एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ETF)
स्विस फ्रैंक में निवेश कैसे करें
सुरक्षित स्वर्ग वित्तीय दुनिया की। मुसीबत के समय में, निवेशक स्विट्जरलैंड की राष्ट्रीय मुद्रा में अपना पैसा पार्क कर सकते हैं और जानते हैं कि यह अपने मूल्य को बनाए रखेगा। 2007-2008 के वित्तीय संकट ने स्विस फ्रैंक खरीदने के कैसे स्विस फ़्रैंक में निवेश करने के लिए लिए घबराए निवेशकों को भेजा। यूरोपीय ऋण संकट को सुनिश्चित करने में इसकी चट्टान के स्थिर प्रदर्शन ने फ्रैंक को और भी लोकप्रिय बना दिया। इस लेख में, हम ईटीएफ और विदेशी मुद्रा विकल्पों जैसे वित्तीय साधनों का पता लगाएंगे, जो निवेशकों को वास्तव में मुद्रा खरीदने के बिना स्विस फ्रैंक पर दांव लगाने की अनुमति देते हैं।
जब एक मुद्रा बहुत मजबूत होती है
2011 में वापस, यूरोपीय ऋण संकट से उबर रहा था, यूरोपीय संघ और अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों ने स्विस फ़्रैंक कैसे स्विस फ़्रैंक में निवेश करने के लिए को खरीदा, जो मुद्रा के मूल्य को बढ़ा रहा था। स्विस फ़्रैंक ने देश के निर्यात को नुकसान पहुंचाना शुरू कर दिया। इस समय, स्विट्ज़रलैंड में नीति-निर्माताओं ने स्विस फ़्रैंक को बहुत अधिक मजबूत होने से रोकने के प्रयास में यूरो के विरुद्ध 1.20 पर अपनी मुद्रा को कृत्रिम रूप से कैप करने का निर्णय लिया। इस टोपी को बनाए रखने के लिए, स्विस केंद्रीय बैंक ने अधिक फ्रैंक मुद्रित किए और उनके साथ यूरो खरीदा।
स्विस बैंक क्यों लगते हैं अरबपतियों को आकर्षक
यूरोप के सबसे अमीर देशों में एक स्विट्जरलैंड में जितने भी बैंक हैं, उन्हें स्विस बैंक कहा जाता है। स्विस बैंकों की सबसे बड़ी खासियत यह होती हैं कि किसी व्यक्ति द्वारा इन बैंकों अकाउंट खोलने पर उसकी सूचना को गोपनीय रखा जाता है और केवल अकाउंट नंबर के जरिए ही सारे कार्य किए जाते हैं, जिसे इन बैंकों में 'नंबर्ड अकाउंट' कहते हैं। बड़ी बात यह है कि बैंक में खाता किसका है। इसकी जानकारी कुछ ही लोगों को होती है। इस वजह से पहचान करना भी काफी मुश्किल हो जाता है कि पैसा किस व्यक्ति की ओर से जमा किया है।
बता दें, स्विस बैंकिंग सिस्टम में इस चलन एक पीछे की बड़ी वजह बैंक सीक्रेसी लॉ (गोपनीयता कानून) है, जिसके तहत कोई स्विस बैंक अपने खाताधारक की जानकरी बिना किसी अनुमति के सार्वजनिक नहीं कर सकता है। वहीं, अगर कोई विदेशी व्यक्ति अपने देश में वित्तीय गड़बड़ी करके धन स्विस बैंकों में कैसे स्विस फ़्रैंक में निवेश करने के लिए जमा करता है, लेकिन उस पर स्विट्जरलैंड में कोई भी कैसे स्विस फ़्रैंक में निवेश करने के लिए मामला नहीं है, तो फिर कोई भी सरकारी एजेंसी खाताधारक की जानकारी नहीं मांग सकती है।
स्विट्जरलैंड कैसे बना दुनिया का बैंकिंग गढ़
बैंकिंग व्यवस्था की शुरुआत इटली से हुई है। आधुनिक बैंकिंग को दिशा देने वाला देश स्विट्जरलैंड को कहा जाता है। स्विस लोगों को परंपरागत तौर पर भी अच्छा बैंकर माना जाता है। स्विट्जरलैंड अमीर देश होने के चलते यूरोप में सदियों और अमेरिकियों के बीच दशकों से काफी विश्वसनीय रहा है। स्विट्जरलैंड बैंकों में आधुनिकता, कानूनों और कम टैक्स को लेकर काफी आगे माना जाता रहा है। वहीं, दोनों विश्व युद्धों के कैसे स्विस फ़्रैंक में निवेश करने के लिए दौरान भी स्विट्जरलैंड किसी पक्ष की ओर से भाग नहीं लिया था। इस कारण बड़ी मात्रा में विश्व युद्ध के दौरान दोनों पक्ष अपना पैसा इस देश में जमा कराते थे और धीरे- धीरे ये दुनिया में बैंकिंग के गढ़ के रूप में प्रसिद्ध हो गया।
स्विस बैंक में भारतीय का कितना काला धन
स्विट्जरलैंड के केंद्रीय बैंक स्विस नेशनल बैंक की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, 2021 में भारतीय की ओर से स्विस बैंकों में जमा किए जाने वाले धन में रिकॉर्ड वृद्धि हुई है और यह 14 वर्ष के उच्चतम स्तर 3.83 अरब स्विस फ्रैंक पहुंच गया था, जो कि पिछले वर्ष 2.55 अरब स्विस फ्रैंक था। भारतीय के द्वारा स्विस बैंकों में जमा किए गए धन का सबसे बड़ा आंकड़ा 2006 में आया था, जो कि 6.5 अरब फ्रैंक था।
स्विस बैंक में धन जमा करने के मामले में भारत का स्थान 44 वां है। रूस का 15 वां और चीन का 24 वां स्थान है। भारत के अलावा इस लिस्ट में अन्य देशों में संयुक्त अरब अमीरात, ऑस्ट्रेलिया, जापान, इटली, स्पेन, पनामा, सऊदी अरब, मैक्सिको, इज़राइल, ताइवान, लेबनान, तुर्की, ऑस्ट्रिया, आयरलैंड, ग्रीस, बरमूडा, मार्शल द्वीप समूह, लाइबेरिया, बेल्जियम, माल्टा और कनाडा शामिल हैं।
काले धन का कितना हिस्सा शामिल?
