क्या होता है निवेश और आपके लिए क्यों है ये इतना जरूरी?
अपनी कमाई से हुई आय को किसी ऐसे एसेट या विकल्प में लगाने की प्रक्रिया जिसमें उस खास एसेट या विकल्प की अपनी खुद की विशेषताओं की मदद से समय के साथ आपके पैसों में बढ़त दर्ज होने की उम्मीद हो निवेश कहलाती है।
नई दिल्ली, ब्रांड डेस्क। लगभग हर दिन आपके पास ऐसे फोन कॉल्स आते होंगे जिसमें कोई आपको ऐसी योजनाओं में पैसा लगाने की सलाह देता है जहां आने वाले समय में आपको अच्छा फायदा हो सकता है। वहीं स्टॉक मार्केट में कमाई और नुकसान की बहस का कई बार आप भी हिस्सा बन चुके होंगे। इन सभी मौकों पर आप एक शब्द से बार बार गुजरते होंगे वो है निवेश या investment। खास बात है कि लोगों की जिंदगी में इतना आम होने के बाद भी इस जादुई शब्द की वास्तविक समझ बहुत कम लोगों के पास ही होती है। आप ही नहीं हर दिन दुनिया भर की सरकारें, बैंक और अरबपति इस इन्वेस्टमेंट क्या होता है शब्द से उलझते हैं, क्योंकि ये सभी जानते हैं कि किसी का भी भविष्य इस बात पर निर्भर करता है कि वर्तमान में उसने निवेश को लेकर कितनी गंभीरता दिखाई है।
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क्या होता है निवेश?
मान लीजिये कि आप नौकरी करते हैं और आपका खाता स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में है और साथ ही आपने सोने के कुछ गहने खरीदे हैं। अब आप बताएं कि क्या ऐसा होता है कि आप अपनी शिफ्ट पूरी कर कुछ देर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में जाकर काम करते हैं क्योंकि आपको उम्मीद है कि इससे आपके खाते में रखी रकम कुछ और बढ़ जाएगी और क्या आप इसके बाद किसी ज्वैलर के साथ काम करने चले जाते हैं जिससे आपका सोना थोड़ा और कीमती हो जाए। नहीं ऐसा नहीं होता.. आप अपना काम खत्म कर घर जाते हैं और आराम करते हैं, और जिस समय आप घर में आराम कर रहे होते हैं उस समय भी आप स्टेट बैंक ऑफ इन्वेस्टमेंट क्या होता है इंडिया में जमा आपने पैसों पर थोड़ा या बहुत ब्याज कमा रहे होते हैं और साथ ही आपके लॉकर में रखे सोने की कीमतों में भी बदलाव हो रहा होता है। और ये सब तब होता है जब शायद आप कुछ नहीं कर रहे होते। यही होता है निवेश। यानि अपनी कमाई से हुई आय को किसी ऐसे एसेट या विकल्प में लगाने की प्रक्रिया, जिसमें उस खास एसेट या विकल्प की अपनी खुद की विशेषताओं की मदद से समय के साथ आपके पैसों में बढ़त दर्ज होने की उम्मीद हो निवेश कहलाती है। आसान शब्दों में निवेश वो तरीका होता है जिसमें आप अपनी रकम पर सही समय पर किए गए फैसले के आधार पर बिना श्रम के अतिरिक्त पैसा पाने के हकदार बनते हैं।
निवेश क्यों जरूरी होता है?
