प्राइमरी मार्केट बड़े पैमाने पर नए स्टॉक्स और सिक्योरिटीज से डील करते हैं। कई कंपनियां, सरकारें और अन्य फाइनेंसियल संस्थान प्राइमरी मार्केट सिक्योरिटीज जैसे बिल, राइट्स इश्यू, प्राइवेट प्लेसमेंट बॉन्ड, FPO और सबसे लोकप्रिय IPO के माध्यम से धन जुटाना चाहते हैं। प्रमुख शेयर, फंड और बांड पहले Primary Market में जारी किए जाते हैं।
हीरो एक्सट्रीम 200आर
लेटेस्ट अपडेट: कोविड-19 महामारी से लड़ने के लिए हीरो मोटोकॉर्प ने पीएम केयर्स फंड में दान के साथ-साथ एक्सट्रीम 200आर के 60 यूनिट्स को मॉडिफाई कर बाइक एम्बुलेंस में बदला है और इन्हें विभिन्न राज्यों के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभागों को दान दिया है।
हीरो एक्सट्रीम 200आर फीचर्स: शार्प और स्पोर्टी डिज़ाइन वाली इस कम्यूटर बाइक में इंजन के दोनों ओर एयरोडायनामिक श्राउड, हेलोजन हेडलैंप, एलईडी टेललैंप, सेमी-डिजिटल इंस्ट्रूमेंट फंड का कंपेरिजन क्लस्टर, स्प्लिट ग्रैब रेल्स, रियर टायर हगर, फ्रंट और रियर डिस्क ब्रेक्स, सिंगल चैनल एबीएस, इंजन काव्ल और 17 इंच के अलॉय व्हील्स, रियर में रेडियल टायर आदि फीचर्स मिलते हैं।
हीरो एक्सट्रीम 200आर इंजन: एक्सट्रीम 200आर में 5-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स से लैस 199.6सीसी का सिंगल सिलेंडर, एयर कूल्ड इंजन मिलता है, जो 18.4 पीएस की पावर और 17.1एनएम का टॉर्क देने में सक्षम है। हीरो के अनुसार यह 39.9 किमी/लीटर का माइलेज देने में सक्षम है। इसकी टॉप स्पीड 112 किमी/घंटा आंकी गई है।
एक्सट्रीम 200आर कीमत सूची (वैरिएंट्स)
Things We Like in एक्सट्रीम 200आर
- यह भारत में उपलब्ध सबसे सस्ती 200सीसी स्पोर्ट्स कम्यूटर बाइक है।
- हैंडलबार्स की ओर सही मात्रा में झुकाव के साथ यह बाइक आरामदायक राइडिंग पोस्चर प्रदान करती है।
- बाइक के सस्पेंशन बखूबी अपना काम करते हैं और ख़राब रास्तों पर भी बाइक स्टेबल रहती है।
Things We Don't Like in एक्सट्रीम 200आर
- इंजन उतना अधिक रिफाइन नहीं है।
- अंडरपावर्ड इंजन
- ब्रेकिंग थोड़ी और बेहतर हो सकती थी।
- फिटिंग और फिनशिंग अच्छी नहीं है।
स्टैंडआउट विशेषताएं
एक्सट्रीम 200आर के मुकाबले की बाइक्स
हीरो करिज्मा के फ्लॉप होने के बाद कंपनी ने एक्सट्रीम 200आर के साथ एक बार फिर परफॉर्मेंस सेगेमेंट में अपने पाँव ज़माने की कोशिश की है। यह एक फुली लोडेड एबीएस वेरिएंट में ही उपलब्ध है, जिसकी दिल्ली में एक्स-शोरूम कीमत 93,400 रुपये है।
डायमंड चेसिस पर बनी इस बाइक की स्टाइलिंग एक्सट्रीम स्पोर्ट्स की तरह ही अग्रेसिव और आकर्षक है और हो भी क्यों ना, नेकेड बाइक्स हमेशा से शौकीन लोगों की पहली पसंद रही है। हीरो एक्सट्रीम 200आर के मुख्य डिज़ाइन एलिमेंट्स जैसे इंजन काव्ल, बड़ी टेलपाइप, क्रिस्टल क्लियर हेडलैंप, ड्यूल टोन सीट अपहोल्स्ट्री, सेमी-डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लिस्टर और स्विरल स्टार्ट पैटर्न वाले अलॉय व्हील्स इसे भीड़ से अलग और बेहद आकर्षक बनाते हैं।
डिजाइन और फीचर्स