बता दें कि यह सभी आंकड़ें स्विट्जरलैंड के नेशनल बैंक (Switzerland National Bank) के हैं और इसमें भारतीयों के कथित तौर पर काले धन का कोई हिस्सा शामिल नहीं है. इन आंकड़ों में वह पैसा भी कैसे स्विस फ़्रैंक में निवेश करने के लिए शामिल नहीं है, जो भारतीयों, NRI या अन्य लोगों का फंड स्विस बैंक में किसी और देश या संस्था के कैसे स्विस फ़्रैंक में निवेश करने के लिए नाम पर हो सकता है.
कुल मिलाकर स्विस बैंक (Swiss Bank) के स्पेक्ट्रम, जिसमें 239 बैंक शामिल हैं, में 2021 में लगभग 2.25 ट्रिलियन स्विस फ्रैंक जमा हुआ. इसमें विदेशी संस्थानों और ग्राहकों का कुल फंड बढ़कर लगभग 1.5 ट्रिलियन CHF (118 लाख करोड़ रुपये) हो गया.
इन देशों का सबसे ज्यादा पैसा
स्विस बैंक के डेटा के मुताबिक, 379 बिलियन CHF के साथ सबसे ज्यादा पैसा यूके का जमा है. इसके बाद अमेरिका का 168 बिलियन CHF जमा है. टॉप कैसे स्विस फ़्रैंक में निवेश करने के लिए 10 देशों में इसके बाद वेस्ट इंडीज, जर्मनी, फ्रांस, सिंगापुर, हांगकांग, कैसे स्विस फ़्रैंक में निवेश करने के लिए लक्जमबर्ग, बहामास, नीदरलैंड, केमैन आइलैंड्स और साइप्रस थे.
स्विस बैंक (Swiss Bank) में जमा के मामले में भारत का स्थान कैसे स्विस फ़्रैंक में निवेश करने के लिए 44वां हैं. BRICS देशों की बात करें तो, रूस (15वें स्थान) और चीन (24वें) के पीछे है. लेकिन साउथ अफ्रीका और ब्राजील से आगे है.
स्विट्जरलैंड में पढ़ाई के लिए स्कॉलरशिप
- नई दिल्ली,
- 15 अक्टूबर 2015,
- (अपडेटेड 15 कैसे स्विस फ़्रैंक में निवेश करने के लिए अक्टूबर 2015, 3:53 PM IST)
अगर आप स्विट्जरलैंड में पढ़ाई करना चाहते हैं तो स्विस गवर्नमेंट एक्सिलेंस स्कॉलरशिप के लिए आवेदन कर सकते हैं. आवेदन करने की अंतिम तारीख 11 नवंबर है. यहां डॉक्टरल और पोस्ट डॉक्टरल रिसर्च में डिग्री लेने का मौका मिलेगा.
योग्यता: स्टूडेंट्स जिस विषय में रिसर्च कर रहे हैं उसमें मास्टर डिग्री होनी चाहिए.
स्कॉलरशिप: 1,920-3,000 स्विस फ्रैंक यानी हर महीने 1,30,860-2,04,469 रुपये
ऐसे खुलता है SWISS BANK में खाता, बिना नाम बताए कोई भी खोल सकता है अकाउंट
स्विस बैंकों में जमा भारतीयों का पैसा वर्ष 2017 में 50 फीसदी बढ़कर 1.01 अरब सीएचएफ यानी स्विस फ्रैंक (7 हजार करोड़ रुपए) हो गया.
- काला धन रखने वाले खुलवाते हैं नंबर अकाउंट
- स्विस बैंक में अकाउंट 68 लाख रुपए से खुलता कैसे स्विस फ़्रैंक में निवेश करने के लिए है
- नाम के बजाय नंबर आईडी का इस्तेमाल होता है
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