चलिए आपसे हम दो सवाल पूछते हैं. पहला क्या भविष्य में आपके खर्चे बढेंगे. यकीनन लगभग सभी इसका जवाब हां में देंगे. अगर महंगाई बढ़ेगी या फिर परिवार बढ़ेगा तो खर्च भी बढ़ेगा। अब दूसरा सवाल क्या भविष्य में आपके खर्चों के हिसाब से आपकी कमाई या आय भी बढेगी. इसका जवाब शायद ही किसी के पास होगा। महामारी, आर्थिक मंदी, महंगाई में तेज उछाल, बढ़ती उम्र कई फैक्टर हैं जिसकी वजह से आय को लेकर अनिश्चितता बनी रहती है। यही वजह है कि आने वाले समय में अपने खर्च को पूरा करने, अपने लक्ष्य को पाने यहां तक कि अपने सपनों के लिए भी आपको आय के ऐसे स्रोत की आवश्यकता होती है, जो अपने बल पर आपको आर्थिक रूप से मजबूत बना सकें। सही समय पर पैसों को ऐसे ऐसेट्स या विकल्पों में लगाना जो अपने बल पर खुद ही आपको पैसों को बढ़ाते रहें,बेहतर भविष्य को सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाते हैं। सबसे बड़ी बात, ये उस समय भी काम करते रहते हैं जब आप अपना काम छोड़ने की स्थिति में आ जाते हैं जैसे रिटायरमेंट आदि।
क्या हर निवेश में पैसा बनता है?
ध्यान देने की बात ये है कि निवेश अतिरिक्त आय की उम्मीद में किया जाता है. लेकिन वास्तविकता में आपको नुकसान भी हो सकता है। दरअसल निवेश बेहद सोच समझ कर की जाने वाली प्रक्रिया है। जिसे बेहद गंभीरता से लिया जाना चाहिए. सही समय पर सही जगह लगाई गई मामूली रकम आपको बेहद ऊंचा रिटर्न दे सकती है। हालांकि गलत फैसले आपकी पूरी पूंजी भी डुबा सकते इन्वेस्टमेंट क्या होता है हैं। 5paisa निवेशकों को वो सभी जरूरी जानकारियां उपलब्ध कराता है जिससे वो निवेश से जुड़ा सही फैसला ले सकें और अपनी कमाई को समय के साथ और आगे बढ़ता हुआ देख सकें।
क्या छोटे निवेशकों के लिए म्यूचुअल फंड एक आदर्श निवेश है?

लगभग सभी छोटे या बड़े निवेशक के पास एक बचत बैंक (SB) खाता होता है और कोई भी ऐसा व्यक्ति जिसके पास ऐसा खाता हो म्यूचुअल फंड के माध्यम से निवेश शुरु कर सकता है। न्यूनतम रु. 500 प्रति माह के छोटे से निवेश से म्यूचुअल फंड नियमित निवेश की स्वस्थ आदत को बढ़ावा देता है।
छोटे निवेशक के लिए म्यूचुअल फंड के अन्य लाभ निम्नलिखित हैं-
- लेनदेन की आसानी- म्यूचुअल फंड में निवेश, समीक्षा, प्रबंधन और रिडीम करना(बेचना) सभी सरल प्रक्रियाएं हैं।
- आसान तरलता, अधिकतम पारदर्शिता और प्रकटीकरण, खातों के समय पर विवरण, और कर लाभ वे सारे तत्व हैं इन्वेस्टमेंट क्या होता है जिनकी अपेक्षा छोटा और पहली बार निवेश करने वाला व्यक्ति रखता है।
- म्यूचुअल फंड में लाभांश, निवेशक के लिए कर मुक्त होते हैं|
- एक म्यूचुअल फंड रु.500 से लेकर रु.5 करोड़ तक के निवेशक को समान निवेश प्रदर्शन प्रदान करता है। इस प्रकार से यह छोटे या बड़े सभी निवेशकों के हितों को ध्यान में रखता है।
- रु.500 प्रति माह का निवेश करने वाले के लिए भी पेशेवर तरीके से प्रबंधित, डाइवर्सिफाइड पोर्टफोलियो उपलब्ध हैं|
शुरुआती राशि चाहे कितनी भी छोटी हो या उद्देश्य चाहे कैसा भी हो, म्यूचुअल फंड सही माध्यम है।
Mutual Fund investment इन्वेस्टमेंट क्या होता है tips: क्या होता है फोकस्ड फंड? इसमें SIP करने पर होगी मोटी कमाई
Focused mutual funds: फोकस्ड म्यूचु्अल फंड की मदद से आपका पैसा सलेक्टेड स्टॉक्स में निवेश किया जाता है. इसमें मिलने वाला रिटर्न ज्यादा होता है, लेकिन रिस्क भी रहता है. एक्सपर्ट नए निवेशकों को इससे बचने की सलाह देते हैं.
