग्जिक्यूट करता है। इसके चलते ऑर्डर एग्जिक्यूशन फ़्रीक्वेंसी ट्रेडिंग की स्पीड मिलीसेकेंड से बढ़कर माइक्रोसेकेंड तक पहुंच गई है। आने वाले समय में यह नैनोसेकेंड्स तक पहुंच सकता है। जेपी मॉर्गन, मॉर्गन स्टेनली, क्रेडिट सुइस और डोएचे बैंक जैसे विदेशी इनवेस्टमेंट बैंकर्स इस बिजनेस के बड़े प्लेयर्स माने जाते हैं।
डेस्टिमनी सिक्योरिटीज के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ सुदीप बंद्योपाध्याय कहते हैं, 'एल्गो ट्रेडिंग इंडिया में चल नहीं पाया क्योंकि इसको लेकर मार्केट पार्टिसिपेंट्स के बीच जागरूकता नहीं है। इस प्लेटफॉर्म को सिर्फ चुनिंदा इंस्टीट्यूशनल क्लाइंट्स और एचएनआई यूज कर रहे हैं। मार्केट में बहुत ज्यादा वोलैटिलिटी होने पर एल्गो ट्रेडिंग प्रोग्राम बहुत कामयाब होता है।' एल्गो ट्रेडिंग से दुनिया भर के फाइनैंशल इंस्टीट्यूशंस को इंडियन मार्केट में फास्ट एक्सेस मिला है। हालांकि मार्केट में ऐसे एल्गो प्रोग्राम की जरूरत है, जो ट्रेड एग्जिक्यूशन में लगने वाला समय कम से कम कर दे। आलोचकों का कहना है कि इसकी वजह से मार्केट में फ्लैश क्रैश हो सकता है। इसके जरिए मार्केट में आसानी से जोड़तोड़ किया जा सकता है या वहां गैरकानूनी गतिविधियां चलाई जा सकती हैं।
हाई फ्रीक्वेंसी ट्रेडिंग का मकसद डेली और इंट्रा डे चेंज का फायदा उठाने के लिए मार्केट में जल्दी-जल्दी एंट्री करना और निकलना होता है। आमतौर पर एचएफटी में डिलिवरी वाली पोजीशन नहीं ली जाती है और सभी पोजीशन उसी दिन क्लोज कर दिए जाते हैं। डिस्काउंट ब्रोकरेज फर्म आरकेएसवी के को-फाउंडर रघु कुमार कहते फ़्रीक्वेंसी ट्रेडिंग हैं, 'पिछले कुछ महीनों से फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (एफआईआई) शेयर खरीदने के लिए एल्गो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म यूज कर रहे हैं।
एल्गो ट्रेडिंग में सबसे अच्छी कीमत मिलने का चांस रहता है क्योंकि इसमें स्पीड का फायदा मिलता है।' इंडिया में इडलवाइज, कोटक सिक्यॉरिटीज, इंडिया इंफोलाइन, एक्सिस सिक्यॉरिटीज और शेयरखान जैसे कुछ ब्रोकरेज फर्म एल्गो ट्रेडिंग मुहैया करा रहे हैं लेकिन इसका एक्सेस रीटेल इन्वेस्टर्स को नहीं मिल रहा है। मोतीलाल इनको ऐसा प्लेटफॉर्म मुहैया कराने का प्लान बना रही है।
high frequency trading न्यूज़
बाजार में लगेगी आपके पर्सनल डेटा की बोली, Caden नाम की इस कंपनी ने यूजर्स की बढ़ाई सिरदर्दी
यह ऐप अब आपके पर्सनल डेटा के बदले पेमेंट करने जा रहा है। बता दें, हाल ही में 40 करोड़ लोगों फ़्रीक्वेंसी ट्रेडिंग का डेटा चोरी हो गया था। यहां जानिए यह App कैसे काम करने वाला है?