यदि एक्सट्रीम 200आर की स्टाइलिंग को एक शब्द में बया करना हो तो "मस्क्युलर'' इसके लिए एक परफेक्ट वर्ड होगा, जो इसकी डिज़ाइन को अच्छे से समझाता है। लोगों को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए इसमें शार्प डिज़ाइन वाली एलईडी हेडलैंप और चौड़ा एलईडी टेल सेक्शन दिया है जो इसे अग्रेसिव और बोल्ड लुक देता है। बखूबी तराशा गया इसका बड़ा फ्यूल टैंक, इसके दोनों ओर मिलने वाले श्राउड्स, इंजन काव्ल, टैंक पैड्स, ड्यूल टोन सीट, फंड का कंपेरिजन बॉडी कलर मडगॉर्ड, रियर में स्प्लिट ग्रैब रेल, फ्रंट व्हील पर रेड और रियर व्हील पर ब्लैक कलर, 17 इंच के स्विरल शेप अलॉय व्हील्स, सेमी-डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर कंसोल आदि एलिमेंट्स इसे अप-टू-डेट और आकर्षक प्रोडक्ट बनाते हैं जिसे सब खरीदने की चाह रखें। दिखने में यह एक्सट्रीम स्पोर्ट्स से बड़ी लगती है। लेकिन बजाज पल्सर एनएस 200, टीवीएस अपाचे आरटीआर 200 4वी और यामाहा फेज़र 25 से यह छोटी है।
1. हमारे आस-पास की कहानी
हम सभी मोटे तौर पर टीवी पर दो तरह कहानियां देखना चाहते हैं- एक जिनसे हम रिलेट कर सकें और दूसरी जैसा हम बनना चाहते हैं।
90 के दशक के टीवी शोज़ हमारी असल ज़िंदगियों के करीब की कहानियां कहते थें। वहां सिंघानियां, ओबेरॉय जैसे 500 हज़ार करोड़ की प्रॉपर्टी वाले किरदार कम नज़र आते थे। नज़र आ भी जाएं तो कहानी उनके इर्द-गिर्द बुनी हुई नहीं हुआ करती थीं।
मिडिल क्लास की समस्याएं, उनके स्ट्रगल, उनकी ज़िंदगियों की कहानियां अब कहां नज़र आती हैं। नज़र आ भी जाएं तो मिडिल क्लास की लड़की को किसी अल्ट्रा अमीर लड़के से प्यार हो जाता है और पूरी कहानी उस लड़की की ज़िंदगी में होने वाले सास-बहू ड्रामें की तरफ़ मुड़ जाती है, है ना?
2. सशक्त महिला किरदार
आज के टीवी शोज़ भले ही औरतों को केंद्र में रखकर बनाये जाते हैं लेकिन इन महिलाओं को सिर्फ एक दुखियारी, परेशान और बेचारी के रूप में पोट्रे किया जाता है।
90 के दशक का कोई भी शो उठाकर देख लीजिए, चाहे शांति हो, सांस, तारा या उड़ान, इनकी कहानियां एक मज़बूत औरत के इर्द-गिर्द घूमती है और अंत तक वही इस शो की मुख्य थीम रही।
हम जो देखते हैं हम वही सीखते हैं। आज के बच्चे अगर औरतों को सिर्फ रोती, तड़पती या बदला लेती औरत के रूप में देखेंगे, उन्हें यही हकीकत लगने लगेगा। इस नैरेटिव को बदलने की ज़रूरत है।
3. पर्सनल स्ट्रगल की कहानियां
आप 90 के दशक का कोई भी सीरियल उठाकर देख लीजिये, चाहे तो कॉमेडी शो 'देख भाई देख' ही ले लीजिये। इस शो में हर किरदार की अपनी ग्रोथ आर्क है। हर किरदार अपने आप में इतना संपूर्ण है कि सिर्फ उनपर अलग-अलग शोज़ बनाए जा सकते हैं।
90 के दशक में टीवी के निर्देशक बहुत एक्सपेरिमेंटल थे। उन्होंने रिश्तों की कहानियों को बखूबी छोटे पर्दे पर दिखाया। हर किरदार में कई परतें और उनके आंतरिक अंतर्द्वंद उस दौर के शोज़ में खूबसूरती से नज़र आते थे।
OPPO FIND X2 5G फोन की बढ़ी डिमांड, देख Xiaomi और Oneplus का बढ़ा BP, फीचर्स देख तुरंत खरीद लेंगे