Mutual Fund investment tips: अगर आप लॉन्ग टर्म में वेल्थ क्रिएट करना चाहते हैं या फिर किसी बड़े फाइनेंशियल लक्ष्य को हासिल करना चाहते हैं तो म्यूचुअल फंड इसका आसान तरीका है. म्यूचुअल फंड में डिसिप्लिन के साथ एसआईपी (SIP in Mutual funds) करें और लंबी अवधि के लिए इंतजार करें. लंबी अवधि में कम्पाउंडिंग का फायदा मिलेगा और आपको मल्टी टाइम्स रिटर्न मिलेगा. यह कई प्रकार का होता है, जिसमें एक का नाम है फोकस्ड फंड.
अधिकतम 30 स्टॉक में निवेश किया जा सकता है
SEBI गाइडलाइन के मुताबिक, फोकस्ड फंड का पैसा लिमिटेड स्टॉक में निवेश किया जाता है. इस फंड का पैसा अधिकतम 30 स्टॉक में निवेश किया जा सकता है. वहीं, ज्यादातर इक्विटी फंड में आपका पैसा 50 से 100 स्टॉक्स में निवेश किया जाता है. मल्टीकैप फंड्स की तरह फंड मैनेजर आपका पैसा लार्ज कैप, मिडकैप और स्मॉल कैप में, कहीं भी निवेश कर सकता है.
सलेक्टेड स्टॉक्स में निवेश किया जाता है
फोकस्ड फंड लक्षित निवेश होता है जिसमें आप निवेश इन्वेस्टमेंट क्या होता है के लिए सलेक्टेड स्टॉक चुनते हैं. निवेशकों को यहां ज्यादा रिटर्न मिलता है, लेकिन रिस्क भी ज्यादा होता है. मुख्य रूप से यह दो तरह का होता है. फोकस्ड इक्विटी फंड में कम से कम 65 फीसदी स्टॉक में निवेश किया जाता है. फोकस्ड डेट फंड में कम से कम 65 फीसदी डेट मार्केट में निवेश किया जाता है.
किसी भी सेक्टर के स्टॉक में निवेश किया जा सकता है
फोकस्ड फंड का फंड मैनेजर आपका पैसा लार्ज कैप, मिडकैप और स्मॉलकैप में कहीं भी अपनी स्ट्रैटिजी के हिसाब से निवेश कर सकता है. मार्केट कैप को लेकर इसमें कोई रेस्ट्रिक्शन नहीं है. इसके अलावा फंड मैनेजर किसी भी सेक्टर का स्टॉक चुन सकता है. अधिकतम स्टॉक की लिमिट 30 है. ऐसे में वह फार्मा, एफएमसीजी, केमिकल्स, आईटी, मेटल्स समेत किसी भी सेक्टर का स्टॉक चुनने के लिए स्वतंत्र है.
नए निवेशक फोकस्ड फंड से बचें
जानकारों का कहना है कि अगर निवेशक ज्यादा रिस्क के लिए तैयार है तो वह फोकस्ड फंड में निवेश कर सकता है. अगर निवेशक नया है तो उसे इससे बचना चाहिए. अनुभव होने के बाद ही निवेशक को फोकस्ड फंड चुनना चाहिए. चूंकि यह पूरी तरह बाजार के प्रदर्शन पर निर्भर करता है. ऐसे में कम से कम 5 साल के लिए निवेश करने की सलाह दी जाती है. एक लक्ष्य को ध्यान में रखकर सेक्टर और स्टॉक का सलेक्शन किया जाता है. ऐसे में स्टॉक के सही प्रदर्शन में थोड़ा समय लग सकता है.
फिक्स्ड इनकम इन्वेस्टमेंट क्या होता है? गारंटीड रिटर्न के लिए इस फेस्टिव सीजन ये हैं निवेश के बढ़िया ऑप्शन
फिक्स्ड इनकम इन्वेस्टमेंट ऐसे असेट या सिक्योरिटी को कहते इन्वेस्टमेंट क्या होता है हैं, जो इन्वेस्टर को फिक्स्ड इंटरेस्ट या डिविडेंड के तौर पर एक स्टेडी कैश फ्लो देता है. रिस्क वाले असेट्स जितना प्रॉफिट आपको यहां भले ही न मिले, लेकिन आप ज्यादा बेफिक्र रह सकते हैं.
