Japanese Candlestick क्या हैं ?

कैंडल मार्च. डॉ. अंबेडकर की पुण्यतिथि पर कैंडल मार्च निकालकर श्रद्धासुमन अर्पित किए

बल्देवगढ़। डॉ. बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की 63 वीं पुण्यतिथि पर बस स्टैंड प्रांगण से शाम 6 बजे से कैंडल मार्च निकाला गया। कैंडल मार्च नगर के मुख्य मार्ग से होते हुए बम्होरी तिराहा स्थित डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर जाकर समाप्त हुआ। सभी ने बाबा साहब को श्रद्धा सुमन अर्पित किए और उनके बताए हुए मार्ग पर चलने का सभी ने संकल्प लिया। इस दौरान पन्ना लाल अहिरवार, राजेंद्र अहिरवार, सुदर्शन अहिरवार, ओम प्रकाश अहिरवार एवं संघ के पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे। कैंडल मार्च में झिनगुवां, अमुस्या खेरा, बनपुरा, बेसा, सुजानपुरा, जीनागढ़, बल्देवगढ़ के भीम सेना के सदस्य उपस्थित थे।

धार्मिक आयोजन. भगवान का जन्म होते ही बजने लगी बधाईयां, जमकर थिरके श्रृद्धालु
नौगांव | नगर की ड्रीम वैली कॉलोनी में चल रही संगीतमय भागवत कथा के चौथे दिन भगवान के जन्म की लीलाओं का वर्णन किया गया। जिसमें कथा व्यास अनिल कृष्ण शास्त्री महाराज ने भगवान के 24 अवतारों की कथा सभी को विस्तार से श्रवण कराई। जिसमें मत्स्यावतार, परशुराम अवतार, बाराह अवतार, बामन अवतार के साथ मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के जन्म की कथा सुनाई। तत्पश्चात चंद्र वंश का वर्णन करते हुए भगवान कृष्ण जन्म उत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया गया, जिसमें अनेक भक्तगण बधाई गायन में लाल कैंडल को समझना लाल कैंडल को समझना झूम कर नाचे। शास्त्री जी ने सबसे पहले वामन भगवान के अवतार की कथा का वर्णन किया। कथा के दौरान बावन भगवान की दिव्य झांकी के दर्शन भी श्रोताओं ने किए, इसके बाद सूर्यवंश का वर्णन किया गया, जिसके तहत श्री राम जन्म की कथा के दौरान चारों भाई राम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न का जन्म हुआ। भगवान का जन्म होते ही राम जन्म की बधाईयां बजने लगीं, महिलाएं बधाई गीत गाने लगीं और श्रृद्धालु झूम उठे। भागवत कथा के चलते चंद्रवंश का वर्णन करते हुए कथा व्यास अनिल कृष्ण शास्त्री ने कृष्ण जन्म की कथा का भी वर्णन किया। भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया गया।

बधाई गीतों पर थिरके श्रृद्धालु: भागवत कथा में वृंदावन से आए कलाकारों ने बधाई गायन किया । जिसमें सभी श्रृद्धालु जमकर थिरके। कथा के बाद बाल कृष्ण भगवान की आरती की गई, तत्पश्चात प्रसाद वितरण किया गया। आज शुक्रवार की कथा में भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन एवं गोवर्धन पूजा की कथा का वर्णन किया जाएगा।

कथा. आत्मा को जानने वाला व्यक्ति हानि लाभ के झंझट से मुक्त हो जाता है: शास्त्री
चंद्रनगर | इन दिनों चंद्रनगर में सात दिवसीय संगीतमय श्रीमद भागवत कथा का आयोजन चल रहा है। कथा को सुनने के लिए बड़ी संख्या में श्रृद्धालु पहुंच रहे हैं। कथा व्यास पं.ओमप्रकाश शास्त्री ने श्रृद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि जीवन में धर्म कार्य एवं भागवत कथा श्रवण करने का सार यही है कि आत्मा के स्वरूप को भलीभांति समझने का प्रयास करें। आत्मा को जानने वाला हानि-लाभ, सुख- दुख, जीवन मरण के कष्ट भय से मुक्त हो जाता है। यह आयोजन पाठक निवास पर चल रहा है। उन्होंने बताया कि स्वप्नावस्था में देखी गई कोई घटना जागने पर झूठी प्रतीत होती है। वैसे ही सांसारिक विषयों की प्राप्ति अंत में झूठी लगती है। परीक्षित को मृत्यु का भय था। सत्संग के द्वारा अपने स्वरूप का ज्ञान कर आत्मा को जो जान गया उसे मृत्यु के भय से मुक्ति प्राप्त हुई। श्री शास्त्री ने कहा कि मनुष्य की पहली इच्छा उसके अनुरूप कार्य करने वाला अच्छा पुत्र और परिवार हो, दूसरी प्रबल इच्छा पर्याप्त धन हो तथा तीसरी इच्छा होती है कि मेरा नाम, मेरा वैभव सभी लोग जान जाएं। यह तीन इच्छाएं मनुष्य को सांसारिकता से दूर नहीं होने देतीं। वह उसी माया मोह में उलझा रहता है।

