स्टॉक्स और शेयरों में कैसे प्रवेश करें: 5 नोट-योग्य टिप्स
यह सब बाजार की ताकतों के बारे में है, और जब यह समझने की बात आती है कि शेयर बाजार कैसे काम करता है, और यह आपके लाभ के लिए कैसे काम कर सकता है, तो ये तत्व मूल्य कैसे निर्धारित करते हैं। यदि आप स्टॉक जैसी संपत्ति खरीदते हैं, जो एक फर्म में आंशिक स्वामित्व की स्थिति का प्रतिनिधित्व करता है, तो आप वित्तीय रूप से लाभ के लिए खड़े होते हैं यदि कंपनी वित्तीय सफलता प्राप्त करती है और स्टॉक की कीमत बढ़ जाती है। फिर, जब कंपनी का प्रदर्शन बेहतर होता रहता है, तो अतिरिक्त निवेशक गतिविधि में शामिल होने में रुचि रखते हैं। इसके प्रत्यक्ष परिणाम के रूप में, वे निवेशक शेयरों के लिए अधिक कीमत चुकाने को तैयार हैं।
यह इंगित करता है कि आपकी कंपनी के शेयरों का मूल्य हाल ही में बढ़ती मांग के प्रत्यक्ष परिणाम के रूप में बढ़ा है। इस प्रकार स्टॉक और शेयरों में प्रवेश करने के तरीके के बारे में सीखने के महत्व को दर्शाता है। यदि आप अपने शेयरों को उस कीमत पर बेचने में सक्षम हैं जो आपके द्वारा उनके लिए भुगतान की गई कीमत से अधिक है, तो आपको लाभ का एहसास होगा। निवेश जैसी कोई चीज नहीं है जो जोखिम से पूरी तरह मुक्त हो क्योंकि स्टॉक और अन्य मार्केटप्लेस होल्डिंग्स का मूल्य हमेशा नीचे जा सकता है। यही कारण है कि जोखिम मुक्त उद्यम जैसी कोई अवधारणा नहीं है।
समय का अधिकतम लाभ उठाना
लंबी अवधि के लिए निवेश करने और ब्याज चक्रवृद्धि की शक्ति का उपयोग करने से महत्वपूर्ण वित्तीय लाभ हो सकता है। हालांकि निकट अवधि में शेयर बाजार में लाभ कमाना संभव है, यह बाजार की वास्तविक कमाई क्षमता को नहीं दर्शाता है। जब आपकी संपत्ति का मूल्य बढ़ता है, तो आपके खाते में कुल राशि भी बढ़ती है, और अधिक संभावित पूंजीगत लाभ की क्षमता भी पैदा होती है। शेयर बाजार से कमाई उस दर से बढ़ने लगती है फ्यूचर्स ट्रेडिंग कैसे किया जाता है? जो समय के साथ घातीय होती है जब स्टॉक और शेयरों में कैसे प्रवेश किया जाए, इस पर सुझाव मांगे जाते हैं।
लेकिन आपको जितनी जल्दी हो सके निवेश करना शुरू करना होगा यदि आप उस घातीय वृद्धि का अधिकतम लाभ उठाना चाहते हैं। निम्नलिखित परिदृश्य पर विचार करें: जब आप 20 वर्ष के थे, तो आपने 70 वर्ष की उम्र में कार्यबल छोड़ने के इरादे से अपने सेवानिवृत्ति खाते में $1,000 डाल दिए थे। खाते में संचय के 50 वर्षों के बाद देखने के लिए आपके पास $18,000 से अधिक होगा, और यह 6% की वापसी की अपेक्षाकृत कम दर मान रहा है। यह तब भी होता है जब आप खाते में कुछ और नहीं जोड़ते हैं।
नियमित निवेश
समय के साथ आपके पोर्टफोलियो की वृद्धि एक महत्वपूर्ण कारक है। लेकिन अगर आप पैसे को दूर नहीं रखते हैं, तो दशकों तक चक्रवृद्धि ब्याज भी आपके लिए कुछ हासिल नहीं करेगा।
1,000 डॉलर अलग रखने और फिर सेवानिवृत्ति तक इसे भूलने के बजाय, मान फ्यूचर्स ट्रेडिंग कैसे किया जाता है? लें कि आप हर साल 1,000 डॉलर निकालते हैं।