फिक्स्ड इनकम इन्वेस्टमेंट हमेशा से ऐसे निवेशकों की पंसद रहा है, जो रिस्क न लेकर एक स्टेबल रिटर्न की चाह रखते हैं. इस फेस्टिव सीजन में अगर आपके साथ ऐसी सिचुएशन है कि अचानक कैश का विंडफॉल हुआ है, या फिर आपके पास कुछ पैसे जमा हुए हैं, जिन्हें आप निवेश में लगाना चाहते हैं, लेकिन अपनी पूंजी पर ज्यादा रिस्क इन्वेस्टमेंट क्या होता है भी नहीं लेना चाहते तो आपके लिए फिक्स्ड इनकम इन्वेस्टमेंट का ऑप्शन बढ़िया हो सकता है. लेकिन सवाल है कि फिक्स्ड इनकम इन्वेस्टमेंट का मतलब क्या है? जैसा कि नाम से ही साफ है कि निवेश के ऐसे माध्यम जो आपको मैच्योरिटी तक एक बंधी-बधाई गारंटीड रिटर्न देते हैं. और मैच्योरिटी पर निवेशक को उसका मूलधन भी वापस मिल जाता है.
फिक्स्ड इनकम इन्वेस्टमेंट ऐसे असेट या सिक्योरिटी को कहते हैं, जो इन्वेस्टर को फिक्स्ड इंटरेस्ट या डिविडेंड के तौर पर एक स्टेडी कैश फ्लो देता है. रिस्क वाले असेट्स जितना प्रॉफिट आपको यहां भले ही न मिले, लेकिन आप ज्यादा बेफिक्र रह सकते हैं.
फिक्स्ड इन्वेस्टमेंट प्रॉडक्ट्स में सरकारी या कॉरपोरेट बॉन्ड, या फिर सरकारी सेविंग्स स्कीम जैसे कई ऑप्शन्स इन्वेस्टमेंट क्या होता है आपको मिल जाएंगे. इसके अलावा फिक्स्ड इनकम एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETFs) और फिक्स्ड इनकम म्युचुअल फंड भी इसमें शामिल हैं. हम यहां कुछ ऐसे ही विकल्पों पर नजर डालेंगे.
Debt Funds
Debt funds सरकारी या कॉरपोरेट बॉन्ड में निवेश करते हैं. इनमें जोखिम कम होता है, लेकिन रिटर्न भी उसी हिसाब से कम होता है. चूंकि इसी वजह से इसे सेफ इन्वेस्टमेंट माना जाता है.
सीनियर सिटिजंस सेविंग्स स्कीम (Senior Citizens Savings Scheme)
60 साल के ऊपर के लोगों के लिए यह अच्छा निवेश का ऑप्शन है. इसमें लो टैक्स ब्रेकेट होता है और रेगुलर इनकम आती रहती है. इसमें निवेश की अवधि पांच साल होती है, जिसे अगले तीन साल और बढ़ाया जा सकता है. इसमें अधिकतम 15 लाख रुपये का निवेश कर सकते हैं.
पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (Public Provident Fund)
पीपीएफ या पब्लिक प्रॉविडेंट फंड निवेश की एक पॉपुलर स्कीम है. लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट के लिए यह आपके बड़े काम आ सकती है. इसमें अच्छे इंटरेस्ट रेट पर रिटर्न मिलता है और टैक्स में छूट भी मिलती है. इनकम टैक्स एक्ट की धारा 80C में यह निवेश दिखाने पर आपकी टैक्सेबल इनकम कम हो सकती है. इसमें एक साल में डेढ़ लाख तक की रकम निवेश की जा सकती है.
वॉलेंटरी प्रॉविडेंट फंड (Voluntary Provident Fund)
वॉलेंटरी प्रॉविडेंट फंड भी पीपीएफ जैसा ही है, यह बस किसी सैलरीड इंप्लॉई की ओर से अपनी मर्जी से लिया गया सैलरी कट होता है, जो उसके प्रॉविडेंट फंड अकाउंट में जमा होता रहता इन्वेस्टमेंट क्या होता है है और इससे लॉन्ग टर्म के लिए वेल्थ एक्युमुलेट कर सकता है.