जम्मू-कश्मीर: टारगेट किलिंग के खिलाफ कश्मीर के लोगों में गुस्सा, शहर में सुरक्षा बढ़ाई, लाल चौक पर निकाला कैंडल मार्च, देखिए तस्वीरें

घाटी में लगातार हो रही टारगेट किलिंग के खिलाफ स्थानीय लोगों ने नाराजगी जताई। उन्होंने श्रीनगर में मारे गए सेल्समैन और पुलिस कर्मी को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी।

श्रीनगर में कैंडिल मार्च निकालते स्थानीय लोग।

घाटी में टारगेट किलिंग के खिलाफ स्थानीय लोग खड़े हुए हैं। मंगलवार को लोगों ने लाल चौक पर कैंडिल मार्च निकालकर गुस्सा जताया। साथ ही श्रद्धांजलि अर्पित की। आखिर कब तक विरोध प्रदर्शन लाल चौक के घंटा घर पर किया गया। इस बीच शहर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। वहीं, कश्मीरी पंडित कारोबारी डा. संदीप मावा ने कहा है कि खतरे के बाद भी वह और उनका परिवार कश्मीर छोड़ने वाला नहीं है। ज्ञात हो कि शहर के बोरीकदल इलाके में सोमवार को आतंकियों ने कश्मीरी पंडित कारोबारी डा. मावा के सेल्समैन इब्राहिम खान की गोली मारकर हत्या कर दी थी। संदीप ने कहा कि वह और उसके पिता रोशन लाल मावा आतंकियों के असल टारगेट हैं, जिन्होंने इब्राहिम की हत्या कर दी थी।

डरा हुआ है परिवार, नहीं छोड़ेंगे कश्मीर
उनका परिवार डरा हुआ है, लेकिन वह कश्मीर छोड़ने वाले नहीं हैं। वह न तो कश्मीर छोड़ने वाले हैं और न ही बंदूक से चुप रहने वाले हैं। कहा कि उनके पास एक एसयूवी गाड़ी है। दोपहर बाद तीन बजे पुलिस ने फोन कर बताया कि वह टारगेट हो सकते हैं। इस वजह से वे अपनी छोटी कार में घर चले गए। इब्राहिम रात आठ बजे एसयूवी लेने गया। आतंकी पहले से ही घात लगाए हुए थे। उन्होंने मुझे समझकर चार गोलियां इब्राहिम को मार दी। संदीप ने बताया कि हत्यारे बोरीकदल में कारोबार वाले स्थान के आसपास घूम रहे थे। इब्राहिम उसके पास पिछले 15 साल से काम कर रहा था। मुझे यह नहीं समझ आ रहा कि उसके परिवार का सामना कैसे करेंगे क्योंकि मुझे लगता है कि मेरी वजह से उसकी जान गई।

घटना की जिम्मेदारी मुस्लिम जाबांज फोर्स ने ली
घटना की जिम्मेदारी मुस्लिम जाबांज फोर्स ने ली है। उसने उर्दू में लिखे पत्र में दावा किया है कि संदीप तथा उसके पिता रोशन लाल मावा असल टारगेट थे। दोनों भारतीय एजेंसियों के लिए काम करने के साथ ही गैर कश्मीरियों को घाटी में लाने में शामिल थे। पुलिस पत्र की वास्तविकता की जांच कर रही है।

मावा के पिता को भी आतंकियों ने 90 में मारी थी गोली
संदीप के पिता रोशन लाल मावा को आतंकियों ने 1990 के दशक में भी गोली मारी थी। उन्हें जम्मू और दिल्ली जाने के लिए बाध्य कर दिया था। 2019 में वह घाटी लौट आए। संदीप ने बताया कि उसके पिता दिल्ली में हैं। वह श्रीनगर में अपनी पत्नी व दो बच्चों के साथ हैं। ताजा घटना से परिवार डरा हुआ है, लेकिन वे उन्हें समझाने का प्रयास कर रहे हैं। वह कश्मीर नहीं छोड़ेंगे।

