Fundamental analysis का मानना है कि स्टॉक का बाजार मूल्य हमेशा स्टॉक के सही मूल्य से मेल नहीं खा सकता है। नतीजतन, मौलिक विश्लेषक स्टॉक के आंतरिक मूल्य की शेयर बाजार में तकनीकी विश्लेषण क्या है गणना करने की कोशिश करते हैं और अंडरवैल्यूड स्टॉक में निवेश करके लाभ उठाते हैं।
How to use technical analysis | तकनीकी विश्लेषण का उपयोग कैसे करें
एक technical analyst के पास technical analysis करने के कई तरीके होते हैं । जैसे की moving average ,support and resistant level ,candlesticks, chart pattern ,volume और इंडिकेटर इत्यादि इन सब तरीकों से एक एनालिस्ट चाट की मूवमेंट और मार्केट का ट्रेंड आसानी से समझने की कोशिश करता है।
जब भी कोई ट्रेडर शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करता है तो वह शेयर प्राइस के आधार पर शेयर खरीदता है और कम समय में ज्यादा प्रॉफिट कमाना चाहता है। लेकिन शार्ट टर्म में शेयर की प्राइस बहुत तेजी से चेंज होती है तो निवेशक को कैसे पता रहेगा कि किस प्राइस पर शेयर खरीदना है और किस शेयर बाजार में तकनीकी विश्लेषण क्या है शेयर बाजार में तकनीकी विश्लेषण क्या है प्राइस पर शेयर बेचना है इस समस्या को सुलझाने के लिए टेक्निकल एनालिसिस का यूज किया जाता है।
Basic assumptions of technical analysis
किसी कंपनी के मौजूदा शेयर प्राइस में उस कंपनी की फंडामेंटल फैक्टर्स ग्रोथ इनकम सभी इंक्लूड होता है उसको अलग से चेक करने की आवश्यकता नहीं होती है क्योंकि जो अभी शेयर का मौजूदा प्राइज है उसमें यह सारी बातें इंक्लूड है।
यहां पर हर शेयर की प्राइस एक ट्रेंड में बढ़ती या घटती रहती है यह माना जाता है कि शेयर प्राइस जिस ट्रेन में अभी चल रहा है फ्यूचर में भी वैसे ही चलने की संभावना ज्यादा होती शेयर बाजार में तकनीकी विश्लेषण क्या है है ट्रेंड तीन टाइप के होते हैं शॉर्ट टर्म मीडियम टर्म और लांग टर्म।
प्राइस ट्रेंड 3 तरीके से ट्रेंड करती है
up trand में शेयर की price 1 पैटर्न में बढ़ती रहती है और down trand में शेयर की price एक पैटर्न में गिरती रहती है और sideways trand में share की प्राइस 1 फिक्स इंटरवल में ट्रेंड करती है।
History repeats itself
शेयर मार्केट में हमेशा हिस्ट्री रिपीट होती है पास्ट में किसी वजह से यदि कोई प्राइज में चेंज आया था तो भविष्य में भी उसी वजह से उस शेयर की प्राइस में चेंज आएगा। शेयर मार्किट में प्राइस हमेशा इन्वेस्टर के इमोशंस पर चलती है।
टेक्निकल एनालिसिस की शुरुआत 1755 में जापान के एक चावल व्यापारी Homma munehisa ने की थी।
1755 में Homma munehisa की book The fountain of gold पब्लिक हुई थी जिससे कि टेक्निकल एनालिसिस की शुरुआत हुई उन्होंने बताया कि राइस की प्राइस कैसे राइस के वॉल्यूम और मौसम पर निर्भर करती है इसको समझ कर आप फ्यूचर मैं राइस की प्राइस को समझ सकते हैं
TechnicalAnalysis करने के लिए Tools
अब जब आप तकनीकी विश्लेषण का अर्थ जान गए हैं तो आइए इसमें उपयोग किए जाने वाले विभिन्न टूल्स बारे में जानते है –
Chart
वॉल्यूम चार्ट सबसे व्यापक रूप से शेयर बाजार में तकनीकी विश्लेषण क्या है उपयोग किए जाने वाले तकनीकी विश्लेषण टूल में से एक हैं जो एक दिन के दौरान बाजार में खरीदे और बेचे गए शेयरों की संख्या दिखाते हैं। तकनीकी विश्लेषण के लिए आप या तो बार चार्ट या कैंडलस्टिक चार्ट का उपयोग कर सकते हैं। ट्रेंडलाइन के साथ मिलकर उपयोग किए जाने वाले चार्ट इस अभ्यास को काफी हद तक सुविधाजनक बनाते हैं।