इसके अलावा प्रधानमंत्री वय वंदना योजना, सुकन्या समृद्धि योजना, पोस्ट ऑफिस रिकरिंग डिपॉजिट, पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम, पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट, बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट जैसे कई और ऑप्शंस हैं, जो आपको फिक्स्ड इनकम दे सकते हैं.
निवेश कर भूल जाने का फॉर्मूला कितना कारगर साबित होता है?
साल 1997 में शुरुआत के बाद से ही डीएसपी इक्विटी फंड ने अब तक 19.4 फ़ीसदी सालाना रिटर्न दिया है. इसका एक मतलब यह भी है कि अगर आपने उस समय ₹5000 हर महीने इस फंड में निवेश किया होता तो आपकी निवेश की रकम 14.25 लाख रुपये होती जबकि आपका आपके निवेश की कुल वैल्यू आज दो करोड़ रुपए से ऊपर की होती.
लंबी अवधि में मुनाफा
इस साल ज्यादातर इक्विटी फंड अपने 20 साल का सफर पूरा करने जा रहे हैं. इस हिसाब से उनके 20 साल का रिटर्न प्रोफाइल का रिकॉर्ड मौजूद है. अगर सभी इक्विटी फंड के लंबी अवधि के प्रोफाइल को देखें तो सब में यह बात कॉमन है कि अगर आप निवेश शुरू करते हैं और लंबी अवधि तक बने रहते हैं तो आपको जोरदार मुनाफा होता है.
निप्पोन इंडिया ग्रोथ फंड
अब तक 39 इक्विटी डायवर्सिफाइड स्कीम ने 20 साल का सफर पूरा किया है. अगर मासिक सिप से निवेश करने के बाद बेहतरीन प्रदर्शन वाले फंड की बात करें तो निप्पोन इंडिया ग्रोथ फंड ने पूरी अवधि में 21.36 फ़ीसदी से अधिक सालाना के हिसाब से रिटर्न दिया है. अगर एलआईसी एमएफ के मल्टीकैप फंड की बात करें तो इसका प्रदर्शन सबसे खराब रहा है, लेकिन इसने भी करीब 11 फीसदी रिटर्न दिया है.
अमीर बनें
विश्लेषकों का यह कहना है कि अगर लोग नियमित रूप से निवेश करें और लंबी अवधि तक निवेश में बने रहें तो उन्हें बहुत अच्छा मुनाफा मिल सकता है. इस अवधि में जिन फंडों का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है, उन्होंने भी निवेशकों का रकम बढ़ाने में बड़ा योगदान किया है.
बढ़िया फंड चुनें
इक्विटी म्यूचुअल फंड के पिछले 20 साल का रिकॉर्ड देखें तो यह बात सही साबित होती है कि 'निवेश कर भूल जाओ' की थ्योरी अपनाने वाले लोगों को काफी फायदा हुआ है. एक बार आप अच्छा म्यूच्यूअल फंड सेलेक्ट कर निवेश करना शुरू करते हैं तो आपको लंबी अवधि में उस बारे में कोई भी कदम उठाने की जरूरत नहीं होती. अगर आप अपने चुने हुए इक्विटी म्यूचुअल फंड के साथ लंबे समय तक बने रहते हैं तो आपको बेहतरीन प्रॉफिट मिल सकता है.
क्या है मुनाफा कमाने की शर्त?
निवेश शुरू करने के बाद आपको सिर्फ एक बात देख कर उसका ध्यान रखने की जरूरत है कि निवेश की अवधि के बीच में अपना पैसा ना निकालें और ना ही सिप को बिना किसी ठोस वजह के रोक दें. अगर आप निवेश जारी रखते हैं तो बिना किसी ज्यादा झंझट के आप लंबी अवधि में बड़ी संपत्ति बना सकते हैं. एक इन्वेस्टमेंट स्टडी में कहा गया है कि सबसे बेहतर निवेशक वही है जो डेड होता है या इलेक्टिव होता है.
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