विस्तार

घाटी में टारगेट किलिंग के खिलाफ स्थानीय लोग खड़े हुए हैं। मंगलवार को लोगों ने लाल चौक पर कैंडिल मार्च निकालकर गुस्सा जताया। साथ ही श्रद्धांजलि अर्पित की। आखिर कब तक विरोध प्रदर्शन लाल चौक के घंटा घर पर किया गया। इस बीच शहर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। वहीं, कश्मीरी पंडित कारोबारी डा. संदीप मावा ने कहा है कि खतरे के बाद भी वह और उनका परिवार कश्मीर छोड़ने वाला नहीं है। ज्ञात हो कि शहर के बोरीकदल इलाके में सोमवार को आतंकियों ने कश्मीरी पंडित कारोबारी डा. मावा के सेल्समैन इब्राहिम खान की गोली मारकर हत्या कर दी थी। संदीप ने कहा कि वह और उसके पिता रोशन लाल मावा आतंकियों के असल टारगेट हैं, जिन्होंने इब्राहिम की हत्या कर दी थी।

श्रीनगर में कैंडिल मार्च निकालते स्थानीय लोग।

डरा हुआ है परिवार, नहीं छोड़ेंगे कश्मीर
उनका परिवार डरा हुआ है, लेकिन वह कश्मीर छोड़ने वाले नहीं हैं। वह न तो कश्मीर छोड़ने वाले हैं और न ही बंदूक से चुप रहने वाले हैं। कहा कि उनके पास एक एसयूवी गाड़ी है। दोपहर बाद तीन बजे पुलिस ने फोन कर बताया कि वह टारगेट हो सकते हैं। इस वजह से वे अपनी छोटी कार में घर चले गए। इब्राहिम रात आठ बजे एसयूवी लेने गया। आतंकी पहले से ही घात लगाए हुए थे। उन्होंने मुझे समझकर चार गोलियां इब्राहिम को मार दी। संदीप ने बताया कि हत्यारे बोरीकदल में कारोबार वाले स्थान के आसपास घूम रहे थे। इब्राहिम उसके पास पिछले 15 साल से काम कर रहा था। मुझे यह नहीं समझ आ रहा कि उसके परिवार का सामना कैसे करेंगे क्योंकि मुझे लगता है कि मेरी वजह से उसकी जान गई।

श्रीनगर में कैंडिल मार्च निकालते स्थानीय लोग।

घटना की जिम्मेदारी मुस्लिम जाबांज फोर्स ने ली
घटना की जिम्मेदारी मुस्लिम जाबांज फोर्स ने ली है। उसने उर्दू में लिखे पत्र में दावा किया है कि संदीप तथा उसके पिता रोशन लाल मावा असल टारगेट थे। दोनों भारतीय एजेंसियों के लिए काम करने के साथ ही गैर कश्मीरियों को घाटी में लाने में शामिल थे। पुलिस पत्र की वास्तविकता की जांच कर रही है।

श्रीनगर में कैंडिल मार्च निकालते स्थानीय लोग।

मावा के पिता को भी आतंकियों ने 90 में मारी थी गोली
संदीप के पिता रोशन लाल मावा को आतंकियों ने 1990 के दशक में भी गोली मारी थी। उन्हें जम्मू और दिल्ली जाने के लिए बाध्य कर दिया था। 2019 में वह घाटी लौट आए। संदीप ने बताया कि उसके पिता दिल्ली में हैं। वह श्रीनगर में अपनी पत्नी व दो बच्चों के साथ हैं। ताजा घटना से परिवार डरा हुआ है, लेकिन वे उन्हें समझाने का प्रयास कर रहे हैं। वह कश्मीर नहीं छोड़ेंगे।

Bullish Harami Candle कैसे काम करती है?