Tata और Mahindra की सुनामी में ध्वस्त हुई Hyundai की बादशाहत, SUV बिक्री के मामले में विदेशी कंपनियों को दी पटखनी
SUV सेगमेंट में टाटा मोटर्स की नेक्सन, हैरियर, सफारी और पंच भारतीय बाजार में मौजूद हैं। वहीं महिंद्रा की थार, स्कॉर्पियो एन और एक्सयूवी 700 इस साल काफी पसंद की गई।
यूजर्स को निराश करने में सबसे आगे रही ये टेक्नोलॉजी, लिस्ट में Apple का प्रोडक्ट भी शामिल
टेक्नोलॉजी के मामले में साल 2022 उतार-चढ़ाव से भरा रहा है। इस साल हुए कई टेक्नोलॉजी इनोवेशन बुरी तरह फेल भी हुए हैं। आइए आज आपको साल 2022 की सबसे ऐसी टेक्नोलॉजी के बारे में बताते हैं, जो यूजर्स की उम्मीदों पर खरी नहीं उतर पाई है।
वो 3D मॉडलिंग सॉफ्टवेयर जिसका आज भी चलता है सिक्का, GFX और 3D की दुनिया में हासिल है बादशाहत
आज हम आपको थ्री डी की दुनिया के कुछ ऐसे सॉफ्टवेयर्स के बारे में बताने फ़्रीक्वेंसी ट्रेडिंग जा रहे हैं जो थोड़े पुराने जरूर हैं, लेकिन उनकी मांग आज भी मार्केट में बनी हुई है।
स्मार्ट रिंग से लेकर 350 Mbps डाउनलोड स्पीड देने वाले डिवाइस तक, ये हैं 2022 के 5 सबसे इनोवेटिव गैजेट
साल 2022 में टेक्नोलॉजी के लिहाज से बहुत शानदार रहा है। इस साल कई बेहतरीन टेक्नोलॉजीस से पर्दा उठा है। आइए आपको इस साल के सबसे इनोवेटिव गैजेट्स के बारे में बताते हैं।
7th pay commission: नए साल से पहले लाखों कर्मचारियों के लिए खुशखबरी, DA में हुई जोरदार बढ़ोत्तरी
कर्मचारियों (Government Employees and Pensioners) को महंगाई से बड़ी राहत मिली है। राज्य सरकार ने मंगलवार को राज्य कर्मचारियों के महंगाई भत्ते (Dearness Allowance) में 12% की बढ़ोत्तरी करने की घोषणा की है।
कार का एयर बैग एक्सपायर हो उससे पहले ऐसे करें कंफर्म, यात्रा रहेगी सुरक्षित
Car Air Bags: एक कार के एयरबैग को कितने दिनों में चेंज करवा देना चाहिए। इसके लिए नियम क्या कहता है? और एयरबैग एक्सपायर होने से पहले उसका पता कैसे फ़्रीक्वेंसी ट्रेडिंग लगा सकते हैं। आइए जानते हैं।
कार की विंड स्क्रीन से फॉग को हटाने के लिए फॉलो करें ये तीन स्मार्ट तरीके
सर्दियों के मौसम में कई बार कार चलाते वक्त विंड स्क्रीन पर फॉग का सामना करना पड़ जाता है। उसे हटाने के 3 स्मार्ट तरीके आज हम आपके साथ शेयर करने जा रहें हैं, जिसकी मदद से आपको बिना किसी रुकावट के सफर पूरा करने में मदद मिलेगी।
बिना मैकेनिक के पास जाए कार की विंड स्क्रीन से ऐसे चेंज करें वाइपर, यहां जानें स्मार्ट तरीके
कार चलाते वक्त विंड स्क्रीन पर कई बार धुल आकर जम जाता है, कभी-कभी उसे फ़्रीक्वेंसी ट्रेडिंग साफ करने में वाइपर काम नहीं करता है। ऐसे में उसे चेंज करने के पांच स्मार्ट तरीकों के बारे में आपको पता होना चाहिए।
3-व्हीलर सेगमेंट में Piaggio ने पेश किए दो नए वैरिएंट्स, यहां जानें कीमत और फीचर्स
भारत में ईवी को लेकर एक नया उत्साह लोगों में देखा जा रहा है। इसका फायदा उठाते हुए ईवी कंपनियां अपने नए व्हीकल्स को लॉन्च कर रही हैं।
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Sadhvi Pragya Controversy : साध्वी प्रज्ञा के विवादित बयान के खिलाफ शिकायत, हिंदुओं को दी थी ये सलाह
Bhopal की BJP सांसद Sadhvi Pragya Thakur के विवादित बयान पर घमासान मचा है। कांग्रेस नेता तहसीन पूनावाला ने उनके खिलाफ पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है। #sadhvipragyathakur #sadhvipragya #bhopalnews #hindinews #indiatv
COVID Mock drill Update : केंद्र सरकार की गाइडलाइंस में कौन सी बातें हैं शामिल, जानिए इस रिपोर्ट में
COVID-19 Mock drill Update | दिल्ली में भी कोरोना के ख़िलाफ़ मॉक ड्रिल जोर-शोर से चल रही है, लेकिन मॉक ड्रिल कैसे करनी है, क्या-क्या इंतजाम रखना है ? इसकी पूरी गाइडलाइन्स केंद्र सरकार ने राज्यों को बता दी है। #coronavirus #covid19 #mockdrill #pmmodi #indiaagainstcorona #hindinews #india
COVID-19 Mock drill Update : Delhi के Safdarganj Hospital में Corona से निपटने के क्या हैं इंतजाम