OPPO FIND X2 5G: चीनी कंपनी ओप्पो OPPO का जादू फैंस के सिर पर चढ़कर बोलता है। यही कारण है कि, OPPO के स्मार्टफोन की डिमांड दुनियाभर में बढ़ती जा फंड का कंपेरिजन रही है। इतना ही नहीं OPPO की अपकमिंग सीरिज का यूजर्स बेसब्री से इंतजार करते रहते हैं। इस बीच अचानक से ओप्पो के OPPO FIND X2 5G स्मार्टफोन की मांग बढ़ गई। जिसे देखकर xiaomi और oneplus जैसी बढ़ी कंपनियों की टेंशन बढ़ने लगी है। भारत में यूजर्स OPPO FIND X2 5G फोन को बहुत ज्यादा खरीद रहे हैं। चलिए आपको इस शानदार फोन के फीचर्स के बारे में बताते हैं।
स्टोरेज | 12 जीबी + 256 जीबी स्टोरेज |
ऑपरेट | एंड्रॉयड 10 पर आधारित कलरओएस 7.1 |
डिस्प्ले | 6.7-इंच क्यूएचडी+ अल्ट्रा विज़न डिस्प्ले |
प्रोसेसर | ऑक्टा-कोर क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 865 चिपसेट |
ग्राफिक्स | एड्रेनो 650 जीपीयू और 12 जीबी रैम |
कैमरा | ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप |
बैटरी | 4,260 एमएएच बैटरी |
चार्जर | 65W SuperVOOC 2.0 फ्लैश चार्ज फास्ट |
कीमत | 64,990 रुपये |
कलर | ओशियन ग्लास और ब्लैक सैरेमिक कलर |
What is Share Market in Hindi: शेयर मार्केट भारत में कैसे काम करता है? यहां विस्तार से समझिए
Share Market in Hindi: शेयर बाजार को लेकर अक्सर आम लोगों के मन में भ्रम की स्थिती रहती है। Share Market के सही नॉलेज से आपको बादशाह बना सकता है। इसलिए इस लेख में जनेंगे कि Share Market kya Hai? (What is Share Market in Hindi) और यह भारत में कैसे काम करता है?
Share Market in Hindi: ज्यादातर लोग यह कहते है कि शेयर मार्केट बरमूडा ट्रायंगल की तरह है जिसमें वह उलझ कर रह जाते है, जबकि ऐसा नहीं है Share Market को अच्छे से समझ लिया जाएं तो आप इस क्षेत्र के बादशाह बन सकते है। शेयर मार्केट को समझने के लिए आपको राकेट साइंस जैसा दिमाग नहीं लगाना है, आप रिस्क और रिटर्न की क्षमता का आंकलन करके Share Market को अच्छी तरह समझ सकते है। शेयर बाजार ठीक उसी बाजार की तरह है जहां आप सब्जियां खरीदने जाते है, बस Share Market में सब्जियों की जगह शेयरों की खरीद और बिक्री होती है।
March की मार, लोग हुए लाचार
Jamshedpur: देखो जी, मार्च की सेलरी तो आनी नहीं है. इंकम टैक्स डिपार्टमेंट की नजर होगी हमारी सेलरी पर. बेटी का री-एडमिशन भी है. अरे हां, इंश्योरेंस फंड का कंपेरिजन वाले भी 15 तारीख तक टपक पड़ेंगे. उफ .
इस मार्च से कैसे निपटेंगे यार। उधर से आवाज आती है, अब परेशान होने से क्या फायदा, हर साल तो मार्च हमें परेशान करता है। कुछ ऐसी ही बातें और फाइनांशियल प्रॉब्लम से रु-ब-रु कराता है मार्च का महीना। एक साल नहीं, साल दर साल। सेलरीड पर्सन हों या छोटे बिजनेसमैन सभी के लिए परेशानी का सबब है यह मार्च का महीना।
एक महीने में इतना expense!
सिटी के भालूबासा के रहने वाले अनुपम घोष बैंक में काम करते हैं। उनकी वाइफ रूपा घोष टीचर हैं। इनकी एक बेटी है जनीषा घोष। बेटी का री-एडमिशन करना है। उसमें लगभग 10 हजार रुपए लगने हैं। इसके अलावा इंश्यारेंस पॉलिसीज के प्रीमियम में भी इन्हें लगभग 50 हजार रुपए देने हैं। इन सारे खर्च को अलग रखें तो अनुपम की परेशानी को और बढ़ाने वाली बात यह है कि मार्च में उनकी लगभग पूरी सेलरी इंकम टैक्स के नाम होने वाली है।
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