Bullish Harami Candle में पहली कैंडल Long Bearish यानी लंबी मंदी को प्रदर्शित करने वाली लाल रंग की होती है और दूसरी कैंडल Small Bullish candle होती है यानी यह छोटी तेजी को प्रदर्शित करती हुई हरे रंग की कैंडल होती है।

जैसे ऊपर बताया की Bullish Harami Candle को प्रेगनेट महिला के ऊपर है यानी इसमें पहली कैंडल "मां" और दूसरी कैंडल "उनका गर्भ में बच्चा" ऐसा होता है।

Bullish Harami Candle हमेशा चार्ट में लंबी गिरावट के बाद Bottom पर बनती है अगर ऊपर बने तो यह एक आम कैंडल ही मानी जायेगी।

क्युकी यह कैंडल को चार्ट में बने के बाद उस शेयर में मंदी या ज्यादा गिरावट की संभावना खत्म हो जाती है और तेजी की शरुआत हो सकती है।

Bullish Harami Candle कैसे बनता है?

जब Bullish Harami Candle में दूसरी कैंडल बनती है तब वह पहली कैंडल से Gape up open या तेजी के साथ खुलनी चाहिए।

ध्यान रहे जब दूसरी कैंडल बनके तैयार हो जाए तब यह पहली कैंडल के बीच में ही ट्रेड करनी चाहिए पहली कैंडल के open या High Prise के पार नहीं जानी चाहिए।

दूसरी कैंडल जब Close हो तब वह पहली कैंडल के Open Prise के बराबर या नीचे बंद होना चाहिए यानी दूसरी कैंडल लाल कैंडल को समझना पहली कैंडल के बीच में होनी चाहिए।

Bullish Harami Candle में सबसे ध्यान रखने वाली बात यह है की जो Small Bullish कैंडल है वह Long Bearish candle के Open और close prise के बीच में ही होनी चाहिए।

यह कैंडल में Volume का भी काफी महत्व होता है दोनो कैंडल में दूसरी कैंडल में पहली कैंडल से ज्यादा volume होना चाहिए तो शेयर को ऊपर जानेकी संभावना बढ़ जाती है लेकिन कभी कभी अगर वॉल्यूम कम हो तो भी अच्छे से काम करती है।

आपको अगर यहां पहली कैंडल Bearish marubozu बनती दिखाई दे तो यह भी Bullish Harami Candle ही कहा जायेगा।

  • पहली कैंडल Long Bearish और दूसरी कैंडल Small Bullish
  • पहली कैंडल Long Bearish marubozu और दूसरी कैंडल Small Bullish

यह कैंडल सभी प्रकार के बाजार में बनने वाला कैंडल पैटर्न है चाहे आप भारतीय शेयर मार्केट, या कमोडिटी बाजार, या Forex Trade या अन्य कोई भी बाजार में काम करते है।

कई बार यह कैंडल बनने के दूसरे दिन भाव Gape up या अच्छी तेजी के साथ खुलता है और खरीदी करने का मोका मिलता है।

Intraday चार्ट, Daily chart, Weekly Chart, या Monthly Chart इन सभी तरह के चार्ट में बनते हुए दिखाई दे सकता है।

Bullish Harami Candle के बनने के बाद शेयर में Buyer की पकड़ seller की तुलना में मजबूत हो जाती है तो शेयर में तेजी आती है।

अगर आप Intraday करते है तो आप इसको 5 मिनिट, 10 मिनिट या 15 मिनिट के चार्ट में देखक अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।

Teader, अब आपको पता चल गया होगा की जब बाजार में Bullish Harami Candle बनती है तब बाजार में इसका क्या प्रभाव पड़ता है।

Bullish Harami Candle की मदद से Trade (ट्रेड) कैसे ले?

जब चार्ट में Bullish Harami Candle बनती है लाल कैंडल को समझना तब आपको ऊपर दिए गई तरीके से उनको देख के Conformation करना है की यह कैंडल सही बनी है या नहीं।

जब चार्ट में Bullish Harami Candle बन जाए तो इसके बाद की कैंडल अगर Gape up open होती है तो खरीददारी करे, अगर ऐसा नहीं होता तो आपको जबतक नई कैंडल का भाव Bullish Harami Candle की पहली कैंडल के High के ऊपर बंद हो जाए उसके बाद Buy करनी है।

जब आप अपनी पोजिशन बनाते है तब आपको Bullish Harami Candle की पहली कैंडल के Low Prise पर Stop Loss लगाना है।

  • दूसरी कैंडल पूरी तरह पहली कैंडल के Open और Close Prise के बिचमे होना चाहिए।
  • पहली कैंडल Bearish marubozu भी हो सकती है।
  • पोजिशन बनाते समय नई कैंडल को Bullish Harami Candle की पहली कैंडल के High के ऊपर बंद होना जरूरी है।
  • दूसरी कैंडल जितनी छोटी होगी Bullish Harami Candle उतनी अच्छे से काम करती हैं।

आप यह ऊपर वाले शेयर के चार्ट को देखिए यहां आपको लंबी गिरावट के बाद Bullish Harami Candle बनता दिखाई दे रहा होगा।

अब आपको पोजिशन बनानी है तो यह देखना होगा की यह कैंडल सही तरह से Bullish Harami Candle लाल कैंडल को समझना बनी है या नहीं।

अब Bullish Harami Candle चार्ट में बनने के बाद आपको उसके बाद की कैंडल को देखना है क्या वह gape up opening हुआ है??