Corona से जंग में आज All India Mauck Drill है। Delhi में भी Corona के ख़िलाफ़ Mauck Drill जोर-शोर से चल रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री Mansukh Mandaviya आज सफदरजंग अस्पताल पहुंचे और इंतजामों का जायजा लिया। #coronavirus #covid19 #omicron #bf7variant
Super 200: आज देश-विदेश की सबसे ताजा 200 बड़ी ख़बरें | Top 200 Headlines Today | December 27, 2022
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Swami Ramdev Yoga : योगगुरु से जानिए, आयुर्वेद और योग को अपनाकर कैसे दूर करें नशे की लत
Swami Ramdev Yoga | योगगुरु से जानिए, आयुर्वेद और योग को अपनाकर कैसे दूर करें नशे की लत#swamiramdev #yoga #ramdevyoga #hindinews #indiatv
Aaj Ka Rashifal: Shubh Muhurat, Horoscope| Bhavishyavani with Acharya Indu Prakash Dec 27, 2022
Aaj Ka Rashifal of Dec 27, 2022: Daily Astrology in Hindi | Bhavishyavani with Acharya Indu Prakash. Learn Vastu TIps and Vastu for positive energy at home and Office.aajkarashifal #bhavishyavani #dailyastrology
Salman Khan की Birthday Party में शामिल हुए India TV के Chairman Rajat Sharma और Ritu Dhawan
Salman Khan की Birthday Party में India TV के Chairman और Editor-in-Chief Rajat Sharma और Ritu Dhawan भी पार्टी में शामिल हुए और सलमान खान को जन्मदिन की बधाईयां दीं। #SalmanKhan #salmankhanbirthday #bollywood #hindinews #rajatsharma #indiatv
COVID Update : मॉकड्रिल से पहले Bihar में 11 विदेशी मिले Corona Positive, राज्यों ने तेज की जांच
देश के चार राज्यों में विदेश से आए लोग Corona Positive पाए गए हैं। सबसे ज्यादा लोग बिहार के गया में मिले हैं। यहां 11 विदेशी पर्यटक कोविड इंफेक्टेड पाए गए हैं, जिन्हें आइसोलेट कर दिया गया है। #coronavirus #covidupdate #biharcoronacase #hindinews #indiatv
Salman Khan Birthday : 57 साल के हुए Bollywood के भाईजान, Birthday Party में पहुंचे कई सितारे
Salman Khan की Birthday Party में उनके कुछ खास मेहमान भी शामिल हुए। India TV के Chairman और Editor-in-Chief Rajat Sharma और Ritu Dhawan भी पार्टी में शामिल हुए और सलमान खान को जन्मदिन की बधाईयां दीं। #SalmanKhan #salmankhanbirthday #bollywood #hindinews #rajatsharma #indiatv
China Covid Update : Corona के कहर के बीच सामने आए Xi Jinping, COVID से जुड़ी हर पाबंदी को हटाया
China की नई Corona Guideline ना सिर्फ चीन में हालात को भयावह बनाने वाले हैं। बल्कि हर उस देश के लिए खतरे की घंटी है, जहां चीन से लोग आवाजाही कर रहे हैं। China ने अब RT-PCR टेस्ट की अनिवार्यता भी खत्म कर दी है।#coronavirus #covidnews #coronaviruscase #xijinping #hindinews #indiatv
डार्क पूल
डार्क पूल को एटीएस (वैकल्पिक व्यापार प्रणाली) के एक रूप के रूप में माना जा सकता है जो विशिष्ट निवेशकों को विक्रेता या खरीदार की खोज के दौरान सार्वजनिक रूप से समग्र इरादों को प्रकट किए बिना व्यापार करते समय थोक, बड़े आकार के ऑर्डर देने का मौका प्रदान करता है।
डार्क पूल की मूल बातें
डार्क पूल की अवधारणा 1980 के दशक के दौरान पेश की गई थी। यह तब हुआ जब एसईसी (सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन) ने दलालों को शेयरों के बड़े आकार के ब्लॉक के लिए लेनदेन सुनिश्चित करने की अनुमति दी। 2007 में एसईसी सत्तारूढ़ और इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग अवधारणा को प्रतिस्पर्धा बढ़ाने के लिए डिजाइन किया गया था, जबकि समग्र लेनदेन लागत को भी कम किया गया था। इसने वहाँ से बाहर डार्क पूल की कुल संख्या में समग्र वृद्धि को बढ़ावा दिया है।
डार्क पूल वित्तीय एक्सचेंजों की तुलना में कम शुल्क वसूलने के लिए जाने जाते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि ये अक्सर एक बड़े आकार की फर्म के भीतर स्थित होते हैं, न कि आम तौर पर एकबैंक.