Momentum Indicators
वे सांख्यिकीय आंकड़े हैं जिनकी गणना स्टॉक की कीमत और वॉल्यूम डेटा के आधार पर की जाती है। Technical Analysis के दौरान, Momentum Indicators, चार्ट के लिए सहायक टूल के रूप में कार्य करते हैं। तकनीकी विश्लेषण के उद्देश्यों में से एक स्टॉक के बारे में अपने विचारों की पुष्टि करना है और Momentum Indicators आपको इसे आसानी से करने में मदद करते हैं।
Importance of Technical Analysis
तकनीकी विश्लेषण के प्रमुख उद्देश्यों में से एक है आपको, निवेशक को, एक अच्छा निवेश निर्णय लेने में मदद करना। इसके साथ, आप समर्थन और प्रतिरोध स्तरों की पहचान कर सकते हैं, इस प्रकार बेहतर निर्णय ले सकते हैं। इसके अलावा, तकनीकी विश्लेषण के साथ, आप जान सकते हैं कि आपकी कार्रवाई का समय कब है और मांग और आपूर्ति के स्तर को बेहतर ढंग से समझ सकते हैं।
तकनीकी विश्लेषण का एक और महत्वपूर्ण लाभ यह है कि आप छोटी और लंबी अवधि के रुझानों के बारे में आसानी से जान सकते हैं और उसके अनुसार निर्णय ले सकते हैं।
वैश्विक रुख पर रहेगी शेयर बाजार की नजर
मुंबई। दुनिया भर में ब्याज की दरें ऊंची रहने से सहमे निवेशकों की बिकवाली से बीते सप्ताह 1.36 प्रतिशत तक टूटे घरेलू शेयर बाजार पर अगले सप्ताह वैश्विक आर्थिक गतिविधियों और विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) के रुख शेयर बाजार में तकनीकी विश्लेषण क्या है का असर रहेगा।
बीते सप्ताह बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 843.86 अंक अर्थात 1.36 प्रतिशत लुढ़ककर सप्ताहांत पर 62 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे 61337.81 अंक पर आ गया। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (शेयर बाजार में तकनीकी विश्लेषण क्या है एनएसई) का निफ्टी भी 227.6 अंक यानी 1.23 प्रतिशत गिरकर 18500 अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे 18269 अंक रह गया।
समीक्षाधीन सप्ताह में बीएसई की दिग्गज कंपनियों की तरह मझौली और छोटी कंपनियों पर बिकवाली का दबाव रहा। इससे मिडकैप 356.35 अंक की गिरावट लेकट सप्ताहांत पर 25739.21 अंक पर रहा। हालांकि स्मॉलकैप की मामूली गिरावट से बाजार को समर्थन मिला। स्मॉलकैप महज 41.81 अंक फिसलकर 29516.75 अंक पर आ गया।
पुराने क्रिप्टोकरेंसी ग्राफ कैसे और किस साइट पर देखें?
यदि आप समय के साथ क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों के evolution को ट्रैक करने में रुचि रखते हैं, तो क्रिप्टोकरेंसी ग्राफ आपके लिए एकदम सही tool है। अपने माउस के कुछ ही क्लिक के साथ, आप देख शेयर बाजार में तकनीकी विश्लेषण क्या है सकते हैं कि पिछले कुछ वर्षों में कीमतें कैसे बदली हैं। लेकिन इन ग्राफ़ को देखने के लिए आपको किस वेबसाइट का इस्तेमाल करना चाहिए?
शुरू करने के लिए, CoinMarketCap को आजमाएं। यह वेबसाइट लगभग सभी coins और tokens के लिए अप-टू-डेट क्रिप्टो मार्केट कैपिटलाइज़ेशन डेटा और ऐतिहासिक मूल्य चार्ट (historical price charts) प्रदान करती है।
Screenshot taken from https://coinmarketcap.com/currencies/bitcoin/
एक बार जब आप एक कॉइन का नाम या ticker symbol दर्ज करते हैं, तो CoinMarketCap एक चार्ट प्रदर्शित करता है जो दिखाता है कि समय के साथ इसकी कीमत शेयर बाजार में तकनीकी विश्लेषण क्या है कैसे बढ़ी है। आप अलग-अलग दिनांक और अन्य मीट्रिक जैसे ट्रेडिंग वॉल्यूम दिखाने के लिए चार्ट को कस्टमाइज़ भी कर सकते हैं।
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