जक तक Bullish Harami Candle के बाद की कैंडल का भाव Long Bearish कैंडल के High Prise के ऊपर close न हो तब तक ट्रेड नही लेना।

आपको अगर यह कैंडल या किसी अन्य शेयर मार्केट में समस्या है तो हमे comment करके जरूर बताएं हम उनका जल्द से जल्द उतर देंगे।

Japanese Candlestick क्या हैं ? – 400 साल पुराणी तकनीक।

Japanese Candlestick क्या हैं ?

Japanese Candlestick क्या हैं ?

शेयर बाजार में कई प्रकार के चार्ट होते हैं जैसे की Line Chart, Renko Chart, Heikin Ashi Chart, Kegi Chart इत्यादि।

इनमेसे सबसे ज्यादा प्रसिद्द इस्तमाल किया जाने वाला चार्ट हैं Japanese Candlestick Chart.

Share Market में चाहे बडेसे बड़ा Trader या Investor क्यों न हो, ज्यादा तौर पर Candlestick Chart का ही उपयोग करते हैं।

शायद से Candlestick को शेयर मार्किट में मोमबत्ती पैटर्न या मोमबत्ती कहना ठीक नहीं होगा।

इस आर्टिकल मे हम पढ़ेंगे – Japanese Candlestick क्या हैं ? हिंदी मे, Japanese Candlestick की जानकारी, Candlestick सीखना क्यों जरुरी हैं ?, कैंडलस्टिक कितने प्रकार के होते हैं ?, Candlestick के लाल कैंडल को समझना भाग, Candlestick को कैसे समझे ?,Candlestick से हमें क्या पता चलता हैं ?

Table of Contents

1. Candlestick सीखना क्यों जरुरी हैं ?

स्टॉक ट्रेडिंग को सिखने के लिए हमें टेक्निकल एनालिसिस सिखने की लाल कैंडल को समझना जरुरत होती हैं और टेक्निकल एनालिसिस अच्छेसे सिखने के लिए हमें Candlestick को अच्छेसे सीखना बोहोत जरुरी हैं।

क्योकि Candlestick टेक्निकल एनालिसिस की जड़े होती हैं।

2. कैंडलस्टिक कितने प्रकार के होते हैं ?

कैंडलस्टिक के २ प्रकार होते हैं।

एक Bullish कैंडल जो की हरी रंग की होती हैं।

और दूसरी Bearish कैंडल जो की लाल रंग की होती हैं।

जब प्राइस बढ़ कर रुक जाती हैं तो वह हरे रंग की कैंडल यानि के Bullish Candle बनाती हैं।

जब प्राइस घट कर रुक जाती हैं तो वह लाल रंग की कैंडल यानि के Bearish Candle बनाती हैं।

3. Candlestick के भाग

कैंडल स्टिक के ३ भाग होते है।

4. Candlestick को कैसे समझे ?

कैंडलस्टिक में कुल ४ चीजे रहती हैं।

Open, Close, High और Low .

एक उदहारण के तौर पर अगर एक कैंडलस्टिक एक प्राइस पे खुलता या शुरू होता हैं तो उसे हम ओपनिंग प्राइस कहते हैं

उसे दिन प्राइस जितना निचे गया हैं तो उसे हम Lowest Price कहते हैं।

और प्राइस उस दिन जितना ऊपर गया हैं तो उसे हम Highest Price कहेंगे।

और कैंडल जहापे ख़तम हुआ हैं तो उसे हम Closing Price कहेंगे।

5. Japanese Candlestick से हमें क्या पता चलता हैं ?

जब शेयर बाजार खुलता हैं और जिस प्राइस पे कैंडलस्टिक खुलती हैं तब हमें उसका Opening Price पता चलता हैं।

जब शेयर बाजार ऊपर या निचे जाता हैं तब हमें Candlestick का Highest Price और Lowest Price पता चलता हैं।

और जब शेयर बाजार बंद हो जाता हैं तब हमें Candlestick का Closing Price पता चलता हैं।

और सारे पिछले Japanese Candlestick से मिलकर एक Candlestick Chart Pattern बनता हैं।

हर एक कैंडलस्टिक स्टॉक में होने वाले उतार चढाव को दिखता हैं एक समय के जरिये।

जैसे की 1 Min,1 Hour,1 Day,1 Week या 1 Month.