डार्क पूल ट्रेडिंग सुनिश्चित करने के प्रमुख लाभों में से एक यह है कि संस्थागत निवेशक जो बड़े ट्रेड करने के लिए जाने जाते हैं, संभावित विक्रेताओं और खरीदारों की तलाश करते हुए सार्वजनिक रूप से उजागर किए बिना ऐसा करने में सक्षम हैं। दिया गया पहलू भारी कीमतों के अवमूल्यन को रोकने में मदद करता है - जो अन्यथा हो सकता है। उदाहरण के लिए, ब्लूमबर्ग एलपी ब्लूमबर्ग ट्रेडबुक के मालिक के रूप में जाना जाता है। यह प्रतिभूति और विनिमय आयोग (एसईसी) के साथ पंजीकृत होने के लिए जाना जाता है।
डार्क पूल की अवधारणा को शुरू में संस्थागत निवेशकों द्वारा कई प्रतिभूतियों वाले ट्रेडों को अवरुद्ध करने के लिए लॉन्च और उपयोग किया गया था। फ़्रीक्वेंसी ट्रेडिंग हालांकि, बड़े ऑर्डर के लिए, डार्क पूल का अब उपयोग नहीं किया जाता है।
अवमूल्यन तेजी से जोखिम भरा हो गया है। इसके अलावा, इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म कीमतों को संबंधित दबावों पर तुरंत प्रतिक्रिया करने की अनुमति दे रहे हैं। यदि नया डेटा केवल एक बार व्यापार निष्पादित होने के बाद रिपोर्ट किया जा रहा है, तो, समाचार का मौजूदा पर बहुत कम महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ने वाला हैमंडी.
डार्क पूल और हाई-फ़्रीक्वेंसी ट्रेडिंग
चूंकि सुपर कंप्यूटर केवल कुछ मिलीसेकंड में एल्गोरिथम-आधारित कार्यक्रमों की विशेषता वाले विकसित हुए हैं, एचएफटी (हाई-फ़्रीक्वेंसी ट्रेडिंग) दैनिक ट्रेडिंग वॉल्यूम पर काफी प्रभावी हो गया है।आधार. क्रांतिकारी एचएफटी तकनीक को संस्थागत व्यापारियों को निवेशकों से काफी पहले बड़े-शेयर वाले ब्लॉकों के संबंधित आदेशों को लागू करने की अनुमति देने के लिए जाना जाता है। यह संबंधित शेयर की कीमतों में भिन्नात्मक डाउनटिक्स या अपटिक्स को भुनाने में मदद करता है।
जब बाद के आदेशों का निष्पादन होता है, तो संबंधित एचएफटी व्यापारियों द्वारा लाभ तुरंत एकत्र किया जाता है, जो तब दिए गए पदों को बंद कर सकते हैं। कानूनी चोरी के प्रकार को देखते हुए संबंधित एचएफटी व्यापारियों के लिए महत्वपूर्ण लाभ प्रदान करते हुए दैनिक आधार पर कई बार होने के लिए जाना जाता है। आखिरकार, हाई-फ़्रीक्वेंसी ट्रेडिंग काफी प्रेरक हो गई है कि एकल एक्सचेंज की मदद से बड़े ट्रेडों को लागू करना कठिन हो गया है।
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