साप्ताहिक या द्विसाप्ताहिक आधार पर एक पूर्व निर्धारित राशि की कटौती करने के लिए अपने 401(के) या ट्रेडिंग खाते को स्वचालित करने से लगातार योगदान आसान हो जाता है।
इसे सेट करने के बाद अपने निवेश को भूल जाइए
याद रखें कि यदि आप स्टॉक मार्केट के पुरस्कारों को वापस लेना चाहते हैं या प्रभावी ढंग से स्टॉक और शेयरों में कैसे जाना है, इसके बारे में सीखना चाहते हैं तो आप इसमें लंबी दौड़ के लिए हैं।
एक कारण के लिए, दिन के कारोबार के साथ अल्पकालिक व्यापार आपको अपनी संपत्ति को लंबे समय तक रखने से मिलने वाले कर लाभों को याद करता है। अल्पकालिक पूंजीगत लाभ (एक वर्ष से कम समय के लिए आपके स्वामित्व वाली संपत्ति को बेचने से लाभ) पर लंबी अवधि के पूंजीगत लाभ (एक वर्ष से अधिक समय तक आपके स्वामित्व वाली संपत्ति को बेचने से लाभ) की तुलना में उच्च दर पर कर लगाया जाता है।
ऐसी परिस्थितियाँ हैं जिनमें निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो की समीक्षा करनी चाहिए, लेकिन ऐतिहासिक रूप से बोलते हुए, यहां तक कि गंभीर बाजार में गिरावट जैसे भालू बाजार अंततः ठीक हो जाते हैं।
बहुमुखी प्रतिभा
सभी निवेशों में जोखिम शामिल होता है – यह संभव है कि आप जिन व्यवसायों में संलग्न हैं उनमें से कुछ का प्रदर्शन कम हो, और यहां तक कि पूरी तरह से विफल भी हो। लेकिन अगर आप अपने निवेश में बदलाव करते हैं, तो खरीदारी उम्मीद के मुताबिक नहीं होने पर आप अपना सारा पैसा बर्बाद होने से सुरक्षित रहेंगे।
यदि आपका पोर्टफोलियो कई अलग-अलग प्रकार की प्रतिभूतियों में विविधतापूर्ण है, तो शेयर बाजार की गिरावट से बाहर निकलना आसान है। यह संदेहास्पद है कि सभी व्यवसाय और उद्योग समान रूप से पीड़ित होंगे या समान डिग्री तक समृद्ध होंगे, इसलिए आप प्रत्येक के एक हिस्से को खरीदकर अपने दांव को हेज कर सकते हैं।
एक पेशेवर के साथ काम करना
हमारी चिकित्सा देखभाल से लेकर हमारी प्लंबिंग आवश्यकताओं तक सब कुछ हमारे द्वारा नियोजित पेशेवरों द्वारा नियंत्रित किया जाता है। आपके निवेश समान स्तर की विशेषज्ञ देखभाल के योग्य हैं।
https://the-bitcoinprofitsway.com/in जैसे वित्तीय सलाहकार आपको लंबी अवधि के लिए निवेश की रणनीति बनाने में मदद कर सकते फ्यूचर्स ट्रेडिंग कैसे किया जाता है? हैं, और यह आपके द्वारा किया जाने वाला सबसे आवश्यक निवेश हो सकता है। पेशेवर स्टॉक में पैसा बनाने में माहिर हैं और बजट बनाने, आगे की शिक्षा के लिए बचत करने और यहां तक कि विरासत छोड़ने की सलाह भी दे सकते हैं।
और एक वित्तीय सलाहकार के साथ व्यवहार करना आपके विचार से लगभग कम खर्च होता है।
तल – रेखा
क्या आप सीखने में रुचि रखते हैं कि आय ट्रेडिंग स्टॉक कैसे बनाएं? क्योंकि सार्वजनिक रूप से कारोबार करने वाली कंपनी में शेयर खरीदना धन संचय करने की दिशा में उठाए जाने वाले सबसे महत्वपूर्ण कदमों में से एक है, आप यह सवाल पूछकर सही रास्ते पर हैं।
यदि आप शेयरों में पैसा बनाना चाहते हैं, तो आपको अपनी होल्डिंग्स को पूरी तरह से फैलाना सुनिश्चित करना होगा, अपनी संपत्तियों को चक्रवृद्धि ब्याज जमा करने और मूल्य में वृद्धि करने के लिए पर्याप्त समय देना होगा, और लगातार आधार पर निवेश करना होगा।
स्टॉक मार्केट में कैसे प्रवेश करें: पांच आसान तरीके
स्टॉक, जिसे इक्विटी के रूप में भी जाना जाता है, एक प्रकार की सुरक्षा है जो किसी कंपनी के स्वामित्व के एक टुकड़े को उसके खरीदारों के लिए प्रस्तुत करता है। यह कंपनी में एक वास्तविक हिस्सेदारी है, क्योंकि यदि आपके पास सभी स्टॉक हैं, तो आपको सभी शॉट्स कॉल […]
इन 5 बातों का रखेंगे ध्यान तो Intraday Trading मे मिल सकता है बेहतर मुनाफा, जानिए कैसे
जो लोग शेयर बाजार में एक ही दिन में पैसा लगाकर मुनाफा कमाना चाहते हैं उनके लिए इंट्रा डे ट्रेडिंग बेहतर विकल्प है. इसमें पैसा लगाने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है.
लोग अक्सर कहते हैं कि शेयर बाजार से मोटा कमाया जा सकता है लेकिन ये इतना आसान भी नहीं है. हालांकि अगर आप बेहतर रणनीति बनाकर लॉन्ग टर्म में सोच कर निवेश करेंगे तो यहां से कमाई की जा सकती है. वहीं इक्विटी मार्केट में इंट्रा डे के जरिए कुछ घंटों में ही अच्छा पैसा बनाया जा सकता है. इंट्रा डे में डिलवरी ट्रेडिंग के मुकाबले पैसा जल्दी बनाया जा सकता है लेकिन इसके जोखि से बचने के लिए आपको बेहतर रणनीति, कंपनी के फाइनेंशियल और एक्सपर्ट की सलाह जैसी चीजों का ध्यान रखना होता है.
क्या है इंड्रा डे ट्रेडिंग
शेयर बाजार में कुछ घंटो के लिए या एक ट्रेडिंग सेशन के लिए पैसा लगाने को इंट्रा डे कहा जाता है. मान लिजिए बाजार खुलने के समय आपने एक शेयर में पैसा लगाया और देखा की आपको आपके मन मुताबिक मुनाफा मिल रहा है तो आप उसी समय उस शेयर को बेचकर निकल सकते है. इंट्रा डे में अगर आप शेयर उसी ट्रेंडिग सेशन में नही भी बेचेंगे तो वो अपने आप भी सेल ऑफ हो जाता है. इसका मतलब आपको मुनाफा हो या घाटा हिसाब उसी दिन हो जाता है. जबकि डिलवरी ट्रेडिंग में आप शेयर को जबतक चाहे होल्ड करके रख सकते हैं. इंट्रा डे में एक बात यह भी है कि आपको ब्रोकरेज ज्यादा देनी पड़ती है. हां लेकिन इस ट्रेडिंग की खास बात यह है कि आप जब चाहे मुनाफा कमा कर निकल सकते है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
बाजार के जानकारों के मुताबिक शेयर बाजार में इंट्रा डे में निवेश करें या डिलिवरी ट्रेडिंग करें आपको पहले इसके लिए अपने आप को तैयार करना होता कि आप किसलिए निवेश करना चाहते हैं और आपका लक्ष्य क्या है. फिर इसके बाद आप इसी हिसाब से अपनी रणनीति और एक्सपर्ट के जरिए बाजार से कमाई कर सकते हैं. एंजल ब्रोकिंग के सीनियर एनालिस्ट शमित चौहान के मुताबिक इंट्रा डे में रिस्क को देखते हुए आपकी रणनीति बेहतर होनी चाहिए. इसके लिए आपको 5 अहम बाते ध्यान मं रखनी चाहिए.
1. इंट्रा डे ट्रेडिंग में सिर्फ लिक्विड स्टॉक में पैसा लगाना चाहिए. जबकि वोलेटाइल स्टॉक से दूरी बनानी चाहिए.
2. इंट्रा डे में बहुत ज्यादा स्टॉक की जगह अच्छे 2-3 शेयर्स का चुनाव करना चाहिए.
3. शेयर चुनते वक्त बाजार का ट्रेंड देखना चाहिए. इसके बाद कंपनी की पोर्टफोलियो चेक करें. आप चाहे तो शेयर को लेकर एक्सपर्ट की राय भी ले सकते हैं.
4. इंट्रा डे ट्रेडिंग में स्टॉक में उछाल और गिरावट तेजी से आते है, इसलिए ज्यादा लालच नहीं करना चाहिए और पैसा लगाने के पहले उसका लक्ष्य और स्टॉप लॉस जरूर तय कर लेना चाहिए. जिससे टारगेट पूरा होते देख स्टॉक को सही समय पर बेचा जा सके.
5.इंट्रा डे में अच्छे कोरेलेशन वाले शेयरों की खरीददारी करना बेहतर होता है.
डीमैट अकाउंट से कर सकते हैं ट्रेडिंग
अगर शेयर बाजार में ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो आपको डीमैट अकाउंट और एक ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना होगा. आप ऑनलाइन खुद से ट्रेडिंग कर सकते हैं या ब्रोकर को ऑर्डर देकर शेयर का कारोबार कर सकते हैं. इंट्रा डे में किसी शेयर में आप जितना चाहे उतना पैसा लगा सकते हैं.
डिस्क्लेमर : आर्टिकल में इंड्रा डे ट्रेडिंग को लेकर बताए गए टिप्स मार्केट एक्सपर्ट्स के सुझावों पर आधारित हैं. निवेश से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें.
इस पेनी स्टॉक ने दिया 6600% रिटर्न, 1 लाख को बना दिया 67 लाख रुपये, क्या आपने खरीदा है?
सनमित इन्फ्रा के शेयर पिछले 4 साल में 1.13 रुपये से बढ़कर 75.95 रुपये के लेवल पर जा पहुंचे हैं. यह एक पेनी स्टॉक है, जिसने तगड़ा रिटर्न दिया है.
शेयर बाजार (Share Market) से कम वक्त में तगड़ा मुनाफा कमाने के लिए आपको ऐसे स्टॉक्स का चुनाव करना होगा, जो मल्टीबैगर रिटर्न (Multibagger Stock) दे सकें. हालांकि, बाजार में कौन सा स्टॉक चढ़ेगा, फ्यूचर्स ट्रेडिंग कैसे किया जाता है? कौन सा गिरेगा, इसके बारे में पहले से पता नहीं होता है. ऐसे स्टॉक्स चुनना आसान नहीं होता, लेकिन अगर कंपनी के बारे में अच्छे से रिसर्च की जाए तो सही स्टॉक चुने जा सकते हैं. ऐसा ही एक मल्टीबैगर स्टॉक है सन्मित इंफ्रा (Sanmit Infra Ltd.) का, जिसने 5 साल में तगड़ा रिटर्न दिया है. बता दें कि यह एक पेनी स्टॉक है, जिसने तगड़ा रिटर्न दिया है.
6600 फीसदी का दिया रिटर्न
सनमित इन्फ्रा के शेयर पिछले 4 साल में 1.13 रुपये से बढ़कर 75.95 रुपये के लेवल पर जा पहुंचे हैं. यानी कंपनी के शेयरों में 6621 प्रतिशत की तेजी देखने को मिली है. इस तरह देखा जाए तो इस कंपनी के शेयरों में 5 सालों में करीब 67 गुना रिटर्न दिया है. मतलब अगर किसी ने 5 साल पहले इस कंपनी के 1 लाख रुपये के शेयर खरीदे होंगे, तो अब तक उसके पैसे 67 लाख रुपये हो गए होंगे.
अगर कंपनी के पिछले 1 महीने के प्रदर्शन को देखें तो इस शेयर ने 7-8 फीसदी का रिटर्न दिया है. 6 महीने में कंपनी का शेयर भी शानदार साबित हुआ है और करीब 80-90 फीसदी का रिटर्न दिया है. सिर्फ 2022 में ही निवेशकों का पैसा 150 फीसदी से अधिक बढ़ा है. इस तरह देखा जाए तो कंपनी के शेयरों ने ग्राहकों को तगड़ा रिटर्न दिया है. फिलहाल कंपनी का शेयर 12 दिसंबर 2022 तक 75.95 रुपये पर जा चुका है. बीएसई में कंपनी का मार्केट कैप 1200 करोड़ रुपये के आस-पास है. वहीं कंपनी का 52 हफ्ते का हाई 85.70 रुपये है और 52 हफ्ते का लो 20.69 रुपये है.
शेयर बाजार में अच्छा स्टॉक कैसे चुनें?
शेयर बाजार में निवेश करने में सबसे अहम होता है शेयरों का चुनाव. आपको जिस भी कंपनी का शेयर खरीदना है सबसे पहले उसके बारे में पूरी एनालिसिस करें. देखें कि कंपनी का बिजनस क्या है और कैसा चल रहा है. चेक करें कि कंपनी को फायदा हो रहा है या नुकसान. ये भी देखें कि कंपनी भविष्य को लेकर क्या प्लान बना रही है. इतना ही नहीं, कंपनी के मैनेजमेंट के बारे में भी जरूर स्टडी करें, क्योंकि अगर मैनेजमेंट में ही गड़बड़ होगी तो तगड़ा मुनाफा देने वाली कंपनी भी भारी नुकसान का सबब बन सकती है.
शेयर बाजार में पैसा लगाने का मतलब अधिकतर लोग ये समझते हैं कि हर रोज सुबह से शाम तक शेयर बाजार ही देखते रहें. उन्हें लगता है कि जैसे ही दाम बढ़ेंगे, शेयर बेचकर मुनाफा कमा लेंगे. कई लोग एक ही दिन में शेयर खरीद कर बेच देते हैं, जिसे इंट्रा डे ट्रेडिंग कहा जाता है. वहीं कुछ लोग कुछ दिनों, हफ्तों या महीनों में मुनाफा काट लेते हैं, जिसे स्विंग ट्रेडिंग कहते हैं. वहीं सबसे तगड़ा मुनाफा मिलता है निवेश से, जो लंबे वक्त के लिए किया जाता है. राकेश झुनझुनवाला से लेकर वॉरेन बफे तक सभी निवेश की सलाह देते हैं. कभी-कभी ट्रेडिंग बुरी बात नहीं, लेकिन अधिकतर समय निवेश के बारे में सोचना चाहिए तभी मल्टीबैगर रिटर्न मिलते हैं.
शेयर बाजार में रोज भिड़ते हैं ये 2 'जानवर', कभी होती है मोटी कमाई तो कभी लाखों करोड़ हो जाते हैं स्वाहा
फ्यूचर ट्रेडिंग क्या है ? इसके क्या फायदे है? | future trading
फ्यूचर ट्रेडिंग शेयर मार्केट मे ट्रेडिंग का एक महत्वपूर्ण तरिका है। फ्यूचर ट्रेडिंग का तरिका कई सेग्मेंट मे उपयोग किया जा सकता है। फ्यूचर ट्रेडिंग की लिगल अनुमति सबसे पहले डोज्मि राइस एक्सचेंज ने दी थी। आज लगभग हर एक्सचेंज फ्यूचर ट्रेडिंग का आप्शन देते है। आइये जानते है फ्यूचर ट्रेडिंग के सभी पहलुओं को जिससे की आप भी इसका लाभ उठा सके और फ्यूचर ट्रेडिंग अच्छे से कर सके।
फ्यूचर ट्रेडिंग क्या है ?
फ्यूचर ट्रेडिंग डेरीटिव ट्रेडिंग का एक प्रकार है फ्यूचर ट्रेडिंग मे भविष्य मे एक पूर्व निर्धारित समय और मूल्य पर एक डेरीवेटिव खरिदने या बेचचचने के लिये कानूनी समझौता होता है। फ्यूचर ट्रेडिंग मे खरीदार और बेचने वाला दोनो पक्षो का दायित्व होता है कि वह निर्धारित समय पर निर्धारित मूल्य और वस्तु एक दुसरे को सोंप दे जिससे की कांट्रेक्ट पुरा हो सके।
फ्यूचर ट्रेडिंग मे पहले से तय मुल्य को फ्यूचर प्राईस और पहले से तय समय को डिलीवरी डेट कहा जाता है। इसमे किसी प्रकार का कोई न्यूनतम अकांउट साईट नही होता है। यदि आप फ्यूचर ट्रेडिंग मे रुची रखते है तो आप इसे कम से कम पैसो मे शुरु कर सकते है।
फ्यूचर ट्रेडिंग की विशेषताएँ
फ्यूचर ट्रेडिंग की अपने आप मे कई सारी खुबिया है जिसके कारण फ्यूचर ट्रेडिंग आज बहुत ज्यादा लोकप्रिय है। आइये जानते है फ्यूचर ट्रेडिंग की कुछ विशेषताओं को जो निम्नलिखित है.
- फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट की कीमत उसके एसेट्स पर निर्भर करती है यदि एसेट्स की किमत मे बढोतरी होती है तो फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट की कीमत भी बढ जाती है।
- फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट को अन्य ट्रेडर के साथ ट्रांसफर किया जा सकता है और ट्रेड किया जा सकता है।
- यदि कोई व्यक्ति अपने कान्ट्रेक्ट से बाहर जाना चाहता है तो वह बाहर जा सकता है जिसके लिये उसे पेनल्टी का भुगतान करना होगा।
- फ्यूचर फ्यूचर्स ट्रेडिंग कैसे किया जाता है? ट्रेडिंग दो पक्षो का भष्यि मे होने वाला व्यापार है जिसमे हमेशा दोनो पक्षो द्वारा अपने कान्ट्रेक्ट को पुरा ना करने का डर बना रहता है जिसके लिये सेबी द्वारा इसे रेगुलेट किया जाता है। जिससे कोई भी पक्ष बिच मे सोदा छोड कर नही जाता है।
- सेबी द्वारा फ्यूचर ट्रेडिंग को सुचारु रुप से चलाया जाता हे जिसमे डिफाल्ट होने की संभावना ना के बराबर होती है।
- फ्यूचर ट्रेडिंग के अपने नियम होते है वह ट्रेड करने वालो के अनुसार नही होता है। यह अपने मानको पर कार्य करता है।
- फ्यूचर ट्रेडिंग मे सेटलमेंट का एक समय निश्चित होता हे जिसमे दोनो पक्ष अपने कांट्रेक्ट के अनुसार समय पर कांट्रेक्ट पुरा करते है और इसके लिये भोतिक मुवमेंट की आवश्यकता नही होती है।
उदाहरण
फ्यूचर ट्रेडिंग को थ्योरी के रुप मे समझना थोडा मुश्किल हो सकता है इस लिये अइये हम एक साधारण से उदाहरण से समझते है जिससे आप आसानी से फ्यूचर ट्रेडिंग को पूर्ण रुप से समझ पायेंगे
- उदाहरण के लिए, ट्रेडर को लगता है कि RIL के शेयर की कीमत कुछ वार्षिक रिपोर्ट के कारण आने वाले भविष्य में बढ़ने वाली है।
- निवेशक RIL स्टॉक (ऐक्सचेंज पर उपलब्ध) के स्पॉट प्राइस और फ्यूचर प्राईस के लिये जांच करेगा, और दोनों मूल्य एक-दूसरे से संबंधित होंगे।
- ट्रेडर प्रत्येक 100 शेयर ₹155 पर खरीदता है। इसलिए, लॉट साइज 100 है और कॉन्ट्रैक्ट की वैल्यू ₹15,500 है और एक्सपायरी डेट 31 जून 2021 है।
- इसका मतलब यह है कि खरीदे जा सकने वाले RIL शेयरों की न्यूनतम संख्या 100 है।
- जैसे ही मार्जिन मनी खरीदार के मार्जिन खाते में पर्याप्त और प्रतिपक्ष पाया जाता है, निवेश में प्रवेश किया जाता है।
- अब, 31 जून 2021 की एक्सपायरी डेट तक, अगर RIL के शेयरों की कीमत, ₹170 हो जाती है, तो खरीदार की कीमत में वृद्धि की भविष्यवाणी सही हो जाती है तो वह RIL के शेयरों को ₹155 पर खरीद सकता है जो मार्केट मूल्य से ₹15 कम है । तो, कुल लाभ ₹ (100 * 15) = ₹1500 है। फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट के विक्रेता को ₹1500 का नुकसान उठाना पड़ेगा क्योंकि वह मौजूदा मार्केट मूल्य ₹170 होने पर शेयरों को ₹155 पर बेचने के लिए बाध्य होता है।
- यदि RIL शेयरों की कीमत ₹145 के बजाय कम हो जाती है, तो खरीदार को ₹ (100 * 10) =) ₹1000 का नुकसान उठाना पड़ेगा, क्योंकि उसे ₹155 पर शेयरों को खरीदना होगा जो वर्तमान में ₹145 पर ट्रेडिंग कर रहे हैं। विक्रेता इस मामले में लाभ कमाता है।
- इस परिदृश्य में जब शेयरों की कीमत कुछ दिनों के बाद बढ़ती है, तो खरीदार एक्सपायरी डेट तक इंतजार नहीं करना चाहेगा क्योंकि तब तक कीमतें फिर से नीचे आ सकती हैं, इसलिए वह फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट को ट्रांसफर करके अभी भी निवेश से बाहर निकल सकता है। लाभ के साथ एक और पार्टी और करीबी स्थिति।
- सोदा समाप्ता होने के परिणामों को सीधे पार्टियों के मार्जिन खातों से डेबिट या क्रेडिट किया जाता है और किसी भी भौतिक निपटान की आवश्यकता नहीं होती है।
- सोदा समाप्ता होने के परिणामों को सीधे पार्टियों के मार्जिन खातों से डेबिट या क्रेडिट किया जाता है, जिसमे किसी भी भौतिक निपटान की आवश्यकता नहीं होती है।
फ्यूचर ट्रेडिंग की आवश्यकता
फ्यूचर ट्रेडिंग के बारे मे एक बात तो आपको समझ आ गइ होगी की यह एक भविश्य का सौदा है। सामान्यतः फ्यूचर ट्रेडिंग मे पहले पेसे नही होने के कारण व माल रेडी नही होने के कारण फ्यूचर्स ट्रेडिंग कैसे किया जाता है? फ्यूचर कांट्रेक्ट होते थे। जिसमे आप आज सोदा करते थे और बाद मे वह निश्चित दाम और माल के लेन देन पर समाप्ता होता था। पंरतु वर्तमान मे सभी सेग्मेंट मे फ्यूचर ट्रेडिंग इसी धारणा के साथ शुरु हुई । फ्यूचर ट्रेडिंग होने के कारण आने वाले भविष्य की किमते और इससे जुडे अनुमान आसानी से मिल जाते है जिससे की जिस सेग्मेंट मे फ्यूचर ट्रेडिंग हो रही है वह स्थिर बना रहता है। परंतु स्पाट ट्रेडिंग के समय ऐसा नही होता था,
फ्यूचर ट्रेडिंग मे आपको कोई न्यूनतम पूंजी की आवश्यकता नही होती है। यह आपके सोदे पर निर्भर करता है , यहां आप अपने ब्रोकर से मार्जिन लेकर भी सोदा कर सकते है जो आपके सोदे की समाप्ती पर ब्रोकर को देना होगा।
फ्यूचर ट्रेडिंग मे रिश्क
फ्यूचर ट्रेडिंग मे जिस प्रकार लाभ कमाने की क्षमता है उसी प्रकार इसमे कई सारे रिश्क भी है। यदि आप पहली बार फ्यूचर ट्रेडिंग कर रहे है तो आपको फ्यूचर ट्रेडिंग से जुडे रिश्क के बारे मे जरुर जानना चाहीये।
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