6. निष्कर्ष

अगर आप नए ट्रेडर या इन्वेस्टर हो तो Candlestick से अपने शेयर मार्किट सिखने की शुरवात करना बहुत ही अच्छा पर्याय हैं। क्योकि Candlestick Technical Analysis की जढ़ हैं। Candlestick सबसे आसान और जल्दी समझने वाली चार्ट पद्धति हैं।

  • (आप Candlestick की प्रैक्टिस Tradingview.com पर कर सकते हैं ।)

अन्य पढ़े :-

7. अक्सर पूछे जाने वाले सवाल :

Q.1. Japanese Candlestick क्या हैं ?

Ans: Japanese Candlestick Technical Analysis में एक तकनीक हैं जिससे हमें किसी शेयर की Open, Close, High और Low Price का पता चलता हैं .

Q.2. Candlestick सीखना क्यों जरुरी हैं ?

Ans: स्टॉक ट्रेडिंग को सिखने के लिए हमें टेक्निकल एनालिसिस सिखने की जरुरत होती हैं और टेक्निकल एनालिसिस अच्छेसे सिखने के लिए हमें Candlestick को अच्छेसे सीखना बोहोत जरुरी हैं।

Q.3. Candlestick के कितने भाग होते हैं ?

Ans: कैंडल स्टिक के ३ भाग होते है।
1. Upper Shadow
2. Body
3. Lower Shadow

Technical analysis-Marubozu Candlestick pattern

marubozu candlestick pattern सामान्य कैंडलेस्टिक पेटर्न है।यह 2 प्रकार की होती है।Bullish marubozu candle और Bearish marubozu candle जब चार्ट पर marubozu candle बनती है तब वह कैंडल का कोई shadow नहीं होता।यह एक लंबी कैंडल होती है।मतलब यह कैंडल जब चार्ट में बने तब लंबी तेजी या तो मंदी की कैंडल बननी चाहिए।

Bullish and bearish marubozu candle in Hindi

मारुगुज्जू एक जापानी शब्द है।इसका मतलब बिना बाल वाला आदमी और दूसरे शब्दों में कहें तो पहले को दूसरे पर हावी होना।

जब चार्ट पर marubozu candle बनती है तब वह कैंडल का कोई shadow नहीं होता।यह एक लंबी कैंडल होती है।मतलब यह कैंडल जब लाल कैंडल को समझना चार्ट में बने तब लंबी तेजी या तो मंदी की कैंडल बननी चाहिए।

अगर चार्ट में कोई छोटी marubozu candle बनती है तो उसे marubozu candle नहीं कहते वह एक आम के अंदर ही होगी।

Marubozu चार्ट में ट्रेंड को जारी रखने का संकेत देती है। अगर चार्ट में तेजी का ट्रेन है और चार्ट में पुलिस bullish marubozu candle बनती है तो यह माना जाएगा कि यहां से तेजी और आ सकती है।

यदि चार्ट में मंदी का ट्रेन चल रहा है और इसमें bearish marubozu candle बनती है तो यहां से और मंदी आने की संभावना है ऐसा दर्शाती है।

अगर marubozu candle चार्ट में तेजी का ट्रेंड है और bearish marubozu candle बनता है त समझना चाहिए कि यहां से तेजी

अगर marubozu candle चार्ट में मंदी का ट्रेन चल रहा है और bullish marubozu candle बनता है तो समझना चाहिए कि यहां से मंदी की संभावना कम है और तेजी आने वाली।

Marubozu candle हर प्रकार के मार्केट में बनता है, लेकिन कमोडिटी मार्केट में ज्यादातर सर्किट के टाइम ही दिखता है, सर्किट का मतलब यह है कि कहां से तेजी और मंदी होने की संभावना खत्म हो गई है।

Marubozu candle intraday चार्ट,daily चार्ट, weekly चार्ट, monthly चार्ट चार्ट ऐसे सभी चार्ट में बनता है और अच्छे से काम भी करता है। अब marubozu candle के प्रकार के बारे में समझते